Betul News: सीएमएचओ सोशल मीडिया पर सक्रिय, सीएम हेल्पलाइन में फिसड्डी

Betul News: CMHO active on social media, lags in CM helpline

सबसे अधिक शिकायतें, कलेक्टर के निर्देश पर निराकरण करने में फिसड्डी

Betul News: बैतूल। स्वास्थ्य विभाग के मुखिया सोशल मीडिया पर जबरदस्त एक्टिव देखे जाते हैं, लेकिन शासन के नियमों और गाइड लाइन का पालन करने की बात करें तो वे फिसड्डी साबित हो रहे हैं। दरअसल सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों में तेजी लाने के लिए पहले ही कलेक्टर टीएल की बैठकों में सभी को निर्देश दे चुके हैं। खराब स्थिति वाले विभागों के अधिकारियों का वेतन भी काटा जा चुका है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लगभग एक सैकड़ा शिकायतें लंबित होने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां कलेक्टर के आदेशों का भी पालन नहीं किया जा रहा है।

टीएल की बैठकों में इस समय सर्वाधिक जोर हेल्पालाइन के प्रकरणों पर दिया जा रहा है। चूंकि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सभी कलेक्टरों को वीसी में हेल्पलाइन की शिकायतों को गंभीरता से निपटाने के निर्देश दे चुके हैं। इसी के परिपालन में कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी हर सप्ताह होने वाली टीएल की बैठक में विभाग प्रमुखों को सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का होमवर्क कर आने की हिदायत देते हैं।

इसके बावजूद कुछ विभाग प्रमुख ऐसे हैं जो कलेक्टर के आदेशों का पालन करने में कोताही बरत रहे हैं। इनमें सीएमएचओ कार्यालय की बात करें तो यहां सबसे अधिक लापरवाही बरती जा रही है। भले ही प्रकरणों का निराकरण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं,लेकिन 60 प्रतिशत से अधिक वेटेज स्कोर हासिल करने में कोई रूचि नहीं दिखाई जा रही है। यही वजह है कि 19 सितंबर को हुई टीएल बैठक में स्वास्थ्य विभाग की 75 से अधिक शिकायतें लंबित थी। यदि इस सप्ताह की शिकायतों को जोड़ दिया जाए तो यह आंकड़ा एक सैकड़ा के पार हो जाएगा। सूत्र बताते हैं कि सीएमएचओ को कलेक्टर द्वारा हिदायत देने के बावजूद अपने अधीनस्थों पर नकेल नहीं कसी जा रही है। इसका नतीजा है कि स्वास्थ्य विभाग सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों में लगातार पिछड़ता जा रहा है।

सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने के बाद भी यह नतीजा

जानकार सूत्र बताते हैं कि सीएमएचओ डॉ रविकांत उइके वैसे सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय देखे जा सकते हैं, लेकिन उनकी सक्रियता शासन के निर्देशों का पालन करने में नहीं दिखाई देती है। जबकि कलेक्टर सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों में 80 प्रतिशत या इससे वेटेज स्कोर हासिल करने की हिदायत दे चुके हैं। टीएल की बैठक में कई बार निर्देश देने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की स्थिति काफी चिंताजनक होते जा रही है। सूत्रों ने बताया कि सीएमएचओ डॉ उइके का अधीनस्थों पर नियंत्रण नहीं होने के कारण इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है।

इन विभागों की स्थिति भी खराब

सूत्रों के मुताबिक 19 सितंबर को हुई टीएल की बैठक में लगभग एक दर्जन विभाग कलेक्टर सूर्यवंशी की रडार पर है। सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण इन विभागों की स्थिति काफी खराब रही। इनमें ऊर्जा विभाग 140, उच्च शिक्षा विभाग की 7, आपूर्ति विभाग की 42, वाणिज्यकर विभाग की 13, नगरपालिका बैतूल की 72, वित्त विभाग की 29, परिवहन विभाग 11, महिला एवं बाल विकास की 117, लोक स्वास्थ्य विभाग की 54, पंचायत एवं न्याय विभाग की 73 शिकायतें लंबित पाई गई। सभी को कलेक्टर ने निर्देश दिए थे कि इन 400 शिकायतों का निराकरण विभाग प्रमुख सुनिश्चित करें, लेकिन अगली टीएल में भी इन विभागों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है।

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Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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