Betul News: फरवरी माह तक नपा की वसूली की रफ्तार धीमी
Betul News: NAPA's recovery pace slow till February

10 करोड़ में से महज अब तक 3 करोड़ 34 लाख की वसूली बाकी, सबसे अधिक जलकर की राशि वसूलना नपा के लिए डेढ़ी खीर साबित
Betul News: बैतूल। वार्डों में शिविर लगाकर संपत्ति कर वसूल करने की तमाम कवायदों के बावजूद नगरपालिका फरवरी माह के दूसरे सप्ताह तक महज 30 प्रतिशत करों की वसूली ही कर पाई है। इन करों में नपा के सामने जल शुल्क की 58 लाख से अधिक की वसूली करना किसी चुनौती से कम नहीं है। मार्च माह की समाप्ति को महज डेढ़ माह का समय बचा है। ऐसे में नपा को शेष बची 70 प्रतिशत यानी 10 करोड़ में से 7 करोड़ की वसूली करना किसी चुनौति से कम नहीं है। हालांकि नपा के राजस्व विभाग का दावा है कि इस बार वसूली का आंकड़ा 90 प्रतिशत से ऊपर जाएगा।
शहर के लोग जागरूक होने के बावजूद विभिन्न करों का भुगतान देने में लेटलतीफी करते आए हैं। इसका खामियाजा नपा की वित्तीय स्थिति बिगड़ते जाती है। सीएमओ ने पूर्व में शहर के 33 वार्डों में अलग-अलग दिनों संपत्ति कर वसूली के लिए अभियान चलाने और करो की वसूली के लिए टीम भी बनाई थी। नपा ने 33 वार्डों में शिविर भी लगाए, लेकिन नतीजा सिफर निकला। डेढ़ माह तक शिविर लगाने के बावजूद नपा के खजाने में उतना राजस्व नहीं आया था, जितनी उम्मीद की जा रही थी। इसी वजह वार्डों में शिविर लगाकर वसूली का अभियान भी टायटाय फिस साबित हो गया।
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राजस्व अमला भी अलर्ट नहीं
नपा के पास सबसे अधिक राजस्व अमले की टीम मौजूद है। यह टीम बाजार से वसूली करने के अलावा विभिन्न टैक्स की वसूली के लिए काम करती है, लेकिन वित्तीय वर्ष समाप्ति के अंतिम दो माह में राजस्व वसूली में तेजी लाती है। इसी वजह शत प्रतिशत वसूली का काम हमेशा पिछड़ जाता है। भले ही सीएमओ बैठक लेकर राजस्व अमले को वित्तीय वर्ष समाप्ति के पहले शत प्रतिशत वसूली का लक्ष्य दिया, लेकिन राजस्व अमला चाहकर भी लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि वसूली की रफ्तार अक्सर 70 से 80 प्रतिशत ही हो पाती है।
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अन्य कामों से पिछड़ रहा वसूली का काम
बताया जा रहा है कि राजस्व अमले के पीछे राजस्व वसूली के अलावा कई अन्य काम भी सौंपे जा रहे हैं। इस वजह राजस्व वसूली का काम पिछड़ते आ रहा है। दरअसल राजस्व अमले को वसूली के काम के अलावा शहर से अतिक्रमण हटाने की जिम्मेदारी भी सौंपी जाती है। यह काम भी वर्ष भर चलते रहता है। यही कारण है कि राजस्व वसूली की रफ्तार अतिक्रमण के कारण भी पिछड़ते जा रही है। एक राजस्व निरीक्षक, एक उपनिरीक्षक और छह राजस्व उपनिरीक्षक के जिम्मे अधिक काम होने से व्यवस्था चरमरा रही है।
जलकर वसूलने में सबसे अधिक लेटलतीफी
फरवरी माह के दूसरे सप्ताह तक राजस्व अमले ने महज 29 प्रतिशत वसूली का लक्ष्य पूरा किया है। अभी 70 प्रतिशत वसूली करना बाकी है। नपा के उपलब्ध आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो सर्वाधिक फिसड्डी काम जलकर का है। 2 करोड़ 79 लाख का जलकर नपा को वसूलना है, लेकिन अब तक महज 58 लाख ही जलकर वसूल हो पाया है। इसी तरह समेकित कर का 85 लाख में से 19 लाख 48 हजार ही नपा के खजाने में पहुंचा है, जब दुकान/भूमि किराया भी 83 लाख में से केवल 19 लाख ही वसूल हो पाया है। केवल संपत्ति कर के 3 करोड़ 70 लाख में से 1 करोड़ 51 लाख की वसूली यानी सर्वाधिक 40 प्रतिशत इसी का नपा वसूल पाई है। शेष करों की वसूली की रफ्तार धीमी है।
इनका कहना…
राजस्व वसूली वर्षभर चलती है। फरवरी और मार्च माह में लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा करने का प्रयास किया जाता है।
ब्रजगोपाल परते, राजस्व निरीक्षक नपा बैतूल