Betul News: बैतूल में जमीन से मीथेन गैस निकालने को मिली हरी झंडी
Betul News: Green signal given to extract methane gas from the ground in Betul

106 करोड़ से बढ़कर करीब 500 करोड़ गुना बढ़ेगा शासन का राजस्व, खनिज विभाग तैयारियों में जुटा
Betul News: बैतूल। हाल ही में राजधानी भोपाल में आयोजित माइनिंग कॉन्क्लेव में बैतूल जिले सहित पड़ोसी छिंदवाड़ा जिले को 5 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों से नवाजा गया है। कॉन्क्लेव में बैतूल जिले का प्रतिनिधित्व कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के कुशल मार्गदर्शन में किया। इसके बाद जिले को यह उपलब्धि हासिल हुई है।
जिले के शाहपुर क्षेत्र में जमीन से मीथेन गैस का खनन कर निकालने का पेट्रोलियम एक्सप्लोरेशन लाइसेंस हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय भारत सरकार द्वारा इन्विनायर पेट्रो डाईन कम्पनी को दिया है। कम्पनी यहां कोल बेड मीथेन प्रोजेक्ट सेक्टर के अंतर्गत मीथेन गैस का खनन करेगी। हालांकि इस पूरे प्रोजेक्ट के शुरू होने में अभी थोड़ा समय जरूर लगेगा, लेकिन मीथेन गैस के खनन से शासन के राजस्व में अप्रत्याशित वृद्धि होने के संकेत मिल रहे हैं। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले समय मे प्राकृतिक संसाधनों के चलते जिले से शासन को अरबों रुपए का राजस्व मिलने का रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा।
37 हेक्टेयर क्षेत्र में होगा खनन
दरअसल पूर्व में जिले के शाहपुर क्षेत्र में एक सर्वे के दौरान मीथेन गैस के भंडार होने का खुलासा हुआ था। इसके बाद खनिज विभाग द्वारा इसकी जानकारी शासन को भी दी गई थी। जिले में मीथेन गैस के भंडार को केंद्र सरकार ने गम्भीरता से लेकर इसके जरिए राजस्व वृद्धि को लेकर हाइड्रोकार्बन महा निदेशालय द्वारा खनिज विभाग को पत्र लिखकर प्लान तैयार किए जाने के निर्देश दिए थे। खनिज विभाग द्वारा सम्पूर्ण कार्ययोजना बनाकर भेजी गई ।
विभाग द्वारा शाहपुर क्षेत्र का करीब 37 हेक्टेयर का क्षेत्र चयनित कर नक्शा तैयार किया,जहां मीथेन गैस के भंडार हैं। क्षेत्र के गुवाड़ी, सातलदेही, बटकीडोह, सहित करीब आधा दर्जन पॉइंट चिन्हित किए गए हैं। मीथेन गैस प्रचुर मात्रा में मिलेगी। कम्पनी द्वारा जमीन में ड्रिलिंग के जरिए होल कर मीथेन गैस बाहर निकालकर इसे सावधानी के साथ स्टोर किया जाएगा।
5 गुना बढ़ेगा राजस्व, रोजगार की भी होगी संभावना
जिले को मिली इस उपलब्धि का श्रेय कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को देते उप संचालक खनिज मनीष पालेवार ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद जिले से खनिज विभाग के जरिए जो राजस्व अभी शासन को मिल रहा है, उसमें सीधे तौर पर करीब पांच गुना वृद्धि सम्भव है। जानकारी मिली है कि वर्तमान में गौड़ खनिज के जरिए बैतूल जिले से शासन को लगभग 100 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो रहा है जो सीधे बढ़कर लगभग 500 करोड़ तक पहुंच सकता है। साथ ही स्थानीय लोगों के लिए जिले में रोजगार के संसाधन उपलब्ध होंगे।
बिजली उत्पादन सहित रिएक्टरों , अनुसंधान केंद्रों को मिलेगी मदद
जिले में मीथेन गैस के उत्पादन से निश्चित रूप से बिजली उत्पादन सहित कई महत्वपूर्ण काम आसान होने की संभावना भी बनेगी। दरअसल इस गैस का उपयोग पावर हाउस में लगे बड़े बड़े टर्बाइनों को चलाने में किया जाता है। इसके अलावा रासायनिक रिएक्टरों, अनुसंधान केंद्रों, और ईंधन के रूप में भी इस गैस की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।
वाहनों के टायर बनाने वाली कम्पनियां भी इसी गैस के आधार पर टायरों का उत्पादन करती हैं। जो भी है, लेकिन यह तय है कि प्रदेश और जिले के विकास में यह कदम मील का पत्थर साबित होगा। जिले के विकास के लिए भी यह बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है। यदि मीथेन गैस को निकालने के लिए हरी झंडी मिलती है तो यह जिले के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इनका कहना…..
हाइड्रो कार्बन महानिदेशालय द्वारा इन्विनायर पेट्रो डाईन कम्पनी को इसका लाइसेंस दिया गया है। राजस्व का दायरा बढ़ने के साथ-साथ लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे, विकास कार्यों में भी मदद मिलेगी।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर बैतूल
मॉइनिंग कॉन्क्लेव में बैतूल जिले को भी निवेश मिला है। हालांकि प्रोजेक्ट शुरू होने में समय लगेगा। इससे राजस्व में भी वृद्धि होगी।
मनीष पालेवार, उप संचालक खनिज बैतूल