Betul News: सारणी और रानीपुर में पकड़ी गई अफीम की अवैध खेती, SP भी मौके पर पहुंचे

Betul News: Illegal cultivation of opium caught in Sarani and Ranipur, SP also reached the spot

Betul News (कालीदास चौरासे): अफीम नाम सुनकर दिमाग सीधे नीमच और मंदसौर की तरफ जाता है। लेकिन बीते चार दिनों में घोड़ाडोंगरी ब्लाक में अफीम की खेती का दूसरा मामला सामने आने से बैतूल जिले के लोगों के दिमाग में अफीम की खेती घर कर गई है। सारनी थानांतर्गत ग्राम पंचायत धसेड़ के खकराढाना गांव निवासी छतन उईके के करीब डेढ़ एकड़ खेत में अफीम की फसल लहलहा रही थी। सूचना मिलते ही पुलिस ने बिना देर किए सोमवार रात से ही कार्रवाई शुरू कर दी। सुबह होते होते समीपस्थ गांव में अफीम की खेती की खबर जंगल की आग की तरह पूरे जिले और प्रदेश में फैल गई।

इधर पुलिस ने खेत मालिक छतन उईके और अफीम की खेती करने वाले धसेड़ निवासी पप्पू के पुत्र को हिरासत में ले लिया। वहीं बैतूल, आमला, मुलताई, रानीपुर, सारनी, पाथाखेड़ा, घोड़ाडोंगरी पुलिस मौके पर मौजूद रहकर कार्रवाई करने में जुटी है। बताया जा रहा है कि सोमवार रात 8 बजे से धसेड़ और खकराढाना गांव पुलिस छावनी में तब्दील है। रात में ही घेराबंदी कर खेत मालिक और किराए पर खेत लेकर खेती करने वाले के पुत्र को पुलिस ने अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की है। जबकि रात के अंधेरे और घने जंगल का फायदा उठाकर खेती करने वाला आरोपी भाग निकला।

24 घंटे चलेगी कार्रवाई

एसडीओपी रोशन कुमार जैन ने बताया सूचना के बाद से ही अवैध रूप से अफीम की खेती करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई का सिलसिला जारी है। रविवार रात से चल रही कार्रवाई सोमवार देर रात तक चल सकती है। दरअसल 52 पंचनामा तैयार करने के अलावा अफीम के पौधों की गिनती और वजन करने के साथ – साथ फोटो वीडियोग्राफी तक की जाएगी। इसके बाद अफीम की खेती करने वाले आरोपी और खेत मालिक के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस प्रशासन ने राजस्व विभाग को मौके पर बुलाकर अफीम की खेती वाले रकबे का सीमांकन कराया जा रहा है।

मीडिया को रखा दूर

अफीम की अवैध खेती को लेकर सोमवार रात से चल रही कार्रवाई से पुलिस ने मीडिया को पूरी तरह दूर रखा है। मीडिया को खुलकर जानकारी भी नहीं दी जा रही है। इतना ही नहीं। फोटो, वीडियोग्राफी से भी रोका जा रहा है। पुलिस ने खेत को चारों तरफ से घेर रखा है। गांव के लोगों को भी आवाजाही से रोक दिया गया है। खेत की फोटो और वीडियोग्राफी पुलिस कार्रवाई के बाद उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है। पुलिस का मानना है कि अफीम की खेती का यह दूसरा मामला है। लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि अफीम की खेती और कहीं नहीं हो रही है। इसी को गंभीरता से लेकर चोपना और घने जंगलों से सटे खेतों की जांच कराई जा रही है।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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