Nal-Jal Yojana: नलजल योजना के कबाड़े पर विधायकों – जिपं अध्यक्ष ने अधिकारियों को पानी पिलाया!

Nal-Jal Yojana: MLAs over the waste of Nal Jal Yojana - District President gave water to the officials!

जिपं की सामान्य सभा की बैठक में लहराया सांझवीर, खबर के बाद विधायकों ने भी कलेक्टर के साथ की बैठक

Nal-Jal Yojana: बैतूल। जिले में करोड़ों की नलजल योजना को पीएचई के अधिकारियों द्वारा पलीता लगाए जाने के बाद कई गांवों में लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। इन गांवों में कागजों पर नलजल योजना का काम पूरा हो गया, लेकिन पीएचई के अधिकारियों ने ठेकेदारों से मिलीभगत कर पूरे कामों का बंटाढार कर डाला। कहीं पाइप लाइन नहीं डली है तो कहीं अधूरे टंकी के काम मुंह चिढ़ा रहे हैं।

ग्रामीणों को शुद्ध पानी दिलाने के उद्देश्य से सांझवीर टाईम्स द्वारा पिछले एक पखवाड़े से सिलसिलेवार अलग-अलग ब्लॉक की नलजल योजना की वास्तविकता को सामने रखा जा रहा है। इसी का नतीजा है कि पीएचई विभाग में ऊपर से लेकर नीचे तक हड़कंप मचा हुआ। दरअसल शुक्रवार जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में अध्यक्ष राजा पवार ने नलजल योजना पर पलीता लगाने पर अधिकारियों को इतनी फटकार लगाई की पूरी बैठक में सन्नाटा पसर गया।

सांझवीर की खबर का असर यही खत्म नहीं हुआ। शनिवार नलजल योजना के पलीते पर विधायकों की नाराजगी के बाद कलेक्टर ने पीएचई के अधिकारियों की बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि व्यवस्था में सुधार लाया जाए, अन्यथा अगली बैठक में कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान विधायकों ने भी नलजल योजना में हुई धांधली पर कड़ी नाराजगी जताई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घर-घर तक पानी पहुंचाने की महत्वकांक्षी योजना का आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले में पीएचई के अधिकारियों ने पलीता लगाकर रख दिया है। पिछले पांच वर्षों से हर घर पानी पहुंचाने के उद्देश्य से नलजल योजना की गांव-गांव तक शुरुआत जोरशोर से की गई, लेकिन आज हालत यह है कि अधिकारियों ने ठेकेदारों को कामों का पूरा भुगतान कर डाला। हद तो यह हो गई कि पीएचई के पूर्व ईई रंजन ठाकुर के कार्यकाल में अधिकांश ठेकेदारों को नलजल योजना का काम पूरा होने के बावजूद भुगतान कर दिया गया।

नतीजा यह हुआ कि ठेकेदारों ने भुगतान होते ही अपने घर की रास्ता नाप ली। कोई ठेकेदार गुजरात तो कोई महाराष्ट्र का था, जिन्होंने अधूरे काम के बावजूद नलजल योजना हैंडओवर नहीं की और ग्रामीणों की मुसीबत बढ़ा दी है। पुराने ईई के कार्यकाल की बची कसर वर्तमान ईई आरएन सेकवार ने पूरी कर दी है। कहा जा रहा है कि वे एक हादसे का शिकार के बाद लंबे समय तक अवकाश पर रहे।

अधीनस्थों ने इस दौरान नलजल योजना पर ध्यान नहीं दिया और हालत यह है कि जिले के सैकड़ों गांवों में नलजल योजना या तो शुरू नहीं हुई या पंचायतों को हैंडओवर नहीं की है। लोग आज भी यहां कुएं और हैंडपंपों के सहारे पानी ला रहे हैं। यदि पांच माह बाद गर्मी शुरू हुई तो कई गांवों में लोगों के कंठ सूखना तय माना जा रहा है।

Nal-Jal Yojana: नलजल योजना के कबाड़े पर विधायकों - जिपं अध्यक्ष ने अधिकारियों को पानी पिलाया!

