Betul News: आज शाम तक नए सीएस के नाम पर लगेगी मोहर!

Betul News: The name of the new CS will be approved by this evening!

डॉ घोरे का नाम पहले नंबर पर, डॉ धाकड़ के भी लाबिंग करने की चर्चा, नए नाम भी आ सकता है सामने

Betul News: बैतूल। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन के पद को लेकर कुछ दिनों से जमकर माथापच्ची हो रही है। अभी तक सिविल सर्जन का नाम तय नहीं हो सका है। जानकारी यह सामने आ रही है कि जिला अस्पताल के तीन डाक्टरों के नाम सिविल सर्जन के लिए सामने आए हैं। इन्हीं तीन नामों में से सिविल सर्जन के लिए एक नाम तय किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. अशोक बारंगा और पैथालाजिस्ट डॉ. डब्ल्यूए नागले दो तीन बाद 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सिविल सर्जन सेवानिवृत्त होने के पहले नए सिविल सर्जन के नाम को लेकर खूब माथा पच्ची की जा रही है।

बताया जाता है कि जिले के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि नए सिविल सर्जन को लेकर नाम तय करने में लगे हैं, लेकिन कुछ डाक्टरों ने अपने उच्च स्तरीय संबंधों से जबरदस्त लाबिंग की है। यही वजह है कि एक सप्ताह पहले तय होने वाले सिविल सर्जन के नाम पर अब तक सस्पेंश बना हुआ है। एक अपुष्ट सूत्र ने बताया कि बुधवार शाम तक सिविल सर्जन के लिए नाम तय हो जाएगा। सिविल सर्जन के लिए सबसे ऊपर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जगदीश घोरे और सर्जन डॉ. प्रदीप धाकड़ का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। संभवत: इन दो नामों से ही एक नाम पर मोहर लगेगी। इन दो नामों में से किसी का नाम तय नहीं हुआ तो महिला रोग विशेषज्ञ डॉ वंदना धाकड़ को भी सिविल सर्जन की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

विवादों के कारण धाकड़ के नाम पर पेंच

जिला अस्पताल के सर्जन डॉ धाकड़ का नाम भी सिविल सर्जन के लिए चर्चा में है। डॉ धाकड़ कई बार विवादों में आने के कारण उनके नामों पर पेेंच फंसा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक कुछ जनप्रतिनिधि भी नहीं चाहते हैं कि किसी विवादित डॉ के हाथ में सिविल सर्जन जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी जाए। हालांकि डॉक्टर धाकड़ के लिए प्लस पाइंट यह है कि वे सबसे सीनियर है और वे सीएमएचओ से लेकर सिविल सर्जन तक की जिम्मेदारी को संभाल चुके हैं, उन्हें सिविल सर्जन पद का लंबा अनुभव है। अनुभव और सीनियार्टी से नाम तय हुआ तो डॉ धाकड़ का सिविल सर्जन बना सकते हैं।

दूसरा नाम शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जगदीश घोरे का है। इन्हें भी सिविल सर्जन पद का अनुभव है और इनकी विवादित कार्यप्रणाली भी नहीं रही है। इनके कुशल कार्य के कारण इनका नाम सिविल सर्जन का नाम तय किया जा सकता है। हालांकि सीनियार्टी की बात की जाए तो डॉ धाकड़ से सीनियर नहीं है। उल्लेखनीय है कि जब भी डॉ अशोक बारंगा अवकाश पर गए सिविल सर्जन की जिम्मेदारी डॉ घोरे ने ही निभाई है और उन्होंने अच्छे से सिविल सर्जन की जिम्मेदारी को निभाया है।

आज शाम तक तय हो जाएगा सिविल सर्जन का नाम

सिविल सर्जन डॉ अशोक बारंगा की सेवानिवृत्ति के लिए दो दिन का समय शेष रह गया है। इस लिहाज से सिविल सर्जन का नाम बुधवार शाम को तय होने की संभावना है। सिविल सर्जन का नाम तय करने के लिए जनप्रतिनिधियों से भी विचार विमर्श किया जा रहा है। बैतूल विधायक से भी इस संबंध में अधिकारियों द्वारा चर्चा की जा रही है कि सिविल सर्जन किसे बनाया जाए। सिविल सर्जन के नामों को लेकर लिस्ट में तीन नाम सामने आ रहे हैं।

इसमें डॉ जगदीश घोरे, डॉ प्रदीप धाकड़ और डॉ वंदना धाकड़ का नाम है। जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ कलेक्टर के पास भी इन तीनों नामों की फाइल भेजने की जानकारी सामने आई है। अभी तक सिविल सर्जन का नाम तय होना जाना था, लेकिन नाम तय करने के लिए कई दिनों से जमकर माथा पच्ची कुछ दिनों से चल रही है। सूत्र बताते हैं कि बुधवार शाम तक नाम तय हो जाएगा।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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