Betul News: एई बोले- शहर के हर क्षेत्र में बेसमेंट की होगी जांच

Betul News: AE said- Basement will be checked in every area of ​​the city

टीम गठित कर एक-एक काम्प्लेक्स को नोटिस जारी करेंगे, जरूरत पड़ी तो मामला भी दर्ज होगा।

Betul News:  बैतूल। नगरपालिका शहर में नई दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद वर्किंग मोड पर जरूर नजर आ रही हैं, लेकिन शासन के नियमों को यहां दरकिनार किया जा रहा हैं। दरअसल जिस फायर प्लान को लेकर भवन संचालकों को नोटिस दिए जा रहे हैं और यह पूर्व में भी तीन बार दिए जा चुके हैं, जबकि निर्देश यह है कि बेसमेंट में कितनी इमारते सुरक्षित हैं और इन पर की गई कार्रवाई से शासन को अवगत कराना है।

इसके विपरित बैतूल नगरपालिका के अधिकारी फायर एनओसी के नाम पर नोटिस जारी कर रहे हैं। जब नगरपालिका एई को शासन के आदेश याद दिलाए तो उनका तपाक से कहना पड़ा कि नपा की टीम शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में बनाए गए व्यवसायिक काम्प्लेक्सों के बेसमेंट का अवलोकन कर रही है। सबको नोटिस जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया है कि जिन काम्प्लेक्स में नियमों का पालन बिल्कुल नहीं हुआ है वह डंके की चोट पर तोड़ दिए जाएंगे।

अब देखना यह है कि देखना यह है कि नपा के एई अपनी बात पर कितने खरे उतरते हैं। दरअसल शहर में पिछले दस वर्षों में करीब आधा सैकड़ा से अधिक मल्टी एवं दो मंजिला काम्पलेक्स का निर्माण हुआ है। चौंकाने वाली बात यह है कि सभी काम्प्लेक्स निर्माण के लिए नगरपालिका की लोक निर्माण शाखा ने भवन निर्माण से लेकर बेसमेंट बनाने की अनुमति दी है। अब सवाल यह है कि बेसमेंट के नाम पर संबंधितों ने क्या उपयोग किया, इसकी जानकारी ही नगरपालिका के जिम्मेदारों को नहीं है। यही बात नगरपालिका की बड़ी लापरवाही की ओर इशारा भी कर रही है।

हर क्षेत्र में बेसमेंट का व्यवसायिक उपयोग

सांझवीर की पड़ताल में उजागर हुआ है कि शहर के गंज, कोठीबाजार, सदर, टिकारी, कालापाठा समेत अन्य स्थानों पर नियमों को ताक पर रखकर बेसमेंट के नाम पर व्यवसायिक काम्प्लेक्सों का निर्माण कर लिया है। नियमानुसार बेसमेंट में संबंधितों को केवल पार्किंग का उपयोग करना था, लेकिन नगरपालिका की गंभीर चूक का नतीजा है कि पार्किंग के नाम काम्प्लेक्स के नीचे दुकानें निकालकर बेच डाली है। सांझवीर की पड़ताल में यह भी खुलासा हुआ है कि बेसमेंट का उपयोग व्यवसायिक क्षेत्र में बड़े व्यापारी खुद दुकानें संचालित कर रहे हैं, पार्किंग सड़क पर होने के कारण व्यवस्था बिगड़ रही है। नपा की यही लापरवाही बड़ी चूक की ओर इशारा कर रही है। इस मामले के जानकार भी नगपालिका को आड़े हाथों लेने से नहीं चूक रहे हैं।

एई के दावे में कितना दम!

फिलहाल नगरपालिका फायर सेफ्टी के नाम नोटिस-नोटिस खेल रही है। सांझवीर के गतांक में नोटिस को लेकर वास्तविकता सामने रखी थी। जब मामले में एई नीरज धुर्वे को शासन की वस्तुस्थिति और दूसरे जिलों में बेसमेंट पर हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि बैतूल नपा के अंतर्गत बेसमेंट क्षेत्रों का अवलोकन किया जा रहा है। नपा के सब इंजीनियर और अन्य टीम शहर में निर्मित बेसमेंट का निरीक्षण कर रहे हैं। सभी के नाम नोट कर नोटिस दिए जा रहे हैं।उन्होंने दावा किया कि यह शतप्रतिशत तय है कि नोटिस के बाद बेसमेंट का उपयोग व्यवसायिक गतिविधियों के लिए पाया जाता है तो न सिर्फ कार्रवाई करेंगे। बल्कि इसे तोड़ेंगे भी। अब देखने लायक यह है कि एई के दावे में कितनी सच्चाई है, लेकिन पाठकों को बताते चले कि एई अपने दावे से मुकरते हैं तो यह सच्चाई भी सबके सामने रखेंगे।

इनका कहना

फायर सेफ्टी के लिए हमनें नोटिस जरूर जारी किए, लेकिन बेसमेंट में निर्माण की गई दुकानें एवं अन्य गतिविधियों के लिए हमारी टीम निरीक्षण कर रही है। ऐसे एक-एक प्रतिष्ठान चिन्हित कर नोटिस दिए जाएंगे, इसके बाद शासन से मिले निर्देश के अनुसार इसे सील किया जाएगा या जरूरत पड़ने पर जेसीबी से तोड़ेंगे।

नीरज धुर्वे, एई नगरपालिका बैतूल।

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Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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