Betul News: वन वृत के इतिहास में वन माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्यवाही
Betul News: Big action against forest mafia in the history of forest circle

2 साल के भीतर 61 लाख रुपए की वनोपज जब्त, 5 हजार 71 नग सागौन लट्ठों की हुई कटाई
Betul News: बैतूल। वनवृत बैतूल के अंतर्गत वन माफियाओं सक्रियता आए दिन नजर आती है। एशिया महाद्वीप में मशहूर तेलिया सागौन की कटाई और तस्करी के मामले सामने आना भी आम बात है, लेकिन कार्यवाही की बात की जाए तो यदाकदा ही सामने आती रही है। यदि दक्षिण वन मण्डल के पिछले 2 सालों के रिकार्ड देखे तो साफ समझ में आ रहा है कि वन वृत के इतिहास में यह सबसे बड़ी कार्यवाही मानी जा सकती है।
दक्षिण वन मंडल की कमान संभालते ही डीएफओ विजयानंतम टीआर ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद से वनमा$िफयाओं पर ऐसा शिकंजा कसा की 2 साल के भीतर ही माफियाओं की कमर तोड़ कर रख दी गई। इन कार्यवाहियों में न ही बड़े पैमाने पर सागौन ल_ों की जब्ती बनाई गई, बल्की सैकड़ो की संख्या में तस्करी में उपयोग किए जाने वाले वाहनों की राजसात करने की कार्यवाहियां भी की गई हैं। सैकड़ों की ही संख्या में आरोपियों को जेल का रास्ता भी दिखाया गया है।
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61 लाख 84 हजार मूल्य की सागौन की जब्त
आमतौर पर वन माफियाओं की नजर हमेशा वृत के जंगलों में बनी रहती है। मौका मिलते ही जंगलों में घुसकर कटाई करने का कोई भी अवसर माफिया हाथ से जाने देना नहीं चाहते। दक्षिण वन मंडल की कमान संभालते ही डीएफओ ने इस गंभीर मामले को सबसे पहले प्राथमिकता में ले लिया। डीएफओ विजयानंतम टीआर बताते हैं कि माफियाओं पर नकेल कसने के लिए सबसे पहले समस्त परिक्षेत्र अधिकारियों और कर्मचारियों से वन मंडल में कटाई और माफियाओं की मौजूदगी का फीडबैक लेकर कार्ययोजना तैयार की गई। मुखबिर तंत्र को भी मजबूत कर मैदान में उतार दिया गया और गश्ती बढ़ाई गई।
इसके सकारात्मक परिणाम भी एक के बाद एक देखने को मिले। अधिकारियों और कर्मचारियों की लगन और मेहनत का ही परिणाम है कि वर्ष 2022 से 2024 के बीच विभिन्न परिक्षेत्रों से लगभग 125.147 घन मीटर सागौन कीमत 61 लाख 84 हजार 8 सौ 24 , 5071 नग ल_े जब्त करने में कामयाबी हासिल की गई। डीएफओ का कहना है कि, कार्यवाहियां तो हुई हैं, लेकिन इसे वृत के इतिहास से जोड़ना अपने कर्तव्यों के खिलाफ है, क्योंकि शासन स्तर पर हमें यही जिम्मेदारी दी गई
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76 वाहन राजसात, 2 लाख 37 हजार का खनिज भी जब्त
वन मण्डल के अंतर्गत केवल काष्ठ की जब्ती ही नहीं बनाई गई, बल्कि जंगलों में होने वाले खनिज माफियाओं को भी इसका परिणाम भुगतना पड़ा है। पिछले 2 सालों के भीतर वन क्षेत्र में की गई अवैध कटाई और खनिज उत्खनन के मामलों में कुल 76 वाहनों की जब्ती बनाकर इन्हें राजसात किए जाने की कार्यवाही प्रचलित की गई है। वन क्षेत्रों से खनन की गई रेत-मुरम आदि के मामलों में 2 लाख 37 हजार 7 सौ 22 मूल्य के 84.392 घन मीटर खनिज जब्त किया गया है।
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57 आरोपियों को भेजा जेल की सलाखों के पीछे
महज कुछ अरसे के भीतर की गई कार्यवाहियों के बाद वन माफियाओं में हड़कंप की स्थिति देखने को मिली है। हालांकि छोटी मोटी घटनाओं को छोड़ दें तो मंडल में कटाई के बड़े मामलों पर विराम लगना जरूर देखने में आ रहा है। डीएफओ विजयानंतम टीआर ने बताया कि काष्ठ और खनिज के मामलों में आरोपियों के विरुद्ध भी कड़ी कार्यवाही की गई हैं। इन सभी अपराधों को अंजाम देने और शामिल रहने वाले कुल 57 आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजने की कार्यवाही न्यायालय द्वारा की गई है। कुछ मामलों में आरोपियों को सजा हुई है तो कुछ मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं।