Betul News: झाडू लगाने के नाम कृषि मंडी में किसानों को बड़ा फटका
Betul News: Farmers suffer a big loss in the agricultural market in the name of sweeping

मंडी सचिव के आंखों के सामने चल रहा खेल, विधायक- कलेक्टर के आदेश हवा में
Betul News: बैतूल। कृषि मंडी में व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। विधायक और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। मंडी की व्यवस्था में रत्तीभर का सुधार नहीं आया है। मंडी में सुधार कर रहे और करेंगे के आश्वासन पर ही काम चलाया जा रहा है। कृषि उपज मंडी में झाडू लगाने के नाम पर किसानों को चूना लगाने का काम किया जा रहा है। कई किसान झाडू लगाने वालों से परेशान है। मंडी प्रशासन द्वारा इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
दरअसल किसानों के आरोप हैं कि झाडू लगाने वाले महिला-पुरूष एक ढेर से उपज का 3-4 किलो माल समेटकर ले जाते हैं। झाडू के नाम पर यह उगाही हर किसान को महंगी पड़ रही है। यह सिलसिला पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सांझवीर की टीम लगातार मंडी के निरीक्षण पर पहुंच रही है, तब इस तरह के खुलासे सामने आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक किसान कृषि उपज मंडी में उपज लेकर पहुंचते और उपज का ढेर लगाते है वैसे ही झाडू लगाने वाले महिला और पुरूष पहुंच जाते है। झाडू लगाकर उपज की सफाई करने के नाम पर किसानों को लूटने में लगे है। झाडू लगाने वाले किसानों के उपज के ढेर से 3-4 किलो उपज समेट कर चले जाते है। ऐसे में किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। कई बार झाडू लगाने वालों और किसानों के बीच में कहा सुनी भी हो जाती है। किसानों का कहना है कि झाडू लगाने वाले मंडी में जबरदस्ती आ जाते है और उपज समेट कर ले जाते है। मंडी प्रशासन द्वारा किसानों की इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मंडी प्रशासन से सांठ-गांठ तो नहीं ?
मंडी परिसर में झाडू लगाने वाले पूरे समय सक्रिय रहते है। इनकी सक्रियता में कई मंडी प्रशासन की सांठ-गांठ तो नहीं है। बड़े सवाल खड़े हो रहे है। झाडू लगाने वाले आखिरकार है कौन और इन लोगों को मंडी में कौन बुलाता है और आने की अनुमति कैसे दी जाती है। मंडी प्रशासन कठघरे में है। अधिकारियों का कहना है कि झाडू लगाने वाले व्यापारियों के लोग है, जो उपज समेटने में मदद करते है। जबकि हकीकत यह है कि यह झाडू लगाने वाले व्यापारियों का नहीं बल्कि किसानों का भी माल समेट कर ले जाते है। प्रतिदिन एक झाडू लगाने वाला व्यक्ति 30-40 किलो की उपज प्रतिदिन जमा कर अपने घर ले जाते है, वहीं उपज को साफ कर मंडी में बेच देते है।
इनका कहना
झाडू लगाने वालों को मंडी प्रशासन की तरफ से नहीं रखा है, इन्हें व्यापारियों के द्वारा बुलवाया जाता है। अब इन झाडू लगाने वालों को भी इंट्री बंद कर दी जाएगी।
केआर अहाके
कृषि मंडी सचिव, बैतूल