Betul News: वे न होते तो बैतूल को कभी न मिलता लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम
Betul News: Had he not been there, Betul would never have got Lal Bahadur Shastri Stadium

देवेंदर सिंह कुकू चाचा की स्मृति में खेलों की दुनिया में बैतूल का गौरव बढ़ाने वालों को मिलेगा सम्मान
Betul News: बैतूल। हरफनमौला खिलाड़ी देवेंदर सिंह कुकु चाचा की स्मृति में 17 अप्रैल को खेल शिखर अलंकरण सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन बैतूल के खेल इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा। दुनिया के महानतम हाकी खिलाड़ी, हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद और बैतूल के खेलों को ऊंचाइयों पर ले जाने वाले पूर्व सांसद विजय कुमार खंडेलवाल की प्रेरणा से यह समारोह आयोजित हो रहा है।
हाकी बैतूल के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ खिलाड़ी अक्षय वर्मा ने बताया कि इस आयोजन में बैतूल के उन सभी दिवंगत महान खिलाड़ियों और खेलों को समर्थन देने वाले व्यक्तित्वों की स्मृति में वरिष्ठ खिलाड़ियों को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने बैतूल की धरती का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया और खेलों व खिलाड़ियों को हमेशा सहयोग और स्नेह दिया। इस आयोजन में जिन महान खिलाड़ियों की स्मृति में यह सम्मान प्रदान किया जाएगा, उनमें प्रमुख रूप से स्व. नारायण सिंह ठाकुर, एस एस तोमर, नारायण प्रसाद द्विवेदी, पृथ्वीपाल सिंह आजाद, नारायण जेधै, संगीत जान पीटर, दिनेश कोकाश, चंदन महानंदे, विजय वर्मा, निक्कू मासाब, सोहन सिंह ठाकुर, अलबर्ट पीटर, जगदीश यादव के नाम शामिल हैं। इनकी स्मृतियों को ताजा करते हुए युवा पीढ़ी को प्रेरणा दी जाएगी।
खेल जगत में दिया अपना सराहनीय योगदान
खेलों को अद्वितीय सहयोग देने वाले जीडी खंडेलवाल, भंवरचंद्र गर्ग, युवराज सिंह परिहार और विनोद डागा की स्मृति में भी खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। जीडी खंडेलवाल को याद करते हुए कहा गया कि अगर वे न होते तो बैतूल को लाल बहादुर शास्त्री जैसा भव्य स्टेडियम कभी न मिलता। बैतूल की वालीबॉल की शान राष्ट्रीय कोच इंद्रसेन सिंह ठाकुर और बास्केटबॉल कोच राकेश बाजपेई ने कहा कि यह आयोजन खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का पॉवर हाउस साबित होगा।
पूर्व हाकी संघ अध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल और वरिष्ठ हाकी खिलाड़ी हरिओम रायपुरे ने बताया कि यह वर्ष देशवासियों के लिए गर्व का वर्ष है, क्योंकि भारत के 1975 हाकी विश्व कप जीत के 50 स्वर्णिम वर्ष 2025 में पूर्ण हो रहे हैं। इस खास अवसर पर बैतूल के महान खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। मेजर ध्यानचंद के सुपुत्र, ओलंपियन और 1975 विश्व कप हाकी विजेता अशोक कुमार ध्यानचंद। अशोक ध्यानचंद वही खिलाड़ी हैं जिनकी हाकी स्टिक से 1975 के फाइनल मुकाबले में निर्णायक गोल निकला था और भारत ने विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया था। वे बैतूल और यहां के खिलाड़ियों से अगाध स्नेह रखते हैं।
एकजुट होंगे मंच पर खिलाड़ी
वरिष्ठ खिलाड़ी जगदीप वर्मा और विभाष वर्धन पांडे ने कहा कि इस आयोजन में विभिन्न धर्मों के खिलाड़ी एक मंच पर एकजुट होकर खेल भावना का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि खेल का मैदान ही वह स्थान है जहां भाषा, धर्म और रंग के भेद नहीं होते, सिर्फ एक ही भावना होती है – खेल भावना, जिसमें सबका साथ, सबका स्वास्थ्य, देश प्रथम, मातृभूमि प्रथम की भावना समाहित होती है। परंपरागत भारतीय लाठी संघ के राष्ट्रीय कोच विनोद बुंदेले ने बताया कि इस आयोजन में बैतूल के युवा खिलाड़ी लाठी का उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे और यह विश्वास दिलाएंगे कि वे पूर्वजों की खेल विरासत को संभालने के लिए तैयार हैं और देश उनके हाथों में सुरक्षित है।
इनका मिल रहा सहयोग
इस आयोजन में सहयोग कर रहे बैतूल के खिलाड़ी रविन्द्र गोठी, सुनील मरवाह, नरेंद्र जायसवाल, विवेक देशपांडे, एफाज मोहम्मद बक्स, जय सिंह तोमर, प्रफुल्ल गोठी, अजय सिंह तोमर, इरफान खान लालू, सारिक खान, संतोष अमरोही, काकू सरदार, सुरेश यादव, कृष्णा उइके, खेल प्रेमी अजाब राव झरबडे, देवेंद्र पाटिल, शैलेश गुबरेले, करण प्रजापति ने सभी नागरिकों से इस गरिमामय आयोजन में उपस्थित होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने की अपील की है। यह जानकारी वरिष्ठ खिलाड़ी संघ बैतूल की ओर से रमेश भाटिया द्वारा जारी की गई है।