जिपं अध्यक्ष ने अधिकारियों को खूब सुनाई खरी-खोटी

नलजल योजनाओं में धांधली को लेकर सांझवीर टाईम्स द्वारा लगातार प्रकाशित खबरों का असर अधिकारियों पर तो नहीं, लेकिन जनप्रतिनिधियों पर होता नजर आ रहा है, क्योंकि जनता को जवाब अधिकारियों को नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों को ही देना होता है। शुक्रवार इस संवेदनशील मुद्दें पर जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार ने भी अधिकारियों की जमकर क्लास ली है।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार जिला पंचायत में आयोजित सामान्य प्रशासन की बैठक के पहले ही जिपं अध्यक्ष ने सांझवीर टाईम्स में प्रकाशित खबरों के अखबार बुलवाएं और अधिकारियों को दिखाते हुए नलजल योजना की बदहाली पर जवाब सवाल भी किए। उन्होंने सांझवीर के पूरे अंकों को अधिकारियों को दिखाते हुए सवाल जवाब किया तो पीएचई के अधिकारियों को सांप सूख गया।

जिपं अध्यक्ष पवार यही नहीं रूके। उन्होंने कहा कि लोगों को पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है और आप लोग चैन की बांसुरी बजा रहे हैं। अब बिलकुल भी ऐसा नहीं चलेगा। अब अगली बैठक तक नलजल योजना की पूरी जानकारी पटल पर रखे अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहे। जिपं अध्यक्ष के तेवर देखकर पीएचई विभाग के अधिकारियों की सांस फूल गई। इसके बाद बैठक में जिपं सीईओ ने भी नलजल योजना की लापरवाही को लेकर पीएचई के अधिकारियों को जमकर फटकारा।

विधायकों के सख्त तेवर, 15 दिन में हैंडओवर होगी योजना

नलजल योजना में लापरवाही और भ्रष्टाचार को लेकर सांझवीर टाईम्स का सिलसिलेवार खबर का जबरदस्त असर हुआ है। पांचों विधायकों के क्षेत्र में भी योजना को पलीता लगाने के संबंध में खबर प्रकाशित होने के बाद सभी ने कलेक्टर से पीएचई के अधिकारियों की बैठक बुलाने को कहा था। शनिवार को यह बैठक दो घंटे मैराथन चली। इस दौरान कलेक्टर ने विधायकों की नाराजगी पर पीएचई के ईई और एसडीओ से नलजल योजना के काम तत्काल पूर्ण कर हैंडओवर कराए जाने के निर्देश दिए।

बैठक में विधायक हेमंत खंडेलवाल, डॉ योगेश पंडाग्रे, चंद्रशेखर देशमुख, गंगा उइके के तेवर काफी तीखे थे। उनके क्षेत्र में नलजल योजना की स्थिति को लेकर शिकायत मिलने पर पीएचई के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। विधायक खंडेलवाल ने दो टूक शब्दों में कहा कि जो योजना पूरी हो गई, उसे हैंडओवर की जाए। यदि योजना के लिए बिजली कनेक्शन नहीं मिल रहा है तो वे खुद पीएचई और बिजली कंपनी के अधिकारियों की बैठक लेंगे।

इसके बाद पंद्रह दिनों में ठेकेदारों को हर हाल में नलजल योजना पंचायत को हैंडओवर करना पड़ेगा। ठेकेदारों को भी बुलाया जाएगा। यदि इसके बाद नलजल योजना हैंडओवर नहीं हुई तो ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर कराएंगे। बैठक में डॉ पंडाग्रे और गंगा बाई उइके ने भी अपने क्षेत्र में नलजल योजना कीह दुर्दशा पर पीएचई विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकारा। बैठक में जिपं सीईओ अक्षत जैन भी मौजूद रहे।

whatsapp

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

Related Articles

Back to top button