Betul Ki Khabar: 4 बार बदली गंज मंडी की ड्राइंग डिजाइन, अब 8 करोड़ अधिक खर्च होंगे
Betul Ki Khabar: Ganj Mandi's drawing design changed 4 times, now it will cost 8 crore more

नपा ने संशोधित डीपीआर स्वीकृति के लिए शासन को भेजी, फिर होंगे टेंंडर रिकॉल
Betul Ki Khabar: बैतूल। पुरानी गंज मंडी में बनने वाले बहुमंजिला कांप्लेक्स निर्माण को लेकर नगरपालिका में हलचल शुरू हो गईहै। पिछले 10 वर्षों से ड्राइंग डिजाइन बदलने के कारण इसका काम रूका हुआ है। पूर्व में 10 करोड़ की लागत से बनने वाले इस कांप्लेक्स को अब 18 करोड़ 40 लाख की लागत से बनाया जाएगा। नपा ने परिवर्तित ड्राइंग डिजाइन बनाकर राज्य शासन को बुधवार प्रस्ताव भेज दिया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस कांप्लेक्स के लिए नपा को चौथी पर ड्राइंग डिजाइन बदलना पड़ा है।
नपा ने गंज मंडी में फुटकर व्यापारियों की सुविधा के लिए करीब दस वर्ष पहले बहुमंजिला मल्टीकांप्लेक्स बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन यह कांप्लेक्स कछुआ चाल और विवादों के कारण पूरा नहीं हो सका है। हालात यह है कि कई दुकानें बन तो गई है, लेकिन काम पूरा नहीं होने के कारण इसे व्यवसायियों को हैंडओवर नहीं किया जा रहा है। पूर्व में 60 से अधिक व्यवसायियों से कांप्लेक्स दुकान के लिए नपा ने एक मुश्त लगभग 1 लाख की राशि भी जमा करा ली है। इसके बावजूद दुकानें हैंडओवर नहीं की गई। यहां पर पूर्व में दुकान लगाने वाले मंडी परिसर के आसपास गुमठियों में अपना जीवोपर्जन कर कर रहे हैं। हालांकि कांग्रेस की सत्ता के आने के बाद से कांप्लेक्स निर्माण को लेकर चल रहे विवाद के कारण काम पूरा नहीं हुआ है। कांप्लेक्स की बार-बार ड्राइंग डिजाइन बदलने से पुराने ठेकेदार ने बीच में ही काम छोड़ दिया था। इसके बाद नपा टेंडर रिकाल करने की तैयारी कर रही है।
10 वर्ष में बढ़ गई 8 करोड़ की राशि
चौकाने वाली बात यह है कि करीब दस वर्ष पहले इस कांप्लेक्स के लिए लगभग 9.50 करोड़ की लागत आना था, लेकिन ड्राइंग डिजाइन बदलने के बाद स्थिति काफी बदल गई। दस वर्ष बाद बुधवार जब नई ड्राइंग डिजाइन के बाद नपा ने राज्य शासन को कांप्लेक्स बनाने के लिए डीपीआर का प्रस्ताव भेजा तो इसकी लागत 18 करोड़ 40 लाख रुपए हो गई है। इस स्थिति में 8 करोड़ से अधिक का फटका नपा को बैठ रहा है। नपा यहां पेविंग ब्लाक, आरसीसी अंडरग्राउंड ड्रेन, सीसी रोड़, सुलभ कांप्लेक्स, सेप्टिक टैंक, स्काय लाइट, बोरवेल, इलेक्ट्री सिटी काम, फायर सिस्टम, सुपर स्टे्रक्चर, लिफ्ट, प्लिंथ को मजबूत करने में कुल 15 करोड़ 59 लाख से अधिक की राशि खर्च करेगी। इस पर 18 प्रतिशत जीएसटी जोड़े तो यह राशि 18 करोड़ 40 लाख में पहुंच जाएगी।
जरा सी चूक के कारण नपा पर बैठ रहा बड़ा फटका
सत्ता परिवर्तन के कारण गंज मंडी कांप्लेक्स निर्माण में चार बार ड्राइंग डिजाइन बदलना नपा के लिए घाटे का सौदा साबित हो गया। यदि जिस समय कांप्लेक्स निर्माण शुरू हुआ था, उसी समय नपा ठेकेदार से तेजी से काम कराती तो शायद इस स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता। चूंकि शासन ने ड्राइंग डिजाइन बदलने के बाद 8 करोड़ की राशि देने से इंकार कर दिया, इसलिए नपा को स्वंय इतनी राशि खर्च कर दोबारा ड्राइंग डिजाइन बनाकर डीपीआर के लिए भेजना पड़ रहा है। हालांकि कुछ दिनों में डीपीआर राज्य शासन से स्वीकृत होते ही नपा टेंडर रिकाल करेगी, लेकिन इसके एवज में नपा स्वयं के खजाने से 8 करोड़ रुपए का फटका वहन करना पड़ेगा।
इनका कहना….
ड्राइंग डिजाइन के बार-बार बदलने के कारण मंडी कांप्लेक्स में बाधा आई है। बजट बढ़ने के कारण अब 18 करोड़ 40 लाख की लागत से यह निर्माण पूरा होगा। इसके लिए नई ड्राइंग डिजाइन के साथ डीपीआर के लिए प्रस्ताव राज्य शासन को भेज दिया है। यहां से अनुमति मिलते ही यहां से टेंडर रिकॉल कर दिए जाएंगे।
सतीष मटसेनिया, सीएमओ नपा बैतूल