Betul Samachar: सुरा प्रेमियों पर भारी पड़ेगा पीने का शौक, हर ब्रांड पर 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी संभव

Betul News: Liquor lovers will be burdened with the habit of drinking, 30 percent increase is possible on every brand

मुलताई शराब दुकानें बन्द होने का पड़ेगा असर, अवैध कारोबार की भी संभावनाओं से भी इंकार नहीं

Betul Samachar: बैतूल। आबकारी विभाग के 19 समूहों की 56 दुकानों की नीलामी होने के बाद आगामी 1 अप्रेल से नई दुकानों का संचालन शुरू हो जाएगा। नए ठेकेदारों ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। नए ठेके शुरू होने का सीधा असर सुरा प्रेमियों पर पड़ने वाला है, क्योंकि ठेकों में 20 प्रतिशत की बढ़त होने और पवित्र नगरी मुलताई की शराब दुकानें बंद होने के बाद शराब के शौकीनों को अब ज्यादा दाम चुकाने होंगे। इन शराब दुकानों से जो राजस्व शासन को प्राप्त होता था। उसे भी बाकी बची 56 दुकानों में समायोजित कर ठेके की राशि 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दी गयी है।जिसका सीधा असर अब शराब के शौकीनों पर पड़ने वाला है। हालांकि शासन की तरफ से अभी रेट लिस्ट आनी बाकी है। देखना होगा कि रेट लिस्ट का पालन ठेकेदारों द्वारा कितना किया जाएगा।

प्रत्येक ब्रांड पर बढ़ेंगे 20 से 30 रुपए आ रहा

जानकारों के मुताबिक पूर्व में जिले के 19 समूहों में मुलताई की तीन दुकानों को मिलाकर कुल 69 दुकाने संचालित हो रही थीं। मुलताई को पवित्र नगरी घोषित करने के बाद शासन के आदेश पर तीन दुकानों का संचालन बन्द कर दिया गया है। नई आबकारी नीति के मुताबिक पिछले वर्ष की तुलना में ठेके की राशि इस वर्ष 20 प्रतिशत बढ़ाई गई है। वहीं तीन दुकाने कम होने के चलते राजस्व की नुकसानी की भरपाई करने के लिए 10 प्रतिशत राशि अतिरिक्त बढ़ा दी गई है। इस तरह से इस वित्तीय वर्ष में जिले की 56 दुकानों के जरिए शासन कुल 30 प्रतिशत अतिरिक्त कमाई करेगा। स्वाभाविक है कि ठेकेदार को बढ़ी हुई कीमत के आधार पर ही शराब की बिक्री करनी पड़ेगी। ठेके से जुड़े जानकार बताते हैं कि शराब और बियर के प्रत्येक ब्रांड पर 20 से 30 रुपए ज्यादा वसूले जाएंगे। जिसका असर सुरा प्रेमियों की जेब पर पड़ेगा।

बढ़ सकता है मुलताई में अवैध कारोबार

जानकार सूत्र बताते हैं कि मुलताई को पवित्र नगरी घोषित करने के बाद यहां शराब दुकानों का संचालन बन्द कर दिया गया है। यहां रहने वाले सूरा प्रेमियों को शराब का शौक पूरा करने के लिए 7 किलोमीटर दूर चिचण्डा जाना होगा। ऐसे में पवित्र नगरी में शराब के अवैध कारोबार होने की संभावनाएं प्रबल रूप से देखने को मिल सकती हैं। जिसके लिए बाकायदा लोकल के कुछ प्रभावशाली लोगों ने तैयारी भी शुरू कर दी है। अब पवित्र नगरी में शराब की अवैध बिक्री रोकने मे आबकारी विभाग सफल हो पाता है या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन इसकी संभावना भी कम ही नजर आ रही है। क्योंकि जिले के अन्य क्षेत्रों में वैसे भी अवैध शराब बिक्री को रोकने और नियमों की धज्जियां उड़वाने में आबकारी विभाग नाकाम ही साबित हुआ है।

इनका कहना…..

जिले के सभी 19 समूहों का निराकरण कर दिया गया है, शासन की ओर से अभी रेट लिष्ट आनी बाकी है, लिस्ट के मुताबिक ही शराब के दाम तय किये जाएंगे।

अंशुमान सिंह चढ़ार, जिला आबकारी अधिकारी बैतूल

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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