Betul News: खुद कर रहे थे ठेकेदारी, रूतबा दिखाने सीएमओ के भ्रष्टाचार की कर दी शिकायत

Betul News: Was doing contracting himself, complained about CMO's corruption to show his status

रविंद्र आत्महत्या के आरोपी प्रकाश शिवहरे की एक और करतूत उजागर, शिकायत पर कलेक्टर को बनाना पड़ा जांच दल

Betul News: बैतूल। खुद ठेकेदार होकर अपने भाई के साथ मिलकर सारणी नगरपालिका में लाखों के ठेके लेने के बाद रविंद्र देशमुख आत्महत्या मामले के आरोपी प्रकाश शिवहरे ने सारणी नपा सीएमओ के भ्रष्टाचार को लेकर कलेक्टर से शिकायत कर डाली। रविंद्र देशमुख ने आत्महत्या के पहले जो सुसाइड नोट छोड़ा है, उसमें स्पष्ट लिखा है कि प्रकाश शिवहरे और उसके भाई दीपक शिवहरे ने नपा-डब्ल्यूसीएल के ठेकेदारों-कर्मचारियों को आरटीआई लगाकर ब्लैकमेल करता है। रविंद्र के सुसाइड नोट के राज उगलने की तहकीकात की स्थिति पता की तो सांझवीर टाईम्स को ऐसी जानकारी मिली है जो चौकाने वाली हो सकती है।

दरअसल प्रकाश शिवहरे और उसका भाई खुद नपा में ठेके लेता था। भले ही दूसरे के नाम कई ठेके लेकर काम खुद करवाते थे, लेकिन इनका अधिकारियों और कर्मचारियों पर खासा दबाव था, चूंकि प्रकाश शिवहरे भाजपा मंडल महामंत्री होने के साथ विधायक प्रतिनिधि रंजीत सिंह का करीबी था, इसलिए इसकी नपा में तूती बोलती थी। भाजपा मंडल उपाध्यक्ष रविंद्र देशमुख की आत्महत्या के मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद विधायक प्रतिनिधि रंजीत सिंह के साथ प्रकाश शिवहरे की कई पोल खुल रही है।

इसी प्रकाश ने ठेकेदारी में अपना दबदबा बढ़ाने के लिए जनवरी-फरवरी माह में कलेक्टर को एक शिकायत की थी। सूत्र बताते हैं कि चूंकि वह मंडल महामंत्री था, इसलिए कलेक्टर ने शिकायत को तवज्जों देते हुए सारणी नपा सीएमओ पर भ्रष्टाचार , कमीशनखोरी, कार्य में अनियमित्ता और पद का दुरुपयोग के संगीन आरोप लगाए हैं। इस पर कलेक्टर ने 5 फरवरी को शाहपुर एसडीएम की अध्यक्षता में पीडब्ल्यूडी, पीएचई के ईई और बैतूल नपा के सहायक यंत्री को सदस्य बनाकर 15 दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।

यह लापरवाही भी आई सामने

हालांकि भाजपा सारणी मंडल के तत्कालीन महामंत्री प्रकाश शिवहरे की शिकायत के मामले में लापरवाही भी हुई। जांच टीम ने करीब सात माह तक रिपोर्ट कलेक्टर तक नहीं सौंपी तो अपना नुकसान होता देख प्रकाश शिवहरे ने फिर कलेक्टर को इस मामले में शिकायत कर अवगत कराया था कि सारणी नपा सीएमओ नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और भ्रष्टाचार को जमकर बढ़ावा दिया जा रहा है।

नपा सारणी के इंजीनियर समय पालक सीएमओ के संरक्षण में ठेकेदारों के साथ पाटर्नशिप करने के आरोप लगाए गए। प्रकाश द्वारा 14 बिंदुओं की शिकायत कलेक्टर को की थी, लेकिन जांच पूरी नहीं होने पर उन्होंने दोबारा जब कलेक्टर को शिकायत की तो 8 अक्टूबर को कलेक्टर ने दोबारा इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर जांच करने के लिए तीन दिवस का समय दिया था। हालांकि जिस समय कलेक्टर ने आदेश दिए,उसके दूसरे दिन प्रकाश शिवहरे को भाजपा नेता रविंद्र देशमुख आत्महत्या के मामले में आरोपी बना दिया गया।

किसके कहने पर की थी सारणी सीएमओ की शिकायत

जानकार सूत्र बताते हैं कि जब खुद ही ठेकेदारी कर लाभ अर्जित करने वाले भाजपा नेता प्रकाश शिवहरे और उसके भाई दीपक द्वारा खुद ठेकेदारी की जा रही थी, जब अपनी बात बनी और सीएमओ ने काम में अड़ंगा अड़ाया तो सीधे तौर पर जनवरी माह के अंत में उनकी शिकायत कर डाली।

सवाल यह उठ रह है कि सारणी सीएमओ को विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे का खास माना जाता है। ऐसे में विधायक प्रतिनिधि रंजीत सिंह के करीबी रहने वाले तथाकथित नेता प्रकाश को अपनी ही पार्टी के करीबी सीएमओ की शिकायत करने के बाद सवाल खड़े हो गए। चर्चा है कि आखिरी यह शिकायत किसके कहने पर कलेक्टर को की गई। सूत्रों के अनुसार इसकी वास्तविकता सामने आए तो कई खुलासे हो सकते हैं।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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