Betul News: पत्थर चोरी के शक में परिवार का समाज से बहिष्कार का फैसला, शादी में आये लोगों पर भी लगाया जुर्माना
Betul News: The family decided to boycott the society on suspicion of stone theft, people who came to the wedding were also fined

Betul News: बैतूल/ घोड़ाडोंगरी। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक पत्थर चोरी के शक में एक परिवार को समाज की पंचायत ने सामाजिक बहिष्कार का फैसला सुना दिया। फैसले के तहत इस परिवार के घर कोई नहीं आएगा और ये परिवार भी समाज के लोगों के घर नहीं जा सकेंगे। जिसके चलते परिवार के लोग परेशान है। डर के कारण परिवार वाले इसकी शिकायत भी नहीं कर पा रहे है। इतना ही नही परिवार में आयोजित बेटी की शादी में गांव के सिर्फ 4 लोग पहुंचे तो पंचायत ने उन पर भी जुर्माना लगा दिया। अब परिवार न्याय पाने की रह देख रहा है।
मामला बैतूल जिले के शाहपुर थाने के भयावाड़ी गांव का है। जहाँ मनोहरलाल बडिया पर उसके भाई ने एक फर्सी (पत्थर) चोरी का आरोप लगाया है। जिसके बाद गांव में समाज पंचायत बुलाई गई। इस पंचायत में किसी कारण से मनोहरलाल बडिया शामिल नहीं हो पाए। उन्होंने ने पंचायत में नहीं पहुंच पाने की सूचना भी दे दी थी।लेकिन पंचायत द्वारा एक तरफा फैसला लेते हुए मनोहरलाल बडिया का सामाजिक बहिष्कार कर दिया। साथ ही समाज के लोगों को कहा गया कि न तो कोई मनोहरलाल बडिया के घर जाएगा और न तो कोई अपने घर किसी भी कार्यक्रम में उन्होंने बुलायेगा। जो कोई भी फैसले के खिलाफ जाएगा उस पर भी कार्रवाई की जाएंगी। जिसके कारण गांव के लोगों ने भी परिवार से दूरी बना ली।
पंचायत बैठाकर लिया निर्णय
मनोहरलाल बडिया ने बताया कि छोटे भाई ने मुझ पर पत्थर चोरी का आरोप लगा रहा है। जबकि पत्थर मैंने करीब 15 – 20 साल पहले खरीद कर लाया था। लेकिन भाई 4 लोगों को लेकर आया। मैंने कहा यही फैसला कर लो। लेकिन शाम को पंचायत बुलाई गई। पंचायत नहीं जा पाया जिसकी सूचना भी 4 घंटे पहले ही दे दी थी। इसके बाद भी पंचायत ने उस पर जुर्माना लगाया और समाज का कोई व्यक्ति मेरे घर नहीं आएगा और न मैं किसी के घर जाएगा ये फैसला सुनाया। बेटी की शादी में 4 लोग आएंगे थे। उन पर भी 100-100 रुपए का जुर्माना लगा दिया गया।
घर में चल रही थी शादी की तैयारी और लगा दिया पत्थर चोरी का आरोप
मनोहरलाल बडिया के बेटे ब्रजेश ने बताया कि घर में दीदी की शादी की तैयारी चल रही थी। शादी के पहले पिता जी पर पत्थर चोरी का झूठा आरोप लगा दिया गया। पत्थर हमारा है और घर के सामने ही लगा हुआ है। लेकिन समाज के लोगो ने हमारा सामाजिक बहिष्कार कर दिया। जिसके कारण दीदी की शादी में गांव से कोई नहीं आया। जो 4 लोग आए थे। उन पर भी जुर्माना लगा दिया गया।