Betul Samachar: हादसे के पहले 2 कर्मचारी दिखाई दे रहे थे, गोविंद पूरी तरह नीचे दबा

Betul News: 2 workers were visible before the accident, Govind was completely buried under the debris

दो घंटे रेस्क्यू के बाद केवल शव बाहर आए, सीएम ने हादसे पर दुख जताया, गमनीन माहौल में एक साथ हुई दो अंत्येष्टि

Betul Samachar: सारनी। डब्ल्यूसीएल की छतरपुर 1 खदान के सीएम सेक्शन में गुरुवार दोपहर हुए हादसे का आंखों देखा हाल जिस किसी ने सुना उसकी रूह कांप गई। हादसे की हकीकत सुनकर सभी सहम से गए। दरअसल घटना के तुरंत बाद जैसे ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि फेस में सपोर्ट नहीं है। रामप्रसाद और रामदेव का कुछ भाग तो दिखाई दे रहा था, लेकिन गोविंद नहीं दिखा। हालांकि तीन कोल कर्मियों के दबने की खबर रेस्क्यू टीम पाथाखेड़ा को पहले से थी। रेस्क्यू शुरू करने से पहले टीम ने फेस में सपोर्ट लगाया और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद 8 से 10 मीटर लंबी, लगभग 6 मीटर चौड़ी और 1 फीट मोटी चट्टान को हटाया और एक एक कर तीनों कोल कर्मियों को बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि रेस्क्यू की तीन टीम खदान में उतरी थी। हालांकि दो टीम स्टैंड बाय में थी। जबकि पाथाखेड़ा रेस्क्यू टीम सभी को रेस्क्यू किया।

एक साथ हुई दो अंत्येष्टि

वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड की छतरपुर 1 खदान में हुए रूफफाल में शहीद हुए रामप्रसाद चौहान और रामदेव पंडौले की अंत्येष्टि एक साथ एक ही समय पर शोभापुर कालोनी स्थित मोक्षधाम में शुक्रवार दोपहर में हुई। जबकि गोविंद का शव देर रात छत्तीसगढ़ के लिए ले जाया गया। गौरतलब है कि खदान दुर्घटना में तीनों की दर्दनाक मौत हो गई थी। अंत्येष्टि में शामिल होने डब्ल्यूसीएल सीएमडी नागपुर से पाथाखेड़ा पहुंचे। अंत्येष्टि के बाद सीएमडी मृतकों के परिजनों से मिले। यहां डब्ल्यूसीएल के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

जांच टीम पहुंची खदान

खदान हादसे के बाद से घटना स्थल का निरीक्षण जांच टीम कर रही है। डब्ल्यूसीएल टीएससी, डीजीएमएस टीम ने निरीक्षण किया। हालांकि हमेशा की तरह रिपोर्ट मीडिया से साझा नहीं की। बताया जा रहा है कि सीएम सेक्शन में 14 मीटर का कोयला काटने के बाद सीएम मशीन फेस से दूर गई थी। इसी बीच फेस का निरीक्षण करने अंडर मैनेजर गोविंद केसरिया, माइनिंग सरदार रामदेव और ओवरमेन रामप्रसाद चौहान पहुंचे थे। निरीक्षण कर लौट ही रहे थे कि रूफफाल हो गया। जिसके नीचे दबने से तीनों की मौत हो गई।

सीएम ने प्रशासन को दिए निर्देश

जिले के पाथाखेड़ा क्षेत्र में गुरुवार को छतरपुर कोयला खदान में हुए हादसे पर प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव ने भी दुख जताया है। उन्होंने तीन कर्मचारियों की मृत्यु के समाचार को अत्यंत दुखद बताते हुए संंबंधित कंपनी और जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि मृतक कर्मचारियों के परिवार को नियम अनुसार आर्थिक राशि स्वीकृत करने संबंधी प्रकरणों का त्वरित निराकरण करें। उन्होंने परम पिता परमेश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान देने की बात कही है। इसके अलावा कल ही केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उइके और क्षेत्रीय विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे भी हादसे पर दुख जता चुके हैं।

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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