Betul News: बिना वर्दी के वेंडरों की भी ट्रेनों में एंट्री, एसी कोच में भी बेधड़क आवाजाही
Betul News: Entry of vendors in trains without uniform, movement without fear even in AC coaches

बिना आई कार्ड और आधार के नियमों की उड़ रही धज्जियां
Betul News: बैतूल। नागपुर से इटारसी के बीच ट्रेनों में सैकड़ों अवैध वेंडरों की आवाजाही को लेकर आरपीएफ का अनदेखा रवैय्या फिर सामने आया है। ट्रेनों में ड्रेस कोड के आधार पर अवैध वेंडिं्रग का मामला कल बुधवार ही सांझवीर टाईम्स ने प्रकाशित किया था और आज जो तस्वीरें हमको उपलब्ध कराई गई हैं, उन तस्वीरों ने साफ कर दिया है कि ट्रेनों में पूर्ण सुनियोजित तरीके से अवैध वेडिं्रग को किस तरह अंजाम दिया जा रहा है।
सादी ड्रेस में सामग्रियों की बिक्री करते वेंडर ट्रेनों में दिखाई दिए। इसके बाद आरपीएफ के उस दांवे की हवा निकल चुकी है। इसमें अधिकारी ट्रेनों में अवैध वेडिं्रग होने के दांवे खारिज कर रहे हैं।
दक्षिण एक्सप्रेस में कैद हुए अवैध वेंडर
ट्रेनों में अवैध वेंडरों को ड्रेस कोड देकर कराई जा रही वेन्ड्रिंग का सांझवीर टाईम्स ने कल ही खुलासा किया था और इसी दिन दोपहर में नागपुर जाने वाली दक्षिण एक्सप्रेस में एक अवैध वेंडर कैमरे में कैद हो गया। अव यह वेंडर किसकी अनुमति से ट्रेनों में समान की बिक्री कर रहे हैं यह तो आरपीएफ के जिम्मेदार अधिकारी ही जाने, लेकिन यह तो पूरी तरह साफ हो चुका है कि दाल में काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है।
ट्रेन के ऐसी कोच में केसरिया टी-शर्ट पहना वेंडर घड़ी लॉकेट सहित अन्य सामग्री बेचता नजर आ रहा है। दूसरी तस्वीर में गुलाबी टी शर्ट पहने वेंडर पाउच सहित फल्ली , फुटाने बेचता दिखाई दे रहा है।
बेख़ौफ होकर ट्रेनों में ऊंचे दामों पर सामग्रियां बेच कर यात्रियों को लूटा जा रहा है और आरपीएफ के अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि नागपुर से इटारसी के बीच चलने वाली यात्री ट्रेनों में करीब 200 वेंडरों की फौज उतारकर प्रतिमाह लाखों रुपए के वारे न्यारे किए जा रहे हैं।
झूठ बोल रहे आरपीएफ के अधिकारी, दावों में नहीं कोई दम
ट्रेनों में बेधड़क की जा रही अवैध वेंडर को लेकर रेल यात्री सुरक्षा समिति में भी नाराजगी व्याप्त है। समिति के अध्यक्ष रमेश भाटिया का आरोप है कि आरपीएफ थाना प्रभारी इन वेंडरों को बैतूल का निवासी बता रहे हैं। यदि वेंडर बैतूल के रहने वाले हैं तो थाना प्रभारी को इन वेंडरों के अधिकार पत्र और आधार कार्ड सार्वजनिक करना चाहिए।
ट्रेनों में यात्रियों की मजबूरी का बेजा फायदा उठाया जा रहा है। सामग्रियों के मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे। इस तरह के हास्यास्पद जवाब यात्री सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने जैसा ही प्रतीत हो रहा है। अवैध वेंडरों को खुली छूट दे दी है। इस गंभीर मामले को लेकर डीआरएम से समिति शिकायत कर रही है, ताकि यात्रियों के साथ होने वाली लूट पाट रोकी जा सके।
इनका कहना….
अवैध वेंडरों को लेकर कर्मचारियों को निर्देशित किया है। ट्रेनों में चेकिंग बढ़ाकर कार्यवाही की जाएगी।
राजेश बनकर, आरपीएफ थाना प्रभारी बैतूल