एकलव्य विद्यालय में सीडीआर नष्ट करने पर बिफरी विधायक, एफआईआर की चेतावनी
प्राचार्य को जमकर फटकारा, आयोजन को लेकर सूचना नहीं देने पर भी बिफरी

बैतूल/शाहपुर। एकलव्य आवासीय विद्यालय शाहपुर में 5वें ईएमआरएस सांस्कृतिक एवं कला उत्सव कार्यक्रम के दौरान सीसीटीवी लगे कैमरे वाले कमरों में छात्राओं को रूकवाने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। दरअसल, एकलव्य आवासीय प्रबंधन ने छात्राओं की आपत्ति के बाद 10 सीसीटीवी कैमरों की दो हार्डडिस्क उनके ही सामने गड्ढों में दबाकर पानी डालने के बाद नष्ट कर दी गई थीं। सांझवीर टाईम्स के गतांक में यह समाचार प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद क्षेत्रीय विधायक गंगा उइके गुरुवार आवासीय विद्यालय पहुंची। उन्होंने हार्डडिस्क नष्ट करने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए प्रबंधन के विरूद्ध एफआईआर की भी चेतावनी दे डाली। उन्होंने प्राचार्य को दो टूक शब्दों में इतने बड़े आयोजन की सूचना ना देने पर भी खूब खरीखोटी सुनाई। विधायक के तेवर देखकर अधिकारियों में सन्नाटा छा गया।
एकलव्य आवासीय विद्यालय शाहपुर हमेशा चर्चा में रहता है। सुर्खियों के कारण यहां अधिकारियों की नियुक्ति आदिम जाति कल्याण विभाग फूंक-फूंक कर करते आया है। इसके बावजूद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बार आवासीय विद्यालय के सांस्कृतिक एवं कला उत्सव कार्यक्रम में अन्य स्थानों से भी छात्राएं यहां आई थीं। इनके रूकने की व्यवस्था आवासीय विद्यालय के कमरों में की गई थीं। दरअसल, इन कमरों में छात्राओं की सुरक्षा के लिए पहले से ही सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए थे।
कार्यक्रम में शामिल होने आई छात्राओं ने इन्हीं कमरों में कार्यक्रम के लिए कपड़े भी बदले। जब उन्होंने सीसीटीवी कैमरे लगे हुए देखे तो नाराजगी सामने आई। छात्राओं में नाराजगी देखने के बाद आनन-फानन में प्राचार्य ने 10 सीसीटीवी कैमरों की हार्ड डिस्क निकालकर गड्ढ़े में डालने के बाद नष्ट कर दिया। छात्राओं की आपत्ति के बाद क्षेत्र के भाजपा नेता और समाजसेवी भी एकलव्य आवासीय विद्यालय पहुंचे थे। मामले में उन्होंने हार्डडिस्क नष्ट करने पर प्रंबधन को आड़े हाथों लिया। सांझवीर टाईम्स के पास भी यह मामला पहुंचा तो गतांक में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया। इसके बाद प्रशासनिक और राजनैतिक अमले में हलचल मच गई।
विधायक की नाराजगी सामने आई
इस मामले में सांझवीर टाईम्स में खबर प्रकाशित होने के बाद क्षेत्रीय विधायक गंगा उइके एकलव्य आवासीय विद्यालय पहुंची। पहले उन्होंने विद्यालय का निरीक्षण किया। इसके बाद प्राचार्य पंकज शारण को जमकर फटकार लगाई। विधायक ने कहा कि इतना बड़ा कार्यक्रम यहां आयोजित किया गया, लेकिन विधायक होने के नाते उन्हें सूचित तक नहीं किया गया।
उन्होंने प्रबंधन से सवाल किए कि जब चेंजिंग रूम में सीसीटीवी कैमरे लगे थे तो छात्राओं को यहां कैसे रूकवाया? उन्होंने प्राचार्य को फटकार लगाते हुए कहा कि सीसीटीवी कैमरे में कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी हो सकती है। सीडीआर नष्ट करने से सारी जानकारियां दफन हो गई। इसके बाद विधायक ने प्राचार्य, क्षेत्र के बीआरसी और बीईओ के साथ आधे घंटे चर्चा कर मामले की जानकारी हासिल की। पूरे समय विधायक के तेवर तीखे होने से अधिकारियों में हडक़ंप मचा रहा।
मामला बढऩे पर अधिकारियों के अलग-अलग तर्क
यह पूरा मामला तूल पकडऩे पर अधिकारी अलग-अलग तर्क दे रहे है। चूंकि मामला छात्राओं से जुड़ा है, इसलिए फूंक-फूंककर कदम रखे जा रहे है। हालंाकि प्राचार्य कह रहे है कि सहायक आयुक्त के कहने पर सीडीआर नष्ट की है, लेकिन मामले का दूसरा पहलू यह है कि सहायक आयुक्त शिल्पा जैन मोबाइल ही रिसीव ही नहीं कर रही। जबकि क्षेत्रीय विधायक दो टूक शब्दों में कह चुकी है कि सीडीआर नष्ट करना अपराध की श्रेणी में आता है।
उन्होंने शाहपुर में मीडिया से चर्चा कर कहा कि शाहपुर थाने की महिला एसआई सोनम साहू को बुलवाकर एफआईआर के लिए चर्चा करेगी। हालांकि एसआई के विद्यालय पहुंचने के बाद एफआईआर संबंधी कोई निर्देश नहीं दिए गए। समाचार लिखे जाने तक विधायक उइके आवासीय विद्यालय से जा चुकी है, जबकि पुलिस को कोई लिखित आवेदन नहीं मिला। इसके लिए एफआईआर जैसी कोई बात सामने नहीं आई।
इनका कहना…
सीडीआर नष्ट करने के मामले में कोई लिखित जानकारी नहीं मिली है। विधायक ने महिला एसआई को बुलाया जरूर था, लेकिन इस तरह के कोई निर्देश नहीं दिए है।
मयंक तिवारी
एसडीओपी शाहपुर