Betul Samachar: बैतूल ऑयल मिल के टैंक में दो कर्मचारियों के शव मिलने से सनसनी
Betul News: Sensation due to finding dead bodies of two employees in the tank of Betul Oil Mill

मृतकों के परिजनों ने मुआवजे को लेकर लगाया जाम, पुलिस हस्तक्षेप के बाद मामला हुआ शांत
Betul Samachar: बैतूल। जिला मुख्यालय पर स्थित बैतूल ऑयल मिल में देर रात दो कर्मचारियों के शव पानी के टैंक में मिलने के बाद हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन सहित कम्पनी के अधिकारी और मृतक कर्मचारियों के परिजन ऑयल मिल पहुंच गए थे। दोनों के शवों को बाहर निकलवाया गया मौका पंचनामा के बाद शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
हादसे के बाद मृतकों के परिजनों ने नाराजगी जाहिर करते हुए उचित मुआवजे की मांग को लेकर जिला अस्पताल के सामने जाम लगा दिया। हालांकि पुलिस अधिकारियों से चर्चा के बाद एक मृतक के परिजन शव लेने के लिए तैयार हो गए, दूसरे को मनाने का प्रयास जारी है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। इसके बाद जांच शुरू करेगी। हादसे के बाद आयल मिल के कर्मचारियों में दहशत व्याप्त है।
इटारसी रोड स्थित बैतूल ऑयल मिल में सोयाबीन खाद्य तेल बनाने और पैकेजिंग का कार्य लंबे समय से किया जा रहा है। यहां प्रोडक्शन एरिए में बड़े पानी के टैंक बने हुए हैं। इसी टैंक पर कर्मचारियों की ड्यूटी शनिवार रात की शिफ्ट में लगी हुई थी। जानकारी के अनुसार मशीनों को ऑपरेट करने वाले ऑपरेटर दयाराम नरवरे (56) निवासी टिकारी और कैलाश पानकर (53) निवासी टिकारी ड्यूटी पर थे। काफी देर तक दोनों कर्मचारियों के दिखाई न देने पर इसकी सूचना कम्पनी मैनेजर को दी गई। जब परिसर में दोनों की तलाश की गई दोनों के शव पानी के टैंक में नजर आए।
इसके बाद कम्पनी में हड़कम्प मच गया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के परिजनों को तलब किया। पुलिस के मुताबिक मौके पर एसडीआरएफ की टीम भी बुलवा ली गई थी। घटना स्थल पर टैंक से दोनों कर्मचारियों के शव को निकाला गया है और पीएम के लिए अस्पताल भेजा।
जिला अस्पताल में परिजनों का हंगामा , पीएम न कराने पर अड़े
पोस्टमार्टम के लिए शव अस्पताल भेजने के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के सामने मुख्य मार्ग जाम कर दिया। परिजनों का कहना था कि जब तक कम्पनी प्रबन्धन उचित मुआवजे की घोषणा नहीं करता शवों का पीएम नहीं होने दिया जाएगा। हंगामे को देखते हुए भारी पुलिस बल मौके पर तैनात करना पड़ा। मुआवजे को लेकर परिजन 15 लाख रुपए दिए जाने की डिमांड कर रहे थे। जबकि प्रबन्धन कम्पनी के नियमों के मुताबिक बीमे सहित अन्य मदों से भुगतान किए जाने के किये तैयार था। ऐसी स्थिति में जिला और पुलिस प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा।
दो माह में एक बार होती है टैंक की सफाई
बैतूल आयल मिल के मैनेजर अजय कुमार मिश्रा की माने तो दयाराम और कैलाश मशीन आपरेटर थे। शिफ्ट खत्म होने के बाद दोनों दिखाई न देने पर उनके तलाश की गई तो टैंक के अंदर शव पड़े थे। उन्होंने बताया कि दोनों कर्मचारी टैंक की सफाई के लिए उतरे थे। हर दो माह में टैंक की सफाई की जाती है। हादसा कैसे हुआ, हम लोगों को भी नहीं पता।
फैमेली पेंशन, बीमा और सम्बल योजना से मिलेगी राशि
जिला अस्पताल में परिजनों और कम्पनी प्रबन्धन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस , प्रशासन को मोर्चा संभालना पड़ा। मौके पर एएसपी कमला जोशी, संयुक्त कलेक्टर मकसूद अहमद, एसडीएम राजीव कहार समेत तमाम अधिकारियों ने पहुंचकर दोनों पक्षों में सहमति बनाने के प्रयास शुरू किए, ताकि मृतकों का पोस्टमार्टम जल्द से जल्द कराया जा सके। जानकारी के अनुसार प्रबन्धन द्वारा मृतकों के नाबालिग बच्चों और पत्नी को पेंशन और बीमे की राशि दिए जाने पर सहमति दे दी है। इधर नगर पालिका परिषद द्वारा सम्बल योजना के तहत मृतकों के परिवारों को 5-5 हजार रुपए अंत्येष्ठि राशि दे दी है।
योजना के तहत जांच के बाद अन्य प्रावधानों के तहत भी मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। हालांकि एक परिवार वाले सहमति के बाद राजी हो गए, लेकिन दूसरे मृतक के परिजन राजी नहीं होने के कारण समाचार लिखे जाने तक जिला अस्पताल के सामने ही प्रदर्शन कर रहे हैं।
इनका कहना….
मृतकों के परिजनों और मिल प्रबंधन के बीच चर्चा के बाद मामले का निराकरण हुआ है। एक मृ़तक के परिजन मान गए हैं और शव का पोस्टमार्टम हो रहा है। दूसरे मृतक के परिजनों से चर्चा जारी है।
कमला जोशी, एएसपी बैतूल