Betul Samachar: सूदखोरों से बचने युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की कवायद
Betul Samachar: Effort to connect youth with self-employment to avoid moneylenders

कलेक्टर के निर्देश पर सभी एसडीएम और नपा ने शुरू किए प्रयास
Betul Samachar: बैतूल। सूदखोरों के जाल में फंसे लोगों के प्रताड़ित होने के बाद आत्महत्या जैसे कदम उठाए जाने को लेकर कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने जिले के समस्त एसडीएम को कड़े निर्देश जारी किए हैं। जारी निर्देशों के मुताबिक सूदखोरों से पीड़ित लोगों की शिकायत की पर कड़ी कार्रवाई के साथ-साथ अब सूदखोरी से प्रभावित व्यक्तियों को प्रधानमंत्री स्वरोजगार एवं अन्य योजनाओं के तहत लोन दिलवाएं जाने के भी प्रयास किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि कुकुरमुत्तों की तरह जिले के विभिन्न क्षेत्रों में फैले सूदखोरों की अब खैर नहीं है। इन सूदखोरों के जाल में फंसकर जहां मजबूर और मजलुम लोगों को अप्रत्याशित ब्याज दिए जाने के लिए मजबूर किया जाता है, तो वहीं ऐसे कई मामलों में सूदखोरों के आतंक से पीड़ित लोगों के आत्महत्या कर लिए जाने के मामले भी सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है।
अभियान चलाकर कार्रवाई के दिए निर्देश
कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा सूदखोरों के जाल में फंसे लोगों को न्याय दिलाए जाने के लिए यह कदम उठाया गया है। सूर्यवंशी ने सभी अनुविभागीय अधिकारी(एसडीएम) मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं मुख्य नपा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सूदखोरी की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवई करना सुनिश्चित किया जाए एवं प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल राहत प्रदान करते हुए प्रधानमंत्री स्वरोजगार एवं अन्य योजनाओं के तहत लोन दिलवाए जाने की कार्रवाई भी की जाए, ताकि पीड़ित व्यक्ति रोजगार से जुड़कर अपने और अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।
साथ ही यह भी कहा गया है कि इस कार्य को एक अभियान के अंतर्गत संपूर्ण जिले में चलाया जाएगा, ताकि ज्यादा से जल्दा लोगों को इसका फायदा मिल सके। कलेक्टर ने मुख्य नपा अधिकारी बैतूल को निर्देशित किया है कि प्रधानमंत्री स्वरोजगार निधि के तहत करीब दो हजार प्रकरण तैयार कर प्रस्तुत किए जाए।
सूदखोरों के आतंक से मिलेगी मुक्ति
जिले में ऐसे मामले हमेशा सामने आते हैं कि जहां सूदखोरों द्वारा वसूले जाने वाले मनमाने ब्याज के चलते पीड़ित व्यक्ति आत्महत्या जैसे कदम उठा लेता है। समय-समय पर कार्रवाइयां तो की जाती है, लेकिन सूदखोरों का साम्राज्य फिर खड़ा हो उठता है। कलेक्टर के निर्देश के मुताबिक अब सूदखोरों के आतंक से परेशान पीड़ित व्यक्ति सीधे इसकी शिकायत संबंधित थाने या एसडीएम से कर सकता है। जहां अधिकारी को त्वरित कार्रवाई करनी पड़ेगी।
सूदखोरों के आतंक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पीड़ित व्यक्ति को उधार रकम देकर मनमाना ब्याज वसूला जाता है और ब्याज की राशि नहीं देने पर सूदखोर द्वारा पीड़ितों पर लगातार दबाव बनाकर ब्याज सहित चक्रवृद्धि ब्याज भी वसूला जाता है। ऐसी स्थिति में पीड़ित व्यक्ति के सामने सिवाएं आत्महत्या कर लेने के अलावा कोई दूसरा उपाए नहीं बचता है, लेकिन इस मामले को लेकर कलेक्टर ने गंभीरता बरतते हुए, जहां अधिकारियों को सूदखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं तो वहीं अब पीड़ित व्यक्तियों को भी सीधे स्वरोजगार से जोड़ने का रास्ता भी साफ कर दिया है।