अधिकारियों में नैतिकता खत्म, जिले को समझा चारागाह!
भाई की कंपनी को फायदा पहुंचाने वाले सीईओ पर कार्रवाई नहीं, आदिवासी और भाजपा नेता ने अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया

बैतूल। यह बात बिलकुल साफ हो गई है कि चिचोली और भीमपुर जनपद में स्वच्छ भारत मिशन घोटाले में बड़े अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। इस बात के आरोप पिछले दिनों कांग्रेस सेवा दल के नेता मनोज आर्य ने चिचोली में आयोजित पत्रकारवार्ता में खुलकर लगाए। हालांकि पहले ही यह बात कहीं जा रही थी कि कहीं न कहीं दाल में काला है। उन्होंने जनपद सीईओ अभिषेक वर्मा के भाई की कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपए की राशि डालने के आरोप लगाए थे।
इस पर पूर्व विधायक गीता-रामजीलाल उइके के पुत्र और आदिवासी भाजपा नेता दीपक उइके ने कहा कि अधिकारियों में नैतिकता खत्म हो चुकी है, जिले को सिर्फ इन्होंने चारागाह समझकर रखा है। उनके इस आरोप के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को भी सोचना चाहिए कि अधिकारियों पर लगे आरोपों की जांच कराए और दोषियों पर कार्रवाई करें।
कांग्रेस ने चिचोली में जिस तरह पत्रकारवार्ता कर जनपद पंचायत चिचोली में पदस्थ रहे पूर्व सीईओ अभिषेक वर्मा के भाई की कंपनी को करोड़ों के भुगतान करने के संगीन आरोप लगाए। इसके अलावा कांग्रेस नेता मनोज आर्य ने रंगाई-पुताई और कई मरम्मत कार्यों में करोड़ों के भुगतान के अलावा जनपद की बेसकीमती जमीन बेचने के भी आरोप लगाए थे।
इस मामले को लेकर वे लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू को भी शिकायत करने वाले हैं। कांग्रेस के इस आरोप के बाद सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी के जिम्मेदार कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। हालांकि प्रेसनोट जारी कर पूर्व में वे अपना बयान जारी कर चुके है, लेकिन कांग्रेस के संगीन आरोप के बाद किसी ने खुलकर सामने आने का प्रयाास नहीं किया। इसी वजह भाजपा की जमकर किरकिरी हो रही है।
उइके के आरोप से खलबली
इस मामले में आदिवासी युवा प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष और दिग्गज भाजपा नेता दीपक उइके ने सांझवीर की खबर पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर अधिकारियों की जमकर क्लास ली है। उन्होंने कहा कि यहां पर अधिकारी आते हैं और लूटकर चले जाते हैं। चिचोली और भीमपुर ही नहीं आदिवासी ब्लाक मुख्यालयों की अन्य जनपदों में भी लूट मची हुई है। चिचोली जनपद में तो जिस तरह अधिकारियों को बचाकर कार्रवाई के नाम पर छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई। इससे जिम्मेदार अधिकारियों के हौसले और बढ़ेेंगे। वे ज्यादा हिम्मत के साथ लूट मचाएंगे और बैतूल जिले को ठेंगा दिखाकर चले जाएंगे।
उन्होंने कटाक्ष करते लिखा है कि यहां पर कोई छोटी वस्तु घूम जाए तो हड़कंप मच जाता है, लेकिन डीएससी का उपयोग कर 13 करोड़ लूट लिए और अधिकारियों को हवा तक नहीं लगी। उन्होंने सवाल किया है कि फिर मानीटरिंग का नाटक किस बात का होता है? सवाल देने वाले खुद बाबू लोग बन बैठे हैं। एक और कटाक्ष करते लिखा है कि बागुड़ ही खेत खा रही है तो खेत कौन बचाएगा?
एक और भाजपा नेता का निशाना
अपने तीखे शब्द बाणों के लिए चर्चित शाहपुर जनपद के पूर्व उपाध्यक्ष विशाल सिंह ठाकुर चिचोली और भीमपुर घोटाले पर मुखर होकर अपनी बात कह रहे हैं, लेकिन उनकी बातों का कोई जवाब नहीं दे रहा है। उन्होंने फिर लिखा है कि सिर्फ उनके क्षेत्र के पावरझंडा के अलावा चिचोली और भीमपुर जांच रिपोर्ट बुलवा ली जाए तो दोनों जांच में आरोपियों को बचाने के लिए किस तरह से प्रयास किया है, यह स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने सवाल किया है कि जांच कमेटी इतना बता दें कि डीएससी किसने लगाई है और उनके पास क्या सबूत है? किस आधार पर छोटे कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है? उनको कैसे पता चला कि डीएससी चोरी हो गई है?
घोड़ाडोंगरी विधायक गंगा उइके के प्रतिनिधि और शाहपुर के दिग्गज भाजपा नेता अमित महतो ने भी पहली बार चुप्पी तोड़कर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए लिखा है कि जिले के पूरी जनपदों की जांच करा लो। सभी दूर बड़े घपले मिलेंगे। विशेष रूप से डैम, तालाब निर्माण, सामग्री खरीदी की जांच हो जाए तो सबकुछ सामने आ जाएगा। इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ से उनके मोबाइल पर संपर्क किया, लेकिन उन्होंने मैसेज में मीटिंग में होने की बात कहकर चर्चा नहीं की।