Betul Ki Khabar: बैतूल की मेधावी छात्रा ने एमएस की डिग्री हासिल कर लहराया परचम

Betul Ki Khabar: Betul's brilliant student raised the flag by obtaining MS degree

कर्नाटक के राज्यपाल और राज्यसभा सांसद ने दीक्षांत समारोह में सौंपी डिग्री

Betul Ki Khabar: बैतूल। कहते है जहां चाह, वहां राह, यह कावत बैतूल की मूल निवासी डॉ. उर्वीजा सोनी पर सटीक बैठ रही है। मेधावी और होनहार उर्वीजा के संघर्ष की कहानी काफी लंबी है, लेकिन उसने हार नहीं मानी और पिछले दिनों मालवांचल यूनिवर्सिटी इंदौर से स्त्री एवं प्रस्तुति रोग में एमबीबीएस के बाद एमएस की डिग्री हासिल कर ली है। उन्हें एक कार्यक्रम में चतुर्थ दीक्षांत कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी की ओर से कर्नाटक के राज्यपाल डॉ. थावरचंद गहलोत और राज्यसभा सांसद सुमेरसिंह सोलंकी ने यह डिग्री प्रदान की। कार्यक्रम में इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के चेयरमेन सुरेश सिंह भदौरिया भी मौजूद थे।

शुरू से ही डॉक्टर बनने का सपना लिए उर्वीजा ने अपने माता-पिता को लक्ष्य बता दिया था। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता विद्युत कंपनी में डीई रहे स्व. महेश कुमार सोनी की पदस्थापना वाले कटनी और छिंदवाड़ा जिले में पूरी की। इसके बाद अध्ययन के लिए दूसरे स्थान पर चली गई। फिर उर्वीजा ने अपने लक्ष्य को हासिल करते हुए उन्होंने उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले आरडी गार्गी मेडिकल कॉलेज में टॉप रहकर एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। इसके बाद मेधावी छात्रा उर्वीजा ने अपने संकल्प को आगे बढ़ाते हुए एमएस की डिग्री हासिल करने का निर्णय लिया।

परिजनों ने तमाम कटनाईयों के बावजूद उर्वीजा के लक्ष्य को देखते हुए मालवांचल यूनिवर्सिटी से 3 साल में एमएस की डिग्री पूरी कर अपना लक्ष्य हासिल कर लिया। स्वर्णकार समाज बैतूल में उर्वीजा एमएस की डिग्री हासिल करने वाली पहली छात्रा है। उर्वीजा के दादा मूल रूप से बिरूलबाजार के रहने वाले है। उनके नाना स्व. लखनलाल सोनी आमला के वरिष्ठ अधिवक्ता रहे है। मेधावी छात्रा के चाचा गणेशप्रसाद सोनी जिला शिक्षा केन्द्र में सहायक संचालक वित्त के पद पर है।

पिता के निधन के बाद भी लक्ष्य किया हासिल

डॉ. उर्वीजा के जीवन में एमबीबीएस करने के बाद एक कठिन दौर भी आया जब कोरोना के कारण उनके पिता और कटनी में पदस्थ विद्युत कंपनी में डीई के पद पर रहे महेश कुमार सोनी का दु:खद निधन हो गया, उसके बाद उर्वीजा का एमएस करने का सपना अधूरा रहने की संभावना दिख रही थी, लेकिन उर्वीजा ने बताया कि उनकी माता सुनीता सोनी ने पिता के आसामयिक निधन के बाद ना सिर्फ आगे की पढ़ाई के लिए सयोग किया बल्कि पिता की अनुकंपा नियुक्ति तक ठुकरा दी।

एमएस की डिग्री करने के लिए खुद इंदौर में साथ रही और मोटीवेट किया। इसी वजह वह इस मुकाम पर पहुंची है। उसने अपनी सफलता का श्रेय दादा स्व. रामदीन सोनी बिरूलबाजार, स्व. पिता महेश कुमार सोनी, माता सुनीता सोनी, चाचा गणेश सोनी, नाना स्व. लखनलाल सोनी, मामा ब्रजेश सोनी, लोकेश सोनी परिजनों को दिया है। उर्वीजा ने बताया कि अभी एक वर्ष उसका लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्र में सेवा देने का है। यदि मौका मिला तो बैतूल में भी अपनी सेवाएं देगी।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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