Betul News: बजट कम, फिर भी एक ही पीआईसी में 25 करोड़ के सिविल कार्य मंजूर

Betul News: Budget is low, yet civil works worth Rs 25 crores approved in a single PIC

बैतूल नपा में आमदानी अठ्ठनी, खर्च रुपया फिर भी 199 विषय पीआईसी में शामिल किए

Betul News: बैतूल। कोरोना के बाद से निकायों के हालात किसी से नहीं छिपे हैं। इसके बाद बैतूल नपा की सोमवार दोपहर हुई पीआईसी की बैठक में थोकबंद 199 विषय शामिल कर लिए गए। यहां चौकाने वाली बात यह है कि सिविल कार्यों के लिए नपा ने जितना बजट रखा नहीं, उससे लगभग तीन गुणा अधिक 25 करोड़ के सिविल कार्यों को पीआईसी में शामिल कर लिया गया। भले ही यह काम पार्षदों से मिले प्रस्तावों के बाद एजेंडे में शामिल किए गए हो, लेकिन हकीकत यह है कि नपा की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद सिविल के 25 करोड़ के कामों को पीआईसी में शामिल करने पर दबी जुबान से विरोध शुरू हो गया है।

नपा पिछले तीन माह में पहली बार पीआईसी की बैठक सोमवार बाल मंदिर सभा गृह में आयोजित की। इस बैठक में शहर के 33 वार्डों में विभिन्न निर्माण कार्यों से जुड़े 199 विषय को शामिल किया है। चौकाने वाली बात यह है कि 21 मार्च को पीआईसी की बैठक आहूत होने का आदेश 23 मार्च को शाम तक पीआईसी सदस्यों के पास पहुंचा। 199 विषय को शामिल करने से कई पीआईसी सदस्य ऐसे थे, जिन्होंने अभी तक एजेंडों को भी नहीं देखा और दोपहर 3 बजे उन्हें बैठक में शामिल होना पड़ रहा है। यह पहली मर्तबा नहीं है कि जब नपा ने पीआईसी के एजेंडों को सार्वजनिक करने और सदस्यों को देने में देरी की हो। इसके पहले भी कई बार ऐसी स्थिति निर्मित होने के बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं आया है।

अकेले सिविल कार्यों पर ही 25 करोड़ खर्च करने की तैयारी

वित्तीय वर्ष 2024-25 की समाप्ति होने वाली है। इसके पहले नगरपालिका ने 199 विषयों में पूरे सिविल कार्यों को इसमें शामिल कर लिया गया है। इसके अलावा अन्य विषयों को शामिल करना उचित नहीं समझा। चौकाने वाली बात यह है कि एक ही पीआईसी में 20 से 25 करोड़ के सीसी नाली निर्माण, आरसीसी कवर्ड नाली, सीसी रोड, रिटर्निंग वॉल, बाउंड्रीवाल, सीसी वेयरिंग कोर्ड आदि सिविल कार्यों को पीआईसी की बैठक में शामिल कर लिया गया। संयोगवश पीआईसी की बैठक में अधिकांश विषयों पर सदस्यों ने सहमति भी जता दी। यह बात इसलिए किसी के गले नहीं उतर रही है कि एक ही परिषद में सिविल कार्यों के लिए 25 करोड़ रुपए का प्रस्ताव ले लिया गया। ऐसे में पूरे वर्ष शायद ही पीआईसी की बैठक में सिविल कार्य से जुड़े कोई विषय शामिल किए जा सके। यदि विषय शामिल किए गए तो हालात बिगड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

वित्तीय स्थिति ऐसी कि बमुश्किल मिल रहा वेतन

भले ही पीआईसी की बैठक में सोमवार को नपा अध्यक्ष पार्वती बारस्कर, सीएमओ सतीष मटसेनिया, पीआईसी सदस्य, कल्पना कैलाश धोटे, तरूण ठाकरे, रघुनाथ लोखंडे, रेणुका पवन यादव, विकास प्रधान, राजेश पानकर, नीतेश परिहार की मौजूदगी में 199 विषयों पर सहमति बन गई। इसके बावजूद हकीकत यह है कि नपा के सामने वित्तीय स्थिति से निपटने किसी चुनौति से कम नहीं है। दरअसल पिछले कुछ माह से बजट के अभाव में ही पीआईसी और परिषद के सम्मेलन आहूत नहीं किए गए थे, लेकिन इस बार वित्तीय स्थिति गड़बड़ाने के बाद 25 करोड़ के सिविल कार्यों से जुड़े 199 विषयों को शामिल कर लिया गया है। खुद नपा के जिम्मेदार और कुछ कर्मचारी दबी जुबाने से इतनी भारी भरकम सिविल कार्यों पर नाराजगी जता रहे हैं।

इनका कहना….

परिषद काम करना चाहती है, इसलिए पार्षदों से मिले सुझावों के आधार पर इतनी विषयों को शामिल करना पड़ा। विषय थोड़ अधिक है, लेकिन सभी वार्डों में विकास कार्य किए जाएंगे। जरूरत पड़ी तो ही सिविल कार्य के लिए भविष्य में इसे शामिल करेंगे।

सतीष मटसेनिया, सीएमओ नपा बैतूल

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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