वर्क ऑर्डर जारी होने के बाद भी 29 काम शुरू नहीं

बैतूल। लगभग 150 करोड़ सालाना बजट वाली बैतूल नगर पालिका की वित्तीय स्थिति दिनों-दिन खराब होते जा रही है। ठेकेदारों को समय पर भुगतान नहीं मिलने का ही नतीजा है कि उनके द्वारा लिए गए दूसरे कामों को शुरू ही नहीं किया गया। कई नोटिस देने के बाद भी काम शुरू नहीं होने पर शिकायतें नगरीय प्रशासन एवं विकास नर्मदापुरम के कार्यपालन यंत्री तक पहुंच गई।
उन्होंने इस संबंध में परियोजना अधिकारी शहरी विकास और सीएमओ को सख्त हिदायत देते कहा है कि ऐसे ठेकेदारों को अब तक दिए गए कारण बताओ नोटिस की जानकारी के अलावा इन्हें ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई शीघ्र की जाए। यदि वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशों का नपा ने पालन किया तो आधे से अधिक ठेकेदारों को बोरिया-बिस्तर समेटने की नौबत आ जाएगी।
नपा में पिछले कुछ वर्षों से स्थिति नियंत्रण से बाहर होते जा रही है। इसके पीछे कई कारण माने जा रहे हैं, लेकिन 150 करोड़ का सालाना बजट नपा को चलाने के लिए पर्याप्त कहा जा सकता है। इसके बावजूद स्थिति पटरी पर नहीं आ पा रही है।
जानकार सूत्र बताते हैं कि नपा बैतूल में ठेकेदारों ने टेंडर तो लिए हैं, लेकिन उनके काम करने की अधिक रूचि नहीं है। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि भुगतान का झमेला लंबा खींच जाने और कई भुगतान रोक दिए जाने से उनकी स्थिति भी दयनीय होते जा रही है। यह सिलसिला कोई नया नहीं है, पहले भी ठेकेदार काम न करने की असली वजह नपा के अधिकारियों को बता चुके हैं, लेकिन उनकी मांगों को सहानुभूति पर विचार नहीं हो पाया है। नतीजा यह निकला कि अधिकारी ठेकेदार से काम कराने के प्रति रूचि नहीं दिखा रहे हैं तो ठेकेदार भी महज औपचारिकता निभाते आ रहे हैं।
भोपाल पहुंची शिकायत तो कार्यपालन यंत्री नाराज
सूत्र बताते हैं कि बैतूल नपा में निर्माण कार्य की गति मंथर चलने की शिकायत नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग के शीर्ष अधिकारियों तक पहुंची है। उनकी नाराजगी सार्वजनिक होने के बाद हाल ही में नर्मदापुरम के कार्यपालन यंत्री और नपा सीएमओ को पत्र लिखकर कहा है कि बैतूल नपा में ठेकेदार को कार्य आदेश जारी किए हैं, लेकिन भौतिक रूप से स्थल पर कार्य प्रारंभ ही नहीं किया गया है। इससे शासन की कई महत्वपूर्ण योजनाएं समय पर पूर्ण नहीं हो पा रही है। वरिष्ठ कार्यालय द्वारा इस मामले में लगातार नाराजगी जताई जा रही है।
उन्होंने परियोजना अधिकारी और नपा को निर्देश दिए हैं कि जिन कार्यों के वर्क आर्डर जारी किए जा चुके हैं और ठेकेदारों ने काम शुरू नहीं किया है। ऐसे ठेकेदारों की निविदा वैद्यता दिनांक तक अनुबंध नहीं किया जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किए जाए। इसके बाद काम शुरू नहीं होने पर सीधे ठेकेदार की अमानत राशि और अतिरिक्त फरफार्मेंस राशि राजसात- कार्य निरस्त कर इन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाए। इसकी जानकारी वरिष्ठ कार्यालय को तत्काल भेजे।
दो दर्जन से अधिक निर्माण कार्य पर ग्रहण
नपा सूत्रों की माने तो इस समय लगभग 29 निर्माण कार्य ऐस हैं, जिनको लेकर कार्यादेश जारी होने के बावजूद काम शुरू नहीं हो सके हैं। इन कार्यों में ठेकेदार सिंडीकेट प्रणाली भी अपना रहे हैं, इसलिए 29 कार्यों के लिए लगभग 9 से अधिक ठेकेदारों को पूरा करना है।
इसके बावजूद हालात यह है कि इन ठेकेदारों का पुराना भुगतान नहीं होने के कारण निर्माण कार्य पूरा करने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। कई बड़े प्रोजेक्ट भी इसी के कारण अधूरे पड़े हैं। जन प्रतिनिधियों की नाराजगी भी सार्वजनिक होने के बावजूद कामों की गति नहीं सुधरी है। 29 काम कब तक शुरू हो पाएंगे, यह बात खुद नपा के जिम्मेदार भी दावे के साथ नहीं बता पा रहे हैं।
इनका कहना…..
निर्माण कार्य शुरू न करने वाले ठेकेदारों को पूर्व में भी नोटिस दिए जा चुके हैं। वरिष्ठ कार्यालय की नाराजगी के बाद फिर नोटिस जारी कर ऐसे ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड करने के बाद वरिष्ठ कार्यालय को अवगत कराएंगे।
सतीश मटसेनिया, सीएमओ नपा बैतूल