World Cancer Day: विश्व कैंसर दिवस पर विशेष: कैंसर पीड़ितों के लिए ढाई एकड़ खेत में लगा दिये 500 लक्ष्मी तरु के पेड़,कैंसर के मरीजों को मुफ्त बांटते है पत्तियां

World Cancer Day: Special on World Cancer Day: 500 Lakshmi Taru trees planted in two and a half acres of land for cancer patients, leaves are distributed free to cancer patients.

पीड़ितों के लिये आठ साल पहले किया था पौधा रोपण,बच्चों जैसा किया लालन-पालन

World Cancer Day: बैतूल । कैंसर लाइलाज बीमारी है, यह बात तो सभी जानते हैं और यह भी जानते हैं कि कैंसर के इलाज में पीड़ित का सब कुछ बिक जाता है। यहां तक की इस बीमारी के खर्च के लिए आदमी कज़र् लेता है या फिर आम लोगों के सामने हाथ फैलाने को मजबूर हो जाता है । समाज में घटित यह घटनाओं को देख एक रिटायर्ड वन कर्मचारी ने नेशनल हाइवे से लगे ढाई एकड़ खेत में 500 लक्ष्मी तरु के पौधे लगाए थे थे, जो आठ सालों में अब पेड़ बन गए। लक्ष्मी तरु औषधि पौधा है, जिसकी पत्तियों में कैंसर से लड़ने की अद्भुत शक्ति होती है, जो कि पहले और दूसरे स्टेज के कैंसर को खत्म करने की ताकत रखती है । लक्ष्मी तरु की पत्तियों से भलाई की सप्लाई जिले ही नहीं देश के कोने-कोने में जारी है ।

जिला मुख्यालय के नज़दीक महदगांव के रहने वाले जीआर बारस्कर वन विभाग में नौकरी करते थे। सेवानिवृत्त होने के एक साल पहले उन्हें इस आयुर्वेदिक पेड़ के बारे में श्री रवि शंकर के योग कैम्प में सुना और जाना था। इसके बाद उनके मन में भी विचार आया कि वे अब इसके पौधे अपने खेत में लगाएंगे। बस यही से संकल्प लिया और लोगों की मदद करने की ठान ली। बारस्कर बताते है कि पहले उन्होंने इस पौधे को लगाने के लिए लोगों को दिया। जब इस से भी संतुष्टि नहीं मिली तो उन्होंने अपने ढाई एकड़ के खेत में ही 500 पौधों को लगाए और उनकी देखभाल करना शुरू किया। यह सभी पौधे आज पेड़ बन गए हैं और इससे कई लोगों को इलाज मिल रहा है।

संकल्प के आगे जलसंकट को नहीं बनने दिया रोड़ा

जीआर बारस्कर ने अपने एक संकल्प के आगे पानी की समस्या को बाधा नहीं बनने दिया। बारस्कर का जहां पर खेत हैं, वहां पर गर्मी के दिनों में पानी की किल्लत आम बात है। ऐसे में उन्होंने अपनी स्कूटी से करीब 3 किमी दूर से पानी लाकर पौधों की देखभाल की। एक लंबा संघर्ष उन्हें करना पड़ा। आज उनकी मेहनत रंग लाई है और आज पौधे पेड़ का आकर ले चुके हैं। बारस्कर बताते हैं कि पानी की समस्या को देखते उन्होंने जो सेवानिवृत्त पर राशि मिली थी, उसका कुछ हिस्सा खेत में पानी लाने पर खर्च की, ताकि पौधों को जीवित रख सके।

लक्ष्मी तरु की पत्तियों के लिए आते हैं पीड़ित

बारस्कर बताते हंै कि इन पत्तियों को हम निशुल्क बांटते हैं। पीड़ित हमें शोसल मीडिया पर खोजते आते हैं जो लोग हम तक नहीं पहुंच पाते हैं, उनसे पता लेकर कोरियर के माध्यम से उन तक पत्तियों को पहुंचाने का काम भी किया जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में हम अब तक 290 लोगों पार्सल सुविधा से भेज चुके हैं । बारस्कर बताते हैं कि उनका संकल्प है कि अधिक से अधिक कैंसर पीड़ितों को उनके माध्यम से मदद मिल सके।

आयुर्वेद के जानकार भी मानते है इसका लोहा

जिला आयुर्वेद की डॉ रीना पाटिल भी बताती है कि लक्ष्मी तरु की पत्तियां कैंसर पीड़ितों के लिए लाभदायक है। पहले और दूसरे दौर के पीड़ितों के लिए यह बहुत कारगर है, लेकिन इसे कीमोथेरेपी और एलोपैथिक के ट्रीटमेंट के साथ ही चलने दें। यह कैंसर के सेल्स की ग्रोथ को रोकता है । इस पेड़ को सभी को लगाना चाहिए। इसकी तीन पट्टी अपने वजन के मुताबिक 10 ग्राम का कहाड़ा बना कर सेवन करने से लाभ मिलता है ।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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