Betul Samachar: ठेकेदारों को पहले ३ और बाद में १० प्रतिशत अमानत राशि करना होगा जमा
Betul Samachar: Contractors will have to deposit first 3 and later 10 percent security deposit.

१ अप्रैल से लाइसेंस के साथ अस्तित्व में आएंगी १९ समूहों की ५६ शराब दुकानें
Betul Samachar: बैतूल। पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले इस वर्ष आबकारी विभाग ने तय समय सीमा के भीतर कुल १७ समूहों के शराब ठेकों का निराकरण करने में सफलता हासिल की है। अब केवल कोठीबाजार और गंज समूह ही बाकी बचा हुआ है, जिसका निराकरण भी ई टेंडर के जरिए जल्द हो जाएगा। आगामी १ अप्रेल से जिले की सभी ५६ एकीकृत शराब दुकाने नए सिरे से अस्तित्व में आ जाएंगी।
आसानी से १४ समूहों को रिनिवल करवाने के बाद कल २७ फरवरी को सारणी, बगडोना और और प्रताप वार्ड जैसे महंगे समूह फाइनल हो चुके हैं। जिला आबकारी अधिकारी अंशुमान सिंह चढ़ार ने बताया कि नियमानुसार तीन दिन के भीतर ठेकेदारों को कुल राशि का ३ प्रतिशत तथा अगले १० दिनों में १० प्रतिशत जमा करना होगा। इसके बाद लाइसेंस के साथ दुकाने हैंडओवर की जाएगी और १ अप्रेल से सभी दुकानें शुरू करवाई जाएगी। तब तक कोठीबाजार और गंज समूहों का भी निराकरण हो जाएगा।
कोठी बाजार, गंज समूह भी जाएगा सिंडिकेट के पास
शराब ठेकों की नीलामी में इस वित्तीय वर्ष में ठेकेदारों में गजब का तालमेल देखने को मिला है। पिछले लंबे समय से ठेकेदार रंजीत शिवहरे, अज्जू ठाकुर और रितेश मालवीय ग्रुप की तिकड़ी ठेकों के इर्द गिर्द घूमती रही है। यही वजह है कि ठेके होने के पूर्व ही दुकानें हासिल करने की पूरी प्लानिंग पहले ही कि जा चुकी थी। यदि पंखा और शाहपुर समूह छोड़ दिया जाए तो जिले के १७ समूहों पर सिंडिकेट अपने मंसूबों में पूरी तरह कामयाब हुआ है। जानकारी मिली है कि कोठी बाजार और गंज आ समूह हासिल किए जाने की रणनीति तैयार है और यह दोनों समूह भी आने वाले दिनों में सिंडिकेट के हाथ होंगे।
एक ही ग्रुप ने लिया ठेका तो महंगे हो सकते हैं दाम
शराब व्यवसाय से जुड़े जानकार बताते हैं कि वैसे तो शराब के दाम बढ़ाना-कम करना शासन के पास रहता है, लेकिन सिंडीकेट में यदि ठेकेदार के कुछ गु्रप मिलकर ठेका लेते हैं तो शराब के दामों में अक्सर बढ़ोत्तरी होती है। यदि इस बार भी ऐसा ही सिंडीकेट चला तो एक ही समूह शराब के ठेके में अपना आधिपत्य जमाकर दामों में बढ़ोत्तरी कर सकता है। जिले के सूरा प्रेमियों को नए वित्तीय वर्ष में शराब के अधिक दाम चुकाकर जेब हल्की करने को मजबूर होना पड़ सकता है। वैसे सिंडीकेट में ठेकेदार शराब के दाम भी कम कर सकते हैं। वैसे इसकी संभावना कम दिखाई दे रही है।
इनका कहना ……
ठेकेदारों को ३ दिन में तीन प्रतिशत और अगले १० दिनों में दस प्रतिशत राशि जमा करना है। १ अप्रेल से सभी दुकाने नए सिरे से शुरु करवा दी जाएगी।
अंशुमान सिंह चढ़ार, जिला आबकारी अधिकारी बैतूल