Betul Samachar: प्रदेश अध्यक्ष का मसला फिर आगे बढ़ा
Betul News: The issue of state president moved forward again

अब भाजपा के स्थापना दिवस के बाद मिलेगा पार्टी को नया अध्यक्ष
Betul Samachar: भोपाल/बैतूल। जैसे की पूर्व में संभावना जताई जा रही थी कि प्रदेश भाजपा को नया मुखिया पार्टी के स्थापना दिवस 6 अप्रैल के पूर्व मिल जाएगा। खुद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी हेलीकाप्टर में संभावित प्रदेश अध्यक्ष के लिए जगह रिक्त छोड़ दी थी। इसके बाद संभवानाएं दिख रही थी कि 5 अप्रैल की रात तक पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा और प्रदेश मुख्यालय पर होने वाले स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम में अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे, लेकिन एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष घोषित करने में पार्टी पिछड़ गई है।
अब खबर है कि नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान 7 अप्रैल या इसके बाद कर सकते हैं। यह संकेत मिलते ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रतलाम में भाजपा के विधायक चेतन कश्यप द्वारा आयोजित स्थापना दिवस के वृहद कार्यक्रम में जाने का प्लान रद्द कर दिया है। भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि सीएम ने खुद इस कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति दे दी थी, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा समय के पूर्व नहीं होने से उन्होंने रतलाम जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है।
7 के बाद होगी नए अध्यक्ष की घोषणा
प्रदेश भाजपा के सूत्र बताते हैं कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की घोषणा एक बार फिर टल गई है। प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए प्रभारी बनाए गए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान अपने पिता के निधन के बाद लंबे समय से गृह राज्य उड़ीसा में थे। हालांकि वे दिल्ली लौट आए हैं। सूत्र बताते हैं कि उनकी नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से दो दौर की लंबी चर्चा हो चुकी है। इस मामले में नया मोड़ उस समय मिला, जब गृहमंत्री शाह से प्रदेश भाजपा के मंत्री और दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय पिछले दिनों दिल्ली में मुलाकात करने पहुंचे थे।
हालांकि दोनों दिग्गजों के क्या चर्चा हुई, इसका खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन सूत्र बताते हैंं कि नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर दोनों के बीच लंबी मंत्रणा हुई। विजयवर्गीय के भोपाल लौटते ही इस मंत्रणा को लेकर जमकर उथल-पुथल मची हुई है। भाजपा के सूत्र बताते हैं कि नए अध्यक्ष को लेकर 7 अप्रैल या उसके बाद सिंगल नाम लेकर केंद्रीय मंत्री प्रधान भोपाल आएंगे। 10 अप्रैल के पहले नए अध्यक्ष की घोषणा होने की संभावना दिखाई दे रही है। हालांकि अभी भी प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पेंच सामान्य और आदिवासी वर्ग के बीच ही फंसा हुआ है।