सागौन कटाई में जांच दल पर उल्टा पड़ा दांव
वाहन मालिक ने भोपाल में करवा दी वाहन चोरी की शिकायत, सीसीएफ स्क्वाड से जांच कराने की संभावना, पहले भी कर चुके खुलासा

बैतूल। बैतूल परिक्षेत्र की खारी बीट में पूरा सप्ताह बीतने के बावजूद जांच दल ना कोई नतीजे पर पहुंच पाया है और ना ही आरोपियों का अब तक कोई सुराग लग सका है। सूत्रों के मुताबिक जांच दल ने आरोपियों की धरपकड़ के बीच सबसे बड़ी गलती यह कर दी कि जब्त वाहन के नम्बर के आधार पर आरटीओ की वेबसाइट से वाहन मालिक को किसी ने सीधे फोन लगा दिया। इसके बाद वाहन मालिक ने तत्काल भोपाल के संबन्धित थाने में वाहन चोरी की शिकायत दर्ज करवा कर अपने आप को सुरक्षित कर लिया।
अब जांच दल वाहन के उस चालक की तलाश में हाथ पैर मार रहे जो फरार बताया जा रहा है। इधर अभी तक इस मामले में कोई खास सफलता नहीं मिलने के बाद मामले की जांच सीसीएफ उड़नदस्ते को सौंपे जाने की संभावनाएं भी नजर आ रही हैं, क्योंकि कुछ सालों पहले इसी तरह के एक मामले का पर्दाफाश करने में सीसीएफ उड़नदस्ते ने खास भूमिका निभाई थी। जांच के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ साथ विभाग के कुछ कर्मचारियो के विरुद्ध भी कार्यवाही की गई थी।
वाहन मालिक को फोन लगाकर किसने की गलती?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना ऐसी किसी भी घटना के घटित होने के बाद जांच में काफी संवेदनशीलता बरतना जरूरी होता है, ताकि किसी भी स्थिति में जांच प्रभावित ना हो पाए, लेकिन इस घटना में वाहन मालिक का पता ठिकाना मिलते ही किसी अधिकारी या कर्मचारी ने उससे सीधा संपर्क कर उससे घटना के सम्बंध में पूछताछ कर ली। बताया जा रहा है कि इसके ठीक बाद भोपाल में वाहन क्रमांक एमपी-04-जीबी-3188 के चोरी जो जाने की शिकायत दर्ज करा दी। जब जांच दल वाहन मालिक से पूछताछ करने पहुंचा तो मालिक ने घटना को लेकर अपना पल्ला झाड़ लिया और जांच दल को बैरंग वापस लौटना पड़ा। अब इसमें कितनी हकीकत है कितना फसाना है। यह जांच दल में शामिल कर्मचारी ही ज्यादा बता सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि अब जांच दल मंडीदीप निवासी उस वाहन चालक की तलाश कर रहा है जो वाहन लेकर कटाई स्थल पर पहुंचा था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए मुखबिर तंत्र का सहारा लिया जा रहा है। लेकिन वह भी पहुंच से दूर है।
सीसीएफ फ्लाइंग स्क्वाड पर भरोसे की संभावना
इधर जानकारी मिली है कि जांच दल को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने से अधिकारियों में भी नाराजगी व्याप्त है। और घटना का खुलासा जल्द से जल्द हो सके इसके लिए जांच की जिम्मेदारी सीसीएफ फ्लाइंग स्क्वाड को दी जा सकती है। बताया जा रहा है कि करीब दो साल पहले तत्कालीन डीएफओ राखी नंदा के कार्यकाल में सारणी रेंज में हुई कटाई के एक मामले में सफलता नहीं मिलने पर जांच सीसीएफ फ्लाइंग स्क्वाड को सौंपी गई थी। इस मामले में गुजरात से 4 आरोपियों को गिरफ्तार करके बैतूल लाया गया था, लेकिन बड़े पैमाने पर हुई कटाई के इस मामले में अभी तक सफलता नहीं मिलना कहीं ना कहीं जांच दल की कमजोरी और लचर नेटवर्क की तरफ इशारा कर रहा है।
इनका कहना…
मामले के खुलासे के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा। नेटवर्क की समस्या है। बाद में बात करती हूं।
वासु कनोजिया, सीसीएफ, वनवृत बैतूल