Betul News: अब समान रीडिंग का बिल भी 500 से 700 रुपए
Betul News: Now the bill for the same reading is 500 to 700 rupees

सांझवीर की बिजली उपभोक्ताओं से अपील, सतर्क रहें, शिकायत करें
Betul News: बैतूल। सांझवीर टाईम्स ने मंगलवार ही बिजली कम्पनी के मैन्युअल और ऑन लाइन बिलों के जरिये बिजली कम्पनी की वसूली को लेकर खबर प्रकाशित की थी। खबर के बाद अब कम्पनी का एक और कारनामा सामने आया है । उपयोग में नहीं आ रहे मीटरों के किराए सहित अनाप-शनाप पैसा कम्पनी उपभोक्ताओं से वसूल रही है। यह हरकत सीधे सीधे आम जनता के साथ किए जा रहे अत्याचार से जोड़कर देखी जा रही है। मामला एक उपभोक्ता की शिकायत के बाद सामने आया है। उपभोक्ता के मीटर की पूर्व और वर्तमान रीडिंग बराबर होने के बावजूद उसे 500 रुपए का बिल थमा दिया गया। अब यह कहा जा रहा है कि पुरानी रीडिंग की बाकी राशि जोड़कर बिल दिया गया है, लेकिन सवाल ये हैं कि आखिर यह कैसे संभव हो सकता है।
महीने भर नहीं जली बिजली फिर भी 500 का बिल
बिजली कम्पनी उपभोक्ताओं से किस कदर अवैध वसूली कर रही है इसका नमूना कल ही सांझवीर टाईम्स उजागर कर चुका है। मीटर रीडर और ऑन लाईन बिल के बीच ही 200 रुपए का अंतर साफ नजर आ रहा है। अब एक उपभोक्ता ऐसा सामने आया है जिसके बिजली मीटर की खपत जीरो होने के बावजूद उसे 507 रुपए का बिल थमा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक अप्रैल माह की 13 तारीख को मीटर की रिडिंग ली गई थी। रीडिंग के बाद दिए गए बिल में पूर्व में ली गई रीडिंग 658 यूनिट बताई गई।
इसी तरह वर्तमान रीडिंग भी 658 यूनिट ही बताई गई है, आंकलित खपत तक जीरो बताई गई, यानी कि उपभोक्ता ने बिजली का उपयोग नहीं किया है। बावजूद इसके उसे 507 रुपए का बिजली बिल थमा दिया गया है। जब उपभोक्ता ने इसकी शिकायत की तो अधिकारियों का कहना पड़ा कि पूर्व में बैलेंस रीडिंग का बिल हो सकता है, इसे जमा करना ही पड़ेगा। जबकि कम्पनी प्रतिमाह रीडिंग लेकर खपत के मुताबिक ही बिल वसूल रही है । ऐसे में यह कहा जाना कि पुरानी बेलेंस रीडिंग का बिल हो सकता है गले से नीचे नहीं उतर रहा है।
नहीं जमा की राशि तो पहुंच गए कनेक्शन काटने
पीड़ित उपभोक्ता का कहना है कि शिकायत के बावजूद अधिकारियों ने समस्या का कोई समाधान नहीं किया। जब राशि जमा नहीं की गई तो कर्मचारी बिजली कनेक्शन काटने के लिए घर आ गए। मजबूरी और दबाव के चलते आखिर बिल में दर्शाई गई राशि जमा करनी ही पड़ी। गौरतलब है कि कम्पनी की सेवाएं लेने वाले उपभोक्ताओं की संख्या लाखों में है। सम्भव है कि इस तरह से पीड़ित उपभोक्ताओं की संख्या कम से कम हजारों में तो होगी ही। सांझवीर टाईम्स उपभोक्ताओं से अपील करता है कि रीडिंग और ऑनलाइन बिलों का एक बार अध्ययन जरूर कर लें हो सकता है कि कहीं आपकी अनदेखी का कई गलत फायदा तो नहीं उठा रहा जागो उपभोक्ता जागो।