Betul News: बैतूल में अवैध कालोनियों को अधिकारियों का अभयदान!
प्रागा होम्स को एडीएम की टीम नपा ने दी थी क्लिनचिट, 6 माह में फिर कालोनी वालों को उतरना पड़ा सड़क पर

Betul News Avaidh Colony: बैतूल। अवैध कालोनी को लेकर शासन के मापदंडों को बैतूल में अधिकारी कोई मायने नहीं रखते हैं। राज्य शासन ने कालोनियों को वैध करने के लिए जो नियम बनाए हैं, उसका भी पालन नहीं किया जाता है। अलबत्ता शिकायतों के बाद कालोनी में पहुंचकर प्रशासनिक नुमाइंदें जांच कर कालोनाइजरों को फायदा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसका एक और उदाहरण विवेकानंद वार्ड स्थित प्रागा होम्स में देखने को मिला है। यहां पर एडीएम को शिकायत के बाद भी नपा के एई और उपयंत्री करीब 6 माह पहले जांच करने गए थे।
लंबे समय तक चली जांच के बाद एई ने कालोनाइजर को क्लिनचिट दे दी। कालोनीवासियों के सामने पंचनामा बनाने का दांवा किया गया, लेकिन एक बार फिर कालोनी के दर्जनों लोग कालोनाइजर की खिलाफत करते हुए शिकायत करने के लिए पहुंच गए। इससे नपा की टीम द्वारा की गई जांच की पोल खुल गई है।
Betul News: जांच कमेटी- जिपं पर गबन के आरोपियों को बचाने के संगीन आरोप
शहर में कुकुरमुत्तों की तरह बनाई गई कालोनियों में लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं दी जा रही है। इसका खामियाजा कालोनीवासियों को भुगतना पड़ रहा है। खुद कलेक्टर भी कई शिकायतों के बाद खुद कालोनी में जांच के लिए पहुंचे और अधीनस्थों को कार्रवाई के निर्देश भी दिए, लेकिन अधीनस्थ औपचारिकता निभाकर कालोनाइजरों को फायदा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
अगर कार्रवाई होती तो अब तक कई कालोनियोंं के कर्ताधर्ता जेल में होते। इसका एक और बेहतरीन उदाहरण विवेकानंद वार्ड की प्रागा होम्स कालोनी में देखने को मिला है। 10 वर्ष से यह कालोनी अस्तित्व में आई, तब से अब तक कई अधूरे काम लोगों का मुंह चिढ़ा रहे हैं।
Betul Ki Khabar: पुस्तक मेला खानापूर्ति, महज 15 स्टाल में निभा रहे औपचारिकता
पूर्व में कालोनाइजर पर बंधक प्लाट बेचने के भी संगीन आरोप लगाए थे। इसके बाद मूलभूत सुविधाएं नहीं देने के आरोप करीब 6 माह पहले लगाए थे। कलेक्टर के पास पहुंची शिकायत के बाद उन्होंने एडीएम को जांच के आदेश दिए। मामला शहर से जुड़ा होने के कारण उन्होंने नपा के एई नीरज धुर्वे और सब इंजीनियर नगेंद्र वागद्रे को मौके पर जाकर जांच के निर्देश दिए।
बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारियों ने संयुक्त पंचनामा बनाकर लोगों के बयान दर्ज किए। उस समय ही इस जांच पर सवाल उठ रहे थे। दरअसल चुनिंदा लोगों के पंचनामा बनाकर रिपोर्ट एडीएम को सौंप दी गई। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कुछ लोगों ने बताया कि कालोनाइजर को फायदा पहुंचाने के लिए नपा के एई और सब इंजीनियर ने गलत पंचनामा बनाकर क्लिनचिट दे दी, जबकि कलेक्टर ने कालोनी में काम न होने के बाद कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने रजिस्ट्री पर रोक लगा दी।
इसके बाद सक्रिय हुए कालोनाइजर ने अपने रसूख का उपयोग करते हुए जांच को अपने पक्ष में कर लिया और लोगों को मूलभूत सुविधां से वंचित कर लापरवाह अधिकारियों से जांच रिपोर्ट अपने पक्ष में कर ली। यह आरोप कालोनी के लोग पूर्व में भी लगा चुके हैं।
कलेक्टर को जांच कर बताई कालोनाइजर की करतूत
हाल ही में प्रागा होम्स में रहने वाले एक दर्जन से अधिक कालोनीवासियों ने कलेक्टर को शिकायत कर कालोनाइजर के खिलाफ मोर्चा खोल लिया। कालोनी के लोगों ने अपनी शिकायत में बताया कि 2020 में कई बार कालोनी में काम न होने की शिकायत की। इसके बाद कई बार और शिकायत की।
Betul News: तांगा स्टैंड से बाबू चौक तक उत्कृष्ट सड़क के लिए खर्च होंगे 2 करोड़
कालोनी के लोगों ने बताया कि नपा के एई ने कुछ माह पहले उनकी शिकायत के बाद समीक्षा और निरीक्षण का पंचनामा बनाया था। इसमें कालोनाइजर को एक माह का समय देकर काम पूरा करने के लिए कहा था, लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद भी काम पूरा नहीं हुआ है। कालोनीवासियों का आरोप है कि कालोनाइजर के 90 प्रतिशत बंधक प्लाट मुक्त कर दिए गए। शेष बचे दस प्रतिशत प्लाट भी नपा द्वारा बंधक मुक्त किए जाने की प्रक्रिया की जा रही है। शिकायत में कालोनी के लोगों ने बताया कि आज तक कालोनी कवर्ड नहीं की गई है। यहां नालियों से गंदा पानी बहकर प्रदूषण फैल रहा है।
महीनों तक नालियों की सफाई नहीं होने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है। कई रोड क्षतिग्रस्त और अव्यवस्थित होने के कारण परेशानी बढ़ गई है। कालोनी में कई दिनों से बिजली पोल की लाइट बंद है। यहां बनाए गए एसटीपी टैंक आज तक अधूरा है।
लोगों ने मांग की है कि शेष बंधक प्लाट नपा या कालोनी विकास समिति बेचकर विकास कार्य करवाए। ज्ञापन देने वालों में विक्की चौहान, राजकुमार राठौर, श्रवण उइके, नित्यानंद उपाध्याय, दिनेश धकाते समेत अन्य लोग उपस्थित थे।