Betul Ki Khabar: आरटीजीएस से फसलों का भुगतान छोटे किसानों के लिए बड़ी मुसीबत

Betul Ki Khabar: Payment of crops through RTGS is a big problem for small farmers

व्यापारी समय पर राशि देने से झाड़ रहे पल्ला, वैवाहिक कार्यक्रम निपटाने के लिए किसानों को उधारी से चलाना पड़ रहा काम

Betul Ki Khabar: बैतूल। कृषि उपज मंडी में किसानों की फसल खरीदी के भुगतान में लेट लतीफी का असर छोटे किसानों पर पड़ रहा है। व्यापारियों द्वारा आरटीजीएस के जरिए भुगतान की राशि खाते में ट्रांसफर किये जाने के चलते किसानों को समय पर राशि नहीं मिल पा रही। इससे जिन किसानों के परिवार में विवाह समारोह होने हैं, उन्हें आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। किसान केसीसी का ऋण जमा तक समय पर जमा नहीं कर पा रहे हैं। फसल बिक्री की राशि का भुगतान कब तक हो पाएगा। इसकी समय सीमा से भी किसान अनभिज्ञ है।

मंडी बोर्ड के नियम के मुताबिक किसानों को आरटीजीएस और नकद भुगतान 48 घण्टे के भीतर किए जाने का प्रावधान किया गया है, लेकिन पिछले दिनों किसानों की सुविधा के लिए भुगतान आरटीजीएस के तहत किए जाने के निर्देश विधायक और कलेक्टर के साथ हुई बैठक के बाद दिए थे। नियम अनुसार व्यापारियों को आरटीजीएस से भी 48 घंटों के भीतर ही किसानों को भुगतान कर देना चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा। किसान अजय सिंह ठाकुर ने बताया कि उन्होंने अपनी उपज बेचने के बाद जब व्यापारी से नगद भुगतान मांगा तो व्यापारी का कहना था कि भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से ही किया जाएगा, लेकिन भुगतान की समय सीमा नहीं बताई गई। ऐसे में किसानों में असमंजस की स्तिथि निर्मित हो रही है कि भुगतान समय पर हो पाएगा भी या नहीं। नियम के मुताबिक आरटीजीएस से भी 48 घण्टों के भीतर भुगतान किया जाना चाहिए।

वैवाहिक सीजन में भुगतान में विलंब से बना परेशानी का सबब

फसलों बिक्री के बाद समय पर भुगतान न होने का असर उन छोटे किसानों पर पड़ रहा है, जिनके परिवारों में वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न होने वाले हैं। कृषक वीरेंद्र सिंह ठाकुर ग्राम चूड़िया ने बताया कि उन्होंने पैसों की जरूरत इसलिए थी, क्योंकि उन्हें केसीसी का ऋण सोसायटी में जमा करना था। केसीसी का पैसा जमा करने के लिए ओने-पौने दामों में 63 क्विटल मक्का मंडी में व्यापारी को बेचना पड़ा, जिसका 1 लाख 30 हजार रुपए भुगतान बाकी है ,जो अभी तक नहीं हुआ। इसी तरह से ग्राम ठानी निवासी किसान टीकाराम यादव , धौल निवासी संदीप मालवीय और दीपक यादव ने बताया कि , उनके परिवार में वैवाहिक समारोह की तारीख नजदीक आती जा रही है।

विवाह की तैयारियों के लिए रुपयों की आवश्यकता है। लेकिन 4 दिन बीत चुके आरटीजीएस से भी राशि का भुगतान व्यापारी ने नहीं किया है। किसानों का कहना है कि भले ही उपज का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से किया जाए, लेकिन किसान को नियम के मुताबिक 48 घण्टों में राशि प्राप्त हो जाए ऐसी व्यवस्था बनाया जाना चाहिए। इधर मंडी सचिव ने भी माना है कि भुगतान को लेकर किसानों को समस्या का सामना तो करना पड़ रहा है। शिकायतें भी आ रही हैं। नियमानुसार व्यवस्था बने इसके लिए प्रयास किया जा रहे हैं।

इनका कहना…

कई किसानों ने भुगतान संबन्धी शिकायत की है। आरटीजीएस और नकद भुगतान नियम के मुताबिक समय पर किसानों को हो जाए इसके प्रयास किए जा रहे हैं।

सूरज उइके,सचिव कृषि उपज मंडी बडोरा

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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