Betul Samachar: नपा ने नहीं ली सुध, लोगों ने पाइप चोरी कर लगा लिए पौधे
Betul Samachar: NPA did not take care, people stole pipes and planted saplings

कुछ किसानों ने खेत में सिंचाई के लिए किया उपयोग, मामला लाखापुर से एनीकट तक पाइप लाईन डालने की योजना का
Betul Samachar: बैतूल। जिला मुख्यालय की नगरपालिका ने आम लोगों के टैक्स की कोई कीमत नहीं समझी। मामला लाखापुर जलाशय से बैतूल तक पानी लाने से जुड़ा है, अधिकारियों ने कागजों में योजना पूरी बताकर ठेकेदार को अधिकांश भुगतान कर दिया। हालत यह है कि 14 किमी के जिन हिस्सों में यह पाइप लाईन डाली गई है, कहीं टूट कर गिर गए है तो कहीं किसानों ने अपने खेत की ओर मोड़ लिए है। कुछ जगह तो लोगों ने पाइप काटकर अपने घरों के सामने पौधे लगा दिए है। इससे बड़ी लापरवाही क्या हो सकती है कि पुरानी अधिकारियों की चूक के कारण करोड़ों के पाइप वारे-न्यारे हो गए।
लगभग सवा दो करोड़ की लागत से नगरपालिका ने करीब 8 वर्ष पहले एनीकट तक पानी लाने की योजना को अंतिम रूप दिया। योजना शुरु हुई और टेंडर के बाद काम के बाद ठेकेदार ने काम करना शुरु किया तो उम्मीद की किरण दिखाई दी थी कि बैतूल के लोगों को गर्मी में पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा और माचना सुखने पर लाखापुर का पानी मिल जाएगा, लेकिन उनकी यह खुशी ज्यादा दिन तक नहीं रह सकी। पाइप लाइन डालने को कुछ ही दिन हुए थे कि विवाद शुरु हो गए। आखिर कुछ माह बाद उमरी के पास विवाद बढने पर पाइप लाइन आगे नहीं बढ़ी। नतीजा यह हुआ कि ठेकेदार ने काम करने से हाथ खड़े कर दिए।
पाइप लाइन के बुरे हाल, करोड़ों के वारे-न्यारे
सवा दो करोड़ की लागत से नगरपालिका ने पाइपलाइन डालने की योजना बनाई थीं, लेकिन अब इसकी पूरी बंदरबाट हो गई है। 14 में से 8-9 किमी क्षेत्र में पाइप लाइन डली है। इन क्षेत्रों में अधिकांश जगह पाइप लाइन दुगर्ति देखते ही बनती है। सांझवीर की टीम मौके पर पहुंची तो उमरी तक डली पाइप लाइन की स्थिति देखकर नपा की बड़ी लापरवाही दिखाई दे रही है। दरअसल, 8 किमी क्षेत्र में डाली गई पाइप लाइन की नगरपालिका ने देखरेख नहीं की तो क्षेत्र के किसानों और अन्य लोगों ने कई जगह पाइप लाइन का उपयोग अपने लिए कर लिया है। एक स्थान पर पाइप लाइन लंबी कटी हुई मिलीं। करीब जाकर देखा तो सड़क किनारे वाले एक घर में पाइप काटकर घर के सामने लगा दिए। इसकी रंगाई-पुताई कर पौधे तक लगा डाले।
कुछ किसानों ने पाइप लाइन को अपने खेत की ओर मोड़ लिया और इसका उपयोग खेत की सिंचाई के लिए करने लगे। एक-दो स्थान ऐसे थे, जहां नदी के ऊपर से डाले गए पाइप वजन ना सहन करने के बाद अंदर गिर गए। अभी भी यह पाइप नदी में उसी हालत में देखे जा सकते है। कुछ जगह पाइप लाइन टूटकर जमीन पर बिखरी पड़ी है। यह तस्वीर सवा दो करोड़ की योजना को पलीता लगाने के लिए काफी कही जा सकती है।
इनका कहना…
मैं इस मामले को लगातार फॉलो कर रहा हूं। चूंकि एई अपने विवाह के कारण लंबे अवकाश पर है। उनके अगले माह लौटने के बाद ही मामले में जांच कमेटी बन पाएगी। यह तय है कि जांच होने पर लापरवाही दिखती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के लिए कलेक्टर साहब से आग्रह किया जाएगा।
सतीष मटसेनिया, सीएमओ नपा बैतूल