Betul Samachar: ग्रामीण महिलाएं बोलीं – नलजल योजना को अधिकारियों ने बनाया खाओ-पियो योजना
Betul Samachar: Rural women said - Officials made tap water scheme an eat-drink scheme

घोड़ाडोंगरी ब्लॉक में 153 योजनाएं स्वीकृत, सुपुर्द की गई 30 योजनाएं भी पड़ी अधूरी
Betul Samachar: बैतूल। जल जीवन मिशन योजना का जोरशोर से किया गया शुभारंभ 4 साल बीत जाने के बाद भी धरातल पर सिर्फ इसलिए नहीं उतर पाया कि पूरे जिले में करोड़ों-अरबों की इस योजना की मिट्टी पलीत धरातल पर नजर आ रही हैं। घोड़ाडोंगरी ब्लॉक में स्वीकृत की गई 153 नलजल योजना में से 30 योजनाओं को पीएचई विभाग ने पूर्ण होना बताकर पंचायत के सुपुर्द किया जाना भी दिखाया है, लेकिन सुपुर्द योजना भी आधी-अधूरी पड़ी हुई है।
पिपरी एवं कन्हावाड़ी ग्राम के आस-पास लगभग आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में योजना हैंडओवर दिखाई गई है, लेकिन हालात यह है कि आज भी ग्रामीण यहां पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। महेन्द्रवाड़ी ग्राम पंचायत के इमलीढाना, कोटवार मोहल्ला, तुमराम मोहल्ला में 365 मकान है। इन मकानों के सामने नलजल योजना के पाइप लावारिश पड़े हुए है, तो वहीं सम्पवेल का काम भी धीरे-धीरे चल रहा है। गांव वालों का कहना है कि योजना में लापरवाही बरती जा रही है, लेकिन कोई देखने और सुनने वाला नहीं है। वहीं ग्रामीण महिलाओं ने इस योजना को लेकर खुला आरोप लगाते हुए कहा है कि करोड़ों-अरबों रुपए की यह योजना खाओ-पियो योजना जैसी बन चुकी हैं।
2 हजार की आबादी 440 परिवार भटक रहे पानी के लिए
घोड़ाडोंगरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत में करीब 2 हजार की आबादी निवास करती है और इस आबादी के 440 परिवार आज भी प्रतिदिन शुद्ध पेयजल के लिए जद्दोजहद में जुटे हुए है। तीन ट्रांसफार्मर लगाकर 11 केवी की लाइन खींची गई है, लेकिन लापरवाही का नजीता यह है कि 11 केवी की लाइन की ऊंचाई इतनी कम है कि किसानों की ट्रैक्टर ट्रालियां निकालने में भी खतरों का एहसास हो रहा है। योजना के तहत दो बोर कराएं गए, लेकिन कितनी गहराई के बोर किए गए है, यह किसी को पता नहीं।
पानी की टंकी और सम्पवेल बने बीते एक साल
नलजल योजना के तहत घोड़ाडोंगरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत पचामा में पानी की टंकी और सम्पवेल को बनाए हुए लगभग साल भर बीत चुका है, लेकिन योजना का काम अभी तक पूर्ण नहीं किया जा सका। 5 हजार से ज्यादा आबादी वाली इस ग्राम पंचायत में 2480 वोटर है। पंचायत के भूड़की और पलासपानी तक पाइपलाईन भी डाली गई है, लेकिन अभी तक इसे शुरु नहीं किया गया है। इसी तरह खारी ग्राम पंचायत की आबादी दो हजार है। गौलीढ़ाना, जामुनढ़ाना, डोरी और खारी सहित इस ग्राम पंचायत के चार गांव में रहने वाले ग्रामीण योजना पूरी होने की राह तक रहे है। खारी में आधी-अधूरी योजना ग्राम पंचायत को दे दी गई है। अभी तक 3-4 बार मोटर जल चुकी है और गांव वाले अभी भी पानी लाने के लिए निजी जलस्त्रोतों पर निर्भर है।