Betul Samachar: गवासेन की अजई बीट में डेढ़ दर्जन सागौन पेड़ों पर चली कुल्हाड़ी!
Betul Samachar: Ax fell on one and a half dozen teak trees in Ajai Beat of Gawasen!

सीसीएफ के उड़नदस्ते के निरीक्षण में खुलासा, वृत के के अन्य स्थानों पर भी कायम है माफिया राज
Betul Samachar: बैतूल। वनवृत बैतूल के कोने-कोने में माफियाओं ने जंगल को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसका ताजा उदाहरण उत्तर वनमण्डल के बैतूल परिक्षेत्र में हुई कटाई के सरगना का पता लगाने में अधिकारी नाकाम साबित होने के बाद आसानी से पता चला गया,दूसरा उदाहरण पश्चिम वन मण्डल की गवासेन रेंज की अजई बीट में फिर कटाई का मामला सामने आ गया। यह पेड़ किसने और कब काटे, इसकी जानकारी ना ही परिक्षेत्र अधिकारी को है और ना ही मैदानी कर्मचारियों को। अवैध कटाई का खुलासा सीसीएफ उड़नदस्ते ने रेंज के तीन कम्पार्टमेंटो का औचक निरीक्षण के बाद हुआ है। सूत्र बताते हैं कि उड़नदस्ते को एक कम्पार्टमेंट में करीब डेढ़ दर्जन सागौन पेड़ो के ठूंठ मिले हैं। जब इस संबंध में रेंजर को अवगत कराया गया तो उन्होंने मौके पर ही दबाव बनाकर मामले को दबाने तक का प्रयास किया है। अब इस मामले की लीपापोती करने की जानकारी भी सूत्र दे रहे हैं।
ताजे ठूंठों की नम्बरिंग तक गायब
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तीन दिन पहले सीसीएफ उड़न दस्ता गवासेन रेंज के निरीक्षण पर पहुंचा था। जहां दल ने करीब तीन कम्पार्टमेंट का निरीक्षण किया था। इस बीच एक कम्पार्टमेंट में दल को कुछ जगहों पर ठूंठ नजर आए। स्थिति को देखते जब जंगल खंगाला गया तो अलग अलग जगहों पर लगभग डेढ़ दर्जन कटे हुए ठूठ नजर आए। इन ठूंठों पर ना ही नम्बरिंग नजर आ रही थी और ना ही हैमर के निशान दिखाई दे रहे थे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल परिक्षेत्र अधिकारी को इसकी सूचना दी गई थी।
सीसीएफ उड़न दस्ते पर ही भड़के रेंजर
सूत्र बताते हैं कि मौके पर पहुंचे रेंजर सुधीर पवार को जब दल ने वस्तुस्थिति से परिचित कराया तो रेंजर दल के सदस्यों पर ही भड़क गए थे, लेकिन मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जब दल सदस्यों ने अवैध कटाई के सबूत दिखाए तो मौके पर ही दल पर अनावश्यक दबाव बनाया जाना शुरू कर दिया गया था। सूत्र बताते हैं कि काफी देर तक मौके पर विवाद होता रहा जिसके बाद दोनों पक्ष मौके से वापस लौट गए। बताया जा रहा है कि यदि दल के सदस्य जंगल के अंदर सर्च करते तो हो सकता था कि ठूठों की संख्या और ज्यादा बढ़ जाती।
अर्जुनगोंदी कटाई से जुड़ रहे तार
वन वृत के जंगलों में माफिया राज किस कदर हावी है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि माफियाओं द्वारा एक दो नहीं बल्कि एक ही बार मे दर्जनों सागौन पेड़ों का सफाया किया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि अजई बीट में हुई इस कटाई के तार अर्जुनगोंदी में हुई कटाई से भी जुड़ रहे हैं, क्योंकि अर्जुनगोंदी में कटाई के बाद माफिया अंडरग्राउंड हो चुके हैं। इस रेंज में गश्ती भी बढ़ा दी गई है। ऐसे में अब माफिया अन्य वन मंडलों की दूर दराज की बीटों को अपना निशाना बना रहे हैं, ताकि उनका काम चलता रहे। हालांकि अभी तक इस मामले की भनक उच्च अधिकारियों को नहीं लगी है। देखना है कि उत्तर वन मण्डल की कटाई की तरह पश्चिम वन मण्डल में हुई इस कटाई की भी कहीं लीपापोती ना कर दी जाए।
इनका कहना….
गवासेन रेंज में ठूंठ मिलने की जानकारी संज्ञान में आने के बाद जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद कटाई पाई जाएगी तो कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी
वासु कनोजिया, मुख्य वन संरक्षक वनवृत बैतूल
मेरे द्वारा प्रकरण तैयार कर कार्यालय में जमा करवा दिया गया है। ठूठों की संख्या के विषय मे जानकारी नहीं दे पाएंगे
रामचन्द्र कवडे, सीसीएफउड़न दस्ता प्रभारी वन वृत बैतूल