Betul News: रायशुमारी में अव्वल रहे नेता को ही मिलेगा जिला अध्यक्ष पद!
Betul News: Only the leader who tops in the opinion poll will get the post of District President!

रायशुमारी के फीडबेक से सामान्य वर्ग को प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना
Betul News: बैतूल। शनिवार को विजय भवन में भाजपा के नए जिला अध्यक्ष को लेकर मैराथन रायशुमारी चलती रही। करीब 6 घंटे तक चली रायशुमारी में एक सैकड़ा पदाधिकारियों ने जिला निर्वाचन अधिकारी सुदर्शन गुप्ता और पर्यवेक्षक जयप्रकाश चतुर्वेदी की मौजूदगी में 89 प्रतिनिधियों से चर्चा कर लिफाफे भोपाल प्रदेश कार्यालय सौंप दिए।
एक तरह से कहा जाए कि अब भाजपा जिला अध्यक्ष का नाम पेटी में बंद हो गया है तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। कल हुई रायशुमारी के जो फीडबेक मिल रहे हैं, उसमें सामान्य वर्ग के नेता को यह पद मिलने की प्रबल संभावना दिखाई दे रही है।
सूत्र बताते हैं कि भाजपा में जिला अध्यक्ष के लिए इस मर्तबा जिस तरह माहौल गरमाया है, यह किसी से नहीं छिपा है। कुछ नए दावेदारों ने अपना नाम बढ़ाने के लिए भाजपा की गाइडलाइन और गोपनीयता को भी तार-तार कर दिया। हालांकि रायशुमारी में इसकी चर्चा कम हुई, लेकिन राजधानी भोपाल में पर्यवेक्षक ने जो रिपोर्ट सौंपी है। इसको लेकर सूत्रों का दावा है कि संबंधितों के खिलाफ भले ही कार्रवाई न हो, लेकिन उनके नंबर घटना तय माना जा रहा है। इस बीच शनिवार को जिला अध्यक्ष पद के लिए हुए रायशुमारी के परिणाम नए वर्ष में आने की संभावना जताई जा रही है। कुल 89 नेताओं ने अपनी पसंद लिफाफे में बंद कर चुनाव प्रभारी को सौंप दी है।
कई दावेदार ऐसे जिन्हें एक भी मत नहीं मिले
जानकार सूत्र बताते हैं कि चुनाव में अध्यक्ष के लिए कई दावेदार ऐसे थे जो खूब डींगे हांक रहे थे, उन्हें 89 में से एक भी नेताओं ने पसंद नहीं किया। इस बात से अंदाज लगाया जा सकता है कि जो मंडल अध्यक्ष लायक नहीं थे, वे भी जिला अध्यक्ष के लिए दावेदारी कर अपने आप को श्रेष्ठ बताने की कोशिश कर रहे थे।
इन नेताओं को पहले ही संगठन ने कई प्रमुख पदों से नवाज दिया है। इसके बावजूद सत्ता के मोह ने इन्हें अध्यक्ष का दावेदार बना दिया और रायशुमारी में जिस मुंह की खानी पड़ी, राजनैतिक पर्यक्षक इन्हें उनकी राजनीतिक अंत बता रहे हैं। ऐसे करीब आधा दर्जन से अधिक दावेदार रहे, जिन्हें एक भी मत मिलने की चर्चा हो रही है।
भाजपा में ऐसे चलता है गणित
जानकार सूत्र बताते हैं कि भाजपा के आंतरिक चुनाव में नेतृत्व किसे पद से नवाजेगा, यह बात अलग है। जिन्होंने रायशुमारी में अपनी पसंद बताई है और उनसे मिले फीडबेक से साफ है कि अधिकांश नेताओं पहली पसंद के रूप में सामान्य वर्ग के दावेदार पर अपनी राय दी है।
इसी वजह रायशुमारी को लेकर मीडिया में जो कयासबाजी है, अब उस पर वोटर्स ही मजा ले रहे हैं। कुछ भाजपाई कह रहे हैं कि इस तरह के कयासबाजी भाजपा को प्रभावित नहीं करती है और न ही कोई आंकलन संभव है। केवल रायशुमारी में जिसे सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है, वहीं नया जिला अध्यक्ष होगा।