Prashasnik Kona: प्रशासनिक कोना: आखिर कौन दे रहा गबन कांड में रिश्तों की दुहाई?? काजू- बादाम की व्यवस्था के बाद आखिर क्यों बुदबुदाए यह साहब??? कौनसी नगरपालिका में सब इंजीनियर और जिन्न का किस्सा बना कौतूहल का विषय???? विस्तार से पढ़िए हमारे चर्चित कॉलम प्रशासनिक कोना में…….

Prashasnik Kona: Administrative corner: After all who is pleading for relations in the embezzlement case?? Why did this gentleman mumble after the arrangement of cashews and almonds??? In which municipality the story of the sub-engineer and the jinn became a matter of curiosity???? Read in detail in our popular column Administrative corner.......

गबन कांड में दी जा रही रिश्तों की दुहाई

जिले के आदिवासी क्षेत्रों में हाल ही में करोड़ों के गबन कांड में अब रिश्तों की दुहाई दी जा रही है। इसकी चर्चा संबंधित क्षेत्र से निकलकर जिला मुख्यालय में जांच करने वाली अधिकारी से होते हुए बड़े साहब और जिले के शीर्ष जनप्रतिनिधियों तक पहुंच गई है। खबर है कि डीएससी चोरी होने का हवाला देकर एक अधिकारी बचने के लिए तमाम ताने-बाने बुन रहे हैं।

इसमें वे सफल भी हुए, अब खबर है कि उनकी जांच करने वाली अधिकारी से पुरानी रिश्तेदारी है। एक ही जाति के होने के कारण जांच में महातमों को बलि का बकरा बनाकर इस चर्चित अधिकारी को क्लीनचिट दे दी गई है। हालांकि विभाग के ईमानदार साहब को प्रतिवेदन भेज दिया है। देखना यह है कि मामले में रिश्तेदार कामयाब होती है या फिर बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएंगी, वाली कहावत।

काजू-बादाम की व्यवस्था कर क्यों बुदबुदाएं साहब?

बड़े साहब ने हाल ही में साप्ताहिक बैठक के बाद माननीयों की अपने चेंबर में बैठक ली। बैठक का एजेंडा सबको पता है। हालांकि बड़े साहब ने इस मर्तबा माननीयों को अपने चेंबर में काजू, किशमिश, बादाम और महंगी मिठाई के स्वाद से नवाजा। माननीयों ने भी बड़े साहब की मेहमान नवाजी का खूब लुत्फ उठाया। हालांकि बैठक के दौरान जिस विभाग ने यह व्यवस्था की थी। उसका ही एक अफसर टे्र लेकर खुद जी हजूरी कर रहा था।

चर्चा है कि जब यह सर्व कर बाहर आया तो गुस्से में बुदबुदाते नजर आया। ऐसा लग रहा था कि जैसे चेंबर में बैठे लोगों को उन्हीं शब्दों से नवाज रहे हैं, जिसका उपयोग अक्सर बड़े साहब भी कर डालते हैं। बताते चले कि यह साहब पिछले कई वर्षों से बैतूल में पदस्थ रहने के दौरान सामान उपलब्ध कराने वाली दुकानों पर ही यदा-कदा कार्रवाई करते रहते हैं।

सब इंजीनियर और जिन्न का किस्सा

एक निकाय में सब इंजीनियर और उनके खबरची जिन्न का किस्सा इन दिनों खासा सुर्खियों में हैं। वैसे तो खबर प्लांट कराने के लिए यह सब इंजीनियर अपने तथाकथित जिन्न के सहारे नैया पार कराने की कोशिश करते आए हैं, इसमें उन्हें कई सफलता भी मिली है। इन सब इंजीनियर के बारे में कहा जाता है कि जैसे ही किसी मामले में सीएमओ उनकी खाल खींचते हैं तो तत्काल अपने एक लीडिंग अखबार के जिन्न को हाजिर करवाकर डैमेज कंट्रोल की तैयारी शुरू हो जाती है। बकायदा पेड न्यूज के लिए जेब से हरे नोट पेश कर दिए जाते हैं। जिन्न भी जो हुक्म मेरे आका कहकर अगले दिन प्लांटेड खबर लगाकर अपने आका को खुश करने से बाज नहीं आ रहे हैं। भले ही यह खबर सौ प्रतिशत गलत हो, लेकिन सब इंजीनियर इसे सच बताने के लिए अखबार की कटिंग भी अधिकारियों को पेश कर देते हैं।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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