Betul News: तालाब तक पहुंचा अतिक्रमण,आगे 100 फीट की दुकान, पीछे बन गए मकान

Betul News: Encroachment reached the pond, 100 feet shop in front, houses built behind

वर्षों से तालाब में जा रहा सेप्टिक टैंक और निस्तारी का पानी

Betul News: बैतूल। शहर भर के अतिक्रमण हटाने के चक्कर मे प्रशासन यह भूल गया कि कोठीबाजार तालाब के किनारे किस हाल में हैं। यहां टिकारी रोड पर संचालित 17 दुकानों के प्रकरण पिछले 18 सालों से फाइलों में दबे पड़े हुए हैं तो उधर पट्टे की जमीन का दुरुपयोग कर अतिक्रमण इस हाल में पहुंच चुका है कि तालाब के किनारे की जमीन पर दुकान के साथ साथ मकान भी बन चुके हैं। इन मकानों से निकलने वाला सेप्टिक टैंक और निस्तारी का गंदा पानी तालाब में ही बहाया जा रहा है। बावजूद इसके नजूल और नपा के अधिकारियों को यह अतिक्रमण दिखाई क्यों नहीं दे रहा यह समझ से परे है। विडम्बना यह है कि दुकानें मुफ्त में संचालित हो रही हैं। कामर्शियल लेंड का आवासीय उपयोग भी बेरोकटोक किया जा रहा है।

10 बाय 10 की दुकान, 7 से 8 सौ फीट पर हुआ अतिक्रमण

कोठीबाजार क्षेत्र में टिकारी रोड पर 17 दुकानों का मामला नजूल में पिछले 18 सालों से धूल खा रहा है। न ही नपा अधिकारी इस प्रकरण को लेकर होश में है और न ही नजूल के अधिकारियों को यह पता है कि ऐसा कोई प्रकरण भी विचाराधीन है। ऐसे में इन दुकानों पर काबिज दुकानदारो ने पिछले हिस्से में तालाब की जमीन पर बेतहाशा अतिक्रमण कर लिया है। मौजूदा हालात बता रहे हैं कि इन्ही दुकानों के पीछे जहां तालाब का ऊपरी हिस्सा आम लोगो के घूमने फिरने के लिए छोड़ा गया था, उस जमीन पर आज अतिक्रमण साफ देखा जा सकता है।

तालाब के दूसरे छोर से देखा जाए तो बेतहाशा अतिक्रमण की तस्वीर साफ नजर आ रही है। अतिक्रमण तालाब के पानी को छू रहा है। तालाब से सटकर सीमेंट , कांक्रीट की मोटी मोटी दीवारें बना दी गयी हैं, ताकी तालाब में पानी बढ़ने के बाद अतिक्रमण कर बनाये गए मकानों में पानी प्रवेश न कर पाए। और इन मकानों से निकलने वाली गन्दगी तालाब के पानी को अलग दूषित कर रही है, लेकिन शहर के बीचों बीच पसरे अतिक्रमण पर किसी की नजर नहीं है।

नजूल अधिकारी को नहीं पता 18 साल से प्रकरण उनकी कोर्ट में है

टिकारी रोड पर संचालित 17 दुकानों के प्रकरण पिछले 18 सालों में भी निराकृत नहीं हो पाए हैं। इसका सीधा नुकसान नपा को उठाना पड़ रहा है। इस संबंध में जब नपा सीएमओ से पूछा गया तो उन्हें इस बाबत कोई जानकारी ही नहीं थी लेकिन खबर प्रकाशित होने के बाद नपा में हलचल जरूर नजर आई है। इसी मामले को लेकर जब नजूल अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने सांझवीर से ही सवाल करने शुरू कर दिए कि आप ही बताए ंआखिर दुकानदारों की शिकायत क्या थी? इसका कोई दस्तावेज हो तो मुझे उपलब्ध कराया जाए।

मामला पूरी तरह साफ है कि इस मामले को लेकर न ही कभी पक्षकारों को नोटिस जारी किए जा सके हैं और न ही नपा के अधिकारियों ने कभी अपना पक्ष नजूल में रखने के लिए कोई पत्राचार करने की जहमत उठाई है और प्रकरण ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। ऐसे में इन 17 दुकानों का पेंडिंग मामला कई गम्भीर सवालों को जन्म दे रहा है जिसकी जांच भी जरूरी मानी जा रही है, की आखिर किसकी शह पर इतने वर्षों बाद भी मामले का निराकरण क्यों नहीं किया जा सका है। इस मामले को लेकर कलेक्टर नरेंद्र सुर्यवंशी से सम्पर्क किये जाने के दो दिन से प्रयास किये जा रहे लेकिन व्यस्तता के चलते उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।हालांकि नपा ने इस पर कार्यवाही शुरू कर दी है। सीएमओ ने मौका निरीक्षण कर मामले को परिषद की बैठक में रखे जाने का भरोसा जरूर जताया है।

इनका कहना…

प्रकरण के विषय मे राजस्व अधिकारियोंं से जानकारी ली गई है। परिषद की अगली बैठक में इस पर चर्चा कर अग्रिम कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।

सतीश मटसेनिया, सीएमओ नपा बैतूल

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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