राजनीतिक हलचल: किसके राजनैतिक भोज के निकल रहे कई मायने?? सत्तारूढ़ पार्टी के नेता का यह कैसा पुलिस प्रेम??? नए अध्यक्ष के लिए क्या बुने जा रहे ताने- बाने???? विस्तार से पढ़िए हमारे चर्चित कॉलम राजनीतिक हलचल में……

राजनैतिक भोज के निकल रहे मायने
विपक्ष की राजनीति में कद्दावर कहे जाने वाले एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता का राजनैतिक भोज इन दिनों खासा सुर्खियों में बना हुआ है। इस भोज के मायने, इसलिए निकाले जा रहे हैं, क्योंकि इस समय न तो कोई चुनाव की आहट है और न ही किसी तरह की दावेदारी। हालांकि कांग्रेस नेता इस भोज को महज औपचारिक बता रहे हैं, लेकिन विपक्षी पार्टी के दिग्गजों की मौजूदगी में हुए इस भोज की चर्चा शहर से निकलकर पूरे जिले में चर्चा हो रही है।

विपक्षी पार्टी के इस नेता के भोज को लेकर पार्टी का दूसरा धड़ा टिकट की दावेदारी से जोड़कर देख रहा है। उनका मानना है कि चार साल बाद होने वाले चुनाव की अभी से तैयारी कर यह भोज दिया गया है। चर्चा है कि भोज देने वाले नेता को अपना सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी मानकर अभी से रणनीति बनाने में जुट गया है। भोज देने वाले नेता एक पूर्व मंत्री के निकट बताए जाते हैं।

सत्तारूढ़ पार्टी के नेता का पुलिस प्रेम

सत्तारूढ़ पार्टी के अनुसांगिक संगठन में युवाओं की कमान संभाल चुके एक नेता का पुलिस विभाग से प्रेम जग जाहिर है। इन नेताजी को अक्सर पहले गंज थाने के करीब देखा जाता था। अब बैतूल बाजार और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के आसपास भी मंडराते देखा जा रहा है। कुछ माह से तो इन्हें पुलिस अधीक्षक कार्यालय के ईदगिर्द ही घूमते हुए देखा जा रहा है। उनका यह नया अड्डा किसी के गले नहीं उतर रहा।

चर्चा है कि युवाओं की कमान संभाल चुके यह पूर्व नेता के पास कौन सा काम है, जो एसपी आफिस के आसपास मंडराते देखा जा रहा है। खबर तो यह भी है कि उनकी पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने मंडराने की फोटो खींचकर जिला और प्रदेश हाईकमान को भी प्रमाण के साथ भेजी जा रही है। दरअसल सत्तारूढ़ पार्टी का यह युवा नेता पूर्व में भी अपराधियों और गौ तस्करों के लिए पुलिस के आलाधिकारियों से सिफारिश कर चुका है।

अध्यक्ष के लिए बुन रहे ताने-बाने

सत्तारूढ़ पार्टी में जिला अध्यक्ष की नियुक्ति किसी भी समय हो सकती है। इसके पहले पार्टी के नेता अपने अनुसार आंकलन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर गाहे-बगाहे तरह-तरह की पोस्ट शेयर की जा रही है। इससे राजनीति गर्मी चढ़ी हुई है। पैनल में नाम न आने के बावजूद कुछ दावेदारों को अगला जिला अध्यक्ष बनाकर सोशल मीडिया पर परोसा गया है। कहा जा रहा है कि आरएसएस और पार्टी के दिग्गज नेताओं के आशीर्वाद से ही चौकाने वाला अध्यक्ष बनेगा। हालांकि उनके तर्क में कितनी सच्चाई है, यह 1-2 दिन में स्पष्ट हो जाएगा।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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