Betul News: जिले में एकमात्र महिला मंडल अध्यक्ष शाहपुर से बनी, उन पर भी एफआईआर
Betul News: The only woman board president in the district is from Shahpur, FIR against her too

भाजपा की गाइड लाइन का खुला उल्लंघन, सोशल मीडिया पर भाजपा को ले रहे निशाने पर
Betul News: बैतूल। विश्व के सबसे बड़े और अनुशासित राजनितक दल भाजपा में क्राइटेरिया मुख्य माना गया है। गुरुवार शाम बैतूल जिला भाजपा संगठन ने 17 मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा की है। इसके बाद शाहपुर मंडल की महिला अध्यक्ष नीतू गुप्ता के नाम पर विवाद शुरू हो गया है। नियम के मुताबिक मंडल अध्यक्ष के पद पर ऐसे किसी व्यक्ति की नियुक्ति नहीं कि जा सकती विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज हो, लेकिन नवनियुक्त महिला मंडल अध्यक्ष के खिलाफ अक्टूबर माह में ही शाहपुर थाने में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया गया है।
बावजूद इसके उन्हें शाहपुर मण्डल का अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा कर दी है। ऐसे में अनुशाषित भाजपा के क्राइटेरिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं। चर्चा है कि आखिर किसके दबाव में आकर भाजपा संगठन ने नियमों को ताक पर रखकर इस नियुक्ति को हरी झंडी दे दी। हालांकि बताया यह भी जा रहा है कि, मण्डल अध्यक्ष नीतू गुप्ता घोड़ाडोंगरी विधायक गंगा उइके की करीब हैं। यही वजह है कि उन्हें शाहपुर मण्डल का अध्यक्ष बनाए जाने के लिए नियमों को भी ताक पर रख दिया गया है।
देवरानी ने ही दर्ज कराया आपराधिक प्रकरण
दरअसल भाजपा संगठन चुनाव को लेकर जिले के सभी तीस मंडलों में मण्डल अध्यक्षो का चुनाव कराया गया है। इन मंडलों में शाहपुर मण्डल महिला के लिए आरक्षित किया गया है। जहां से नगर परिषद में भाजपा की पार्षद नीतू गुप्ता के नाम की घोषणा मण्डल अध्यक्ष के लिए की गई है। घोषणा होते ही आरोपों का जिन्न बाहर आ गया। मंडल अध्यक्ष नीतू गुप्ता पर खुद उनकी ही देवरानी प्रियंका गुप्ता ने आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया है।
प्रियंका पति दुर्गेश गुप्ता का आरोप था कि उनकी जेठानी नीतू गुप्ता, जेठ शक्ति गुप्ता, पुत्री जान्हवी और पुत्र अजेय गुप्ता ने 13 जुलाई को घर में आकर मारपीट कर हत्या करने का प्रयास किया था। इसकी शिकायत होने के बावजूद जब कार्यवाही नहीं की गई तो एसपी के निर्देश पर घटना की जांच कराई गई। बीते 28 अक्टूबर को शाहपुर थाने में नीतू गुप्ता सहित सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 323,458,506,34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है, लेकिन प्रकरण दर्ज होने के बाद भी नीतू गुप्ता को भाजपा संगठन में मंडल अध्यक्ष के पर नियुक्त कर दिया गया।
रायशुमारी पर उठ रहे सवाल, क्या प्रभारी को रखा अंधेरे में
मण्डल अध्यक्षों के चुनावों को लेकर यह तो तय है कि शाहपुर मण्डल अध्यक्ष के लिए की गई रायशुमारी में निर्वाचन अधिकारी सुदर्शन गुप्ता, सह निर्वाचन अधिकारी बाबा माकोड़े को गुमराह किया गया। भाजपा कार्यालय में जिले के 30 मंडलों में अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर सांसद सहित पांचों विधायकों, जिला पंचायत पदाधिकारियों समय क्षेत्र के प्रमुख भाजपा नेताओं से रायशुमारी की गई थी। जो जनप्रतिनिधि या नेता मौजूद नहीं थे, उनसे मोबाइल पर सम्पर्क कर उनकी राय तक पूछी गई।
यही प्रक्रिया शाहपुर मण्डल के लिए भी अपनाई गई, लेकिन रायशुमारी में न ही विधायक गंगा उइके ने नीतू गुप्ता पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की जानकारी निर्वाचन अधिकारी को दी और न ही अन्य किसी नेता या जनप्रतिनिधि ने। इससे साफ है कि रायशुमारी के दौरान निर्वाचन पदाधिकारियों को गुमराह किया गया और नीतू गुप्ता सहित तीन नामो का पैनल प्रदेश संगठन को भेज दिया गया। यहां गुरुवार को शाहपुर मण्डल के लिए नीतू गुप्ता के नाम की घोषणा कर दी गई। इसके बाद सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मचा हुआ है। भाजपा की भी इसके बाद जमकर किरकिरी हो रही है।
प्रदेश संगठन को दी जाएगी जानकारी
शाहपुर मंडल अध्यक्ष के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की जानकारी जैसी ही सार्वजनिक हुई भाजपा में हड़कम्प मच गया है। सह निर्वाचन पदाधिकार बाबा माकोड़े से जब इस संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की ऐसी किसी भी जानकारी के होने से इनकार किया है, लेकिन उनका यह कहना है कि इस संबंध में वह निर्वाचन पदाधिकारी सुदर्शन गुप्ता सहित संगठन को दे देंगे। इसके बाद पार्टी से जो भी निर्देश मिलेंगे, उसी के अनुसार प्रक्रिया अपनाई जाएगी, लेकिन यह तो तय है कि नीतू गुप्ता के खिलाफ आपराधिक प्रकरण की जानकारी को छिपाने के पूरा प्रयास कर भाजपा की छवि को भी टारगेट किए जाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
इनका कहना…..
शाहपुर मंडल अध्यक्ष की घोषणा की गई है। संबन्धित पर आपराधिक प्रकरण दर्ज है, इसकी जानकारी नहीं है। निर्वाचन अधिकारी और संगठन को सूचना दी जाएगी।
बसंत माकोड़े, सह निर्वाचन पदाधिकारी भाजपा बैतूल