Betul Crime: अर्जुन गोंदी कम्पार्टमेंट में सागौन से भरा ट्रक बरामद

आधा सैकड़ा से अधिक पेड़ों की कटाई, मजदूर भी पकडाएं
Betul Crime: बैतूल। बैतूल वनवृत के अर्जुन गोंदी कम्पार्टमेंट में बीती रात बड़े पैमाने पर सागौन की कटाई कर ट्रक में भरकर ले जाने का मामला सामने आया है। वन विभाग की टीम ने सूचना पर यहां ट्रक में काटी गई सागौन भरते कई मजूदरों को भी पकड़ा है।
खबर है कि आधा सैकड़ा से अधिक पेड़ों की कटाई कर इसे ठिकाने लगाने की तैयारियां की जा रही थीं। इसी बीच वन विभाग को किसी ने सूचना मिलने पर इस मामले का भंडाफोड़ हो गया। सूत्रों ने बताया कि बैतूल रेंज के अर्जुन गोंदी में जिस तरह कटाई हुई है। इसके पहले खारी बीट में भी ऐसा मामला सामने आ चुका है। एक ही रेंजर के पास तीन जगह का प्रभार होने के कारण अवैध कटाई से वन विभाग को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बैतूल वन वृत के अर्जुन गोंदी कम्पार्टमेंट में शुक्रवार-शनिवार दरम्यानी रात को आधा सैकड़ा पेड़ों की बलि दी गई। पेड़ काटने के बाद ल_ों को ट्रक में भरते हुए कुछ मजदूर मौके पर ही पकड़ा गए। इतनी बड़ी तादाद में हुई पेड़ों की कटाई से अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन पेड़ों की कटाई के लिए कई घंटों का समय लगा होगा।
निरीक्षण के दौरान घुग्गी चोपना बीट में भी कटाई के सबूत मिले है। इन बड़ी तादाद में हुई पेड़ों की कटाई से वनकर्मी और अधिकारियों की भी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में वन विभाग के अधिकारी अभी भी जानकारी देने से परहेज कर रहे है। वन विभाग के अधिकारियों का वही रटा रटाया जवाब आ हरा है कि इस मामले की जांच कर रहे है। कितने पेड़ों की कटाई हुई है और इसमें कितने आरोपी शामिल है।
मौके से गायब रहते बीटगार्ड
बताया जा रहा है कि जिन बीट गार्डों को इस क्षेत्र में तैनात किया गया है, वे अधिकांश समय गायब रहते है। बीट गार्डों के मौके पर नहीं होने के कारण इसका फायदा उठाकर वन माफिया हरे भरे पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई करते है। अर्जुन गोंदी कम्पार्टमेंट में बड़े पैमाने पर हुई पेड़ों की कटाई ने वन विभाग की पोल खोल दी है। कहीं ना कहीं अधिकारियों की भी इसमें लापरवाही सामने आ रही है। इस क्षेत्र के रेंजर को तीन जगह का प्रभार दिया गया है। एक साथ तीन जगह का प्रभार देने के कारण रेंजर वनों की सुरक्षित नहीं रख पा रहे है।
इनका कहना…
जानकारी मिलते ही जांच दल को मौके पर भेजा गया है। अभी तक मेरे पास जांच प्रतिवेदन नहीं आया है। प्रतिवेदन आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि कितने पेड़ों की कटाई हुई है और इसमें कितने आरोपी शामिल है।
वासु कनौजिया,