Betul News: बिजली कंपनी के मनमाने बिल के खिलाफ फोरम जाएगी नपा!
Betul News: NAPA will go to the forum against the arbitrary bill of the electricity company!

प्रदेश स्तर पर चुंगी कर से राशि काटने के बावजूद थमाएं जा रहे मनमाने बिल, बिजली कंपनी का इंकार
Betul News: बैतूल। नगरपालिका की आर्थिक स्थिति गड़बड़ाने में इस समय विद्युत कंपनी को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। हालांकि यह सिलसिला काफी पुराना है, जब बिजली बिलों को लेकर नपा और बिजली कंपनी में जमकर खींचतान चली आ रही है। पिछले दिनों बिजली बिल की राशि जमा न करने पर बिजली कंपनी ने नगरपालिका मद से लाखों रुपए की राशि काट ली गई।
इसके बावजूद नपा को जून-जुलाई का मनमाना बिल थमाएं जाने के बाद नपा अब उपभोक्ता फोरम जाने की बात कर रही है। यदि ऐसा हुआ तो दोनों विभागों में ठनना तय माना जा रहा है। दूसरी तरफ बिजली कंपनी ने नपा के सारे आरोपों को बेबुनियाद बताते कहा कि चुंगी क्षतिपूर्ति कर से राशि काटी नहीं गई है। नपा के अधिकारियों को इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करना चाहिए।
जानकारी के मुताबिक नगरपालिका और बिजली कंपनी में बिजली बिलों को लेकर लंबे समय से खींचतान जारी है। नगरपालिका अपने विद्युत संयंत्रों समेत शहर के मोटर पंप, स्ट्रीट लाइट और अन्य स्थानों के बिजली बिलों का भुगतान बिजली कंपनी को करते आ रही है, लेकिन कुछ माह से स्थिति यह है कि कंपनी द्वारा बिलों में मनमानी में बढ़ोत्तरी कर देने से आर्थिक संकट में चल रही नपा पर दोहरी मार पड़ रही है। इस संबंध में पिछले कई माह से नगरपालिका और बिजली कंपनी के बीच पत्राचार का सिलसिला जारी है, लेकिन इसमें कोई ठोस निर्णय सामने नहीं आया है। नतीजा यह हुआ कि पत्राचार का सिलसिला अब नपा सीधे उपभोक्ता फोरम तक ले जाने के लिए कमर कस रही है।
चुंगी कर से राशि कटी, फिर भी मनमाना बिल
नगरपालिका ने पिछले दिनों विद्युत कंपनी के दक्षिण संभाग के डीई को पत्र लिखकर चुंगी क्षतिपूर्ति से राशि कटौती करने की जानकारी उपलब्ध कराई है। नपा ने विद्युत विभाग को बताया कि जून 2022 में नपा ने चुंगी क्षतिपूर्ति से कंपनी को 6 करोड़ 67 लाख, दिसंबर 2022 में 26 लाख 42 हजार, जनवरी 2023 में 25 लाख, फरवरी 2023 में 24 लाख 67 हजार, अप्रैल 2023 में 31 लाख 55 हजार, जुलाई 2023 में 58 लाख 96 हजार, सितंबर 2023 में 1 करोड़ 8 लाख 57 हजार, दिसंबर 2023 में 33 लाख 36 हजार और जनवरी 2024 में 1 लाख 88 हजार रुपए की राशि काटी गई है।
इसके बावजूद मासिक चुंगी कर से राशि काटने के बावजूद विद्युत समायोजन किन देयकों में किया है। इसकी जानकारी विद्युत कंपनी ने नपा को पत्र के बावजूद अवगत नहीं कराई। इससे नपा की चुंगी कर की राशि सीधे प्रादेशिक स्तर से कटने पर नपा की आर्थिक स्थिति डगमगा रही है।
नपा के सामने अब दो विकल्प
सूत्र बताते हैं कि बिजली कंपनी द्वारा चुंगी कर से लगातार राशि काटने के बाद किन बिलों में इसका समायोजन किया। इस बात से आज तक नपा को अवगत नहीं कराया। इस बीच कंपनी ने जून माह में 15 लाख 25 हजार रुपए, मई माह में 41 लाख 90 हजार का बिल नपा को थमाया है। जबकि 24 जून की स्थिति में 1 करोड़ 20 लाख का बिल नपा द्वारा विद्युत कंपनी को चुकाया जा चुका है। इसके बाद नपा अब मनमानी बिलिंग के खिलाफ फोरम में जाने की तैयारी कर रही है।
नपा अध्यक्ष भी नाराज, पीआईसी में उठा मुद्दा
बिजली कंपनी के मनमाने बिल से नपा की गड़बड़ा रही आर्थिक स्थिति से नपा अध्यक्ष पार्वती बाई बारस्कर भी नाराज है। सूत्र बताते हैं कि पीआईसी की बैठक में अध्यक्ष बारस्कर को सभी सभापतियों ने विद्युत कंपनी द्वारा थमाए जा रहे मनमाने विद्युत देय को लेकर असंतोष जाहिर किया है। इसके बाद नपा ने विद्युत कंपनी को पत्र लिखकर चुंगी कर से कटौत्रा की राशि जानकारी मांगी है, लेकिन अब तक नपा मिलने के बाद सरचार्ज की राशि जोड़ने से विद्युत बिल अधिक आ रहे हैं। नपा अध्यक्ष की नाराजगी के बाद अब नपा बिजली कंपनी से आर-बपार की लड़ाई लड़ने के मूड में दिखाई दे रही है।
इनका कहना…..
विद्युत कंपनी को हमने चुंगी क्षतिपूर्ति कर से कटौत्रा की गई राशि के संबंध में कई बार जानकारी मांगी, लेकिन उपलब्ध नहीं हुई। नपा अध्यक्ष और सभापति भी अधिक बिजली बिलों को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। जल्द निर्णय नहीं होता है तो हम आगे विविधत निर्णय लेंगे।
ओमपाल सिंह भदौरिया, सीएमओ बैतूल
नपा को इस संबंध में गलतफहमी है। जून में जो राशि कटी वह एसटी में चली गई। बाकी राशि समायोजित नहीं हुई है। नपा को अधिकारियों इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करना चाहिए।
बीएस बघेल, डीई बिजली कंपनी, दक्षिण संभाग बैतूल