Betul Ki Khabar: डब्ल्यूसीएल पाथाखेड़ा ने बदले 135 सुरक्षाकर्मी, मचा हड़कंप
Betul Ki Khabar: WCL Pathakheda changed 135 security personnel, created panic

संयुक्त मोर्चा की मांग पर कंपनी ने लिया निर्णय
Betul Ki Khabar: सारनी। वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड पाथाखेड़ा ने अपने 135 सुरक्षा कर्मियों का स्थानांतरण कर दिया है। इससे सुरक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। कंपनी द्वारा जारी पत्र में स्थानांतरण का कारण संयुक्त मोर्चा की मांग बताया। इसी को आधार बनाकर कंपनी ने 135 सुरक्षा कर्मियों का तबादला कर दिया। बताया जा रहा है की जो सुरक्षा प्रहरी महाप्रबंधक कार्यालय में पदस्थ थे। उन्हें तवा और सारनी खदान भेज दिया है। जबकि तवा खदान में पदस्थ सुरक्षा कर्मियों को महाप्रबंधक कार्यालय भेज दिया है। इसी तरह छतरपुर, छतरपुर टू, तवा और तवा टू, रीजनल वर्कशॉप में सुरक्षा प्रहरियों का स्थानांतरण किया गया है।
विवाद बढ़ा तो निकाला शुद्धि पत्र
डब्ल्यूसीएल पाथाखेड़ा में यूनियनें कंपनी द्वारा निकाले पहले स्थानांतरण पत्र में स्पष्ट रूप से संयुक्त मोर्चा का जिक्र किया था। जिसमें बीएमएस, एटक, एचएमएस, सीटू और इंटक का उल्लेख है। जबकि सभी यूनियनों में सुरक्षा कर्मी सदस्य है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा नाराजगी व्यक्त करते ही यूनियनों द्वारा प्रबंधन पर दबाव बनाया। इसके बाद कंपनी ने तत्काल शुद्धि पत्र निकालकर समन्वय बनाने का प्रयास किया। डब्ल्यूसीएल सूत्र बताते है कि कुछ यूनियन के नेता अपने सदस्यों को बोलते फिर रहे थे कि स्थानांतरण कराने में हमारी कोई भूमिका नहीं है। लेकिन जब कंपनी ने स्थानांतरण पत्र में संयुक्त मोर्चा का जिक्र किया तो सच्चाई सबके सामने आ गई। इसी से बचने संभवत: शुद्धि पत्र निकाला गया है।
खदानों पर बढ़ रही है वारदात
वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड पाथाखेड़ा क्षेत्र में चार भूमिगत कोयला खदान है। इसके अलावा रीजनल वर्कशॉप और महाप्रबंधक कार्यालय है। इनमें लगभग 150 सुरक्षा कर्मी कार्यरत है। बावजूद इसके खदानों पर चोरी, लूट और डकैती जैसी वारदात बढ़ रही है। संयुक्त मोर्चा का मानना है कि सुरक्षा कर्मियों के स्थानांतरण से खदानों में बढ़ती वारदात पर अंकुश लगेगा। गौरतलब है कि शहर से दूर जंगल में स्थित भूमिगत खदानों में चोरी की घटना ज्यादा होती है। दरअसल रात और घने जंगल का फायदा उठाकर चोर वारदात को अंजाम देने में सफल रहते हैं। अब देखना यहां है कि सुरक्षा कर्मियों के स्थानांतरण से वारदात पर अंकुश लगता है या नहीं।