Betul News: विवादित थानेदारों ने बढ़ाया अधिकारियों का सिरदर्द
Betul News: Disputed police stations increase the headache of officers

थानों में बार-बार करना पड़ रहा बदलाव, जनप्रतिनिधियों की भी नाराजगी खुलकर आ रही सामने
Betul News: बैतूल। पुलिस विभाग में इस समय सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। भले ही एसपी और एएसपी अधीनस्थों को क्राइम बैठक से लेकर समय-समय पर होने वाली समीक्षा बैठकों में अपराधों पर नियंत्रणों के अलावा जनप्रतिनिधियों से सामांजस्य स्थापित करने के लिए निर्देश दे रहे हैं, लेकिन कुछ थाना प्रभारियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। नतीजा यह हुआ कि जनप्रतिनिधियों की नाराजगी खुलकर सामने आने के बाद थाना प्रभारियों को हटाने के अलावा एसपी के पास कोई विकल्प ही नहीं बचा। बुधवार शाम को भी 4 थाना प्रभारियों की पदस्थापना में फेरबदल को इसे से जोड़कर देखा जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि इस समय में बैतूल जिले में तजुर्बेकार अधिकारी 1-2 ही मौजूद है। जिले में 16 थाने हैं। इनमें से अधिकांश अपग्रेड है। यानी यहां पर टीआई स्तर के अधिकारियों की पदस्थापना करना है, लेकिन पूर्व में पदस्थ रहे संवदेनशील थानेदारों की कमी के कारण हालात बिगड़ रहे हैं। यह बात अधिकारी भी मानते हैं। चूंकि तबादलों का अधिकार अधिकारियों को नहीं है, यह रेंज से ही होता है। इसी वजह चाहकर भी मन पसंद थाना प्रभारी जिले में नहीं आ पा रहे हैं, नतीजतन जन प्रतिनिधियों और थानेदारों के बीच मनमुटाव के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि जनप्रतिनिधियों की बातों की अनदेखी करने के मामले एसपी के पास लगातार पहुंचने पर संबंधित थानेदारों की पदस्थापना में फेरबदल करना मजबूरी बन गई है।
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मुलताई टीआई सबसे अधिक विवादित
कुछ माह पहले ही पदस्थ किए गए मुलताई टीआई राजेश सातनकर लगातार जनप्रतिनिधियों के निशाने पर है। हालांकि शिकायतों के बाद भी उन्हें यहां से नहीं हटाया गया, लेकिन पिछले दिनों अभाविप के कार्यकर्ताओं के साथ विवाद के मामले में क्षेत्रीय विधायक के अलावा नपा अध्यक्ष भी नाराज बताई जा रही थी। पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पवार की भी नाराजगी सामने आई थी, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। पूर्व में पदस्थ एसडीओपी की भी विदाई पार्टी में डांस का मामला भी खूब सुर्खियां बटोरते रहा। इस घटनाक्रम से टीआई की रवानगी कर दी गई।
पहले भी आ चुके हैं कई मामले
सूत्र बताते हैं कि अकेले मुलताई टीआई ही नहीं बल्कि आधा दर्जन अन्य टीआई भी जनप्रतिनिधियों और अपराध नियंत्रण न होने पर एसपी की नाराजगी के बाद हटाए जा चुके हैं। सारणी में अरविंद कुमरे विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे के बाद तो कोतवाली टीआई देवकरण डेहरिया बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल, शाहपुर में जयपाल इनवाती विधायक गंगा उइके की नाराजगी के कारण हटाए जा चुके हैं। जनप्रतिनिधियों की नाराजगी के बाद लगातार बदलाव होने से कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं।