Betul Home Stay : होम स्टे में विश्राम कर ग्रामीण संस्कृति को करीब से जानने का प्रयास

Betul Home Stay: An attempt to know the rural culture closely by resting in a home stay.

केंद्रीय मंत्री उइके और जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष ने बाचा में बिताई रात

Betul Home Stay : बैतूल। ग्रामीण संस्कृति और उसको करीब से जानने के उद्देश्य से पिछले दिनों घोड़ाडोंगरी विस के बाचा गांव में होम स्टे की शुरुआती की गई। ग्रामीण परिवेश को करीब से जानने के लिए शनिवार की रात केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उइके और जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर ने रात्रि विश्राम किया। ग्रामीण परिवेश में बने भोजन का पालकी मारकर लुफ्त उठाया और गांव का भ्रमण भी किया।

जिले के जनजातीय ग्राम बाचा में पिछले दिनों जन अभियान परिषद के मोहन नागर के ही विशेष प्रयासों से दो होम स्टे बनकर तैयार हुए हैं। इनकी खासियत है कि पूरे ग्रामीण परिवेश में गोबर की लिपाई कर इसे बनाया गया है। खेत के किनारे बनाए गए इस देसी होम स्टे विलेज की प्रकृति और गांव को करीब से जानने के लिए नागर की पहल पर केंद्रीय मंत्री उइके के साथ रात्रि विश्राम किया। दोनों ही नेताद्वय ने देर शाम बाजा(बज्जरवाड़ा) पहुंचकर होम स्टे के सामने खाट पर बैठकर ग्रामीणों से काफी देर तक वार्तालाप की।

इस दौरान गुलाबी ठंड का एहसास होने पर होम स्टे के सामने जल रहे अलाव ने दिन भर की थकान भी दूर कर दी। जैसे ही दोनों मिट्टी से बने और गोबर से लीपेपोते घर में प्रवेश किया तो खुशी का ठिकाना न रहा। केंद्रीय मंत्री उइके और जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष नागर ने बताया कि ग्रामीण परिवेश में बनाए इस होम स्टे में विश्राम कर सुखद आनंद की अनुभूति हुई। वे बताते हैं कि दिन भर की थकान के बाद यहां विश्राम किया तो नींद कैसे आई पता भी नहीं चला।

Betul Home Stay : होम स्टे में विश्राम कर ग्रामीण संस्कृति को करीब से जानने का प्रयास

दूसरे दिन खेत में पहुंचे, काली चाय से दिन की शुरुआत

केंद्रीय मंत्री और जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष ने भारत की जनजातीय ग्राम्य व्यवस्था को निकट से जानने के लिए बाचा में रात्रि विश्राम किया। इसके बाद वे अलसुबह सूरज की पहली किरणों के बीच एहसास हुआ कि मुर्गोंं की बांग, मोर की आवाज और पक्षियों की चहचहाट से नींद खुल गई। यह पल काफी सुखदाई था।

नागर ने बताया कि ग्राम बाचा का सूर्योदय प्राकृतिक सुंदरता की ओर इशारा कर रहा था। इसके बाद वे केंद्रीय मंत्री को साथ लेकर हरे भर खेत में घूमना भी ऐतिहासिक क्षण था। वापस आने के बाद सुबह की काली चाय, ताजा सिका हुआ चना, ताजी हरी देसी मटर के साथ गरमा गर्म भजिए ग्रामवासियों से सहज संवाद में अपनी मिट्टी से जोड़ता दिखाई दिया। नागर ने बताया कि प्रकृतिक को करीब से जानने के लिए बाचा के होम स्टे में सभी को जाना चाहिए। इसके लिए अनिल उइके के मोबाइल 8770658771 और वाट्सएप पर 9770843833 या मप्र टूरिज्म बोर्ड की साइड पर संपर्ककर सकते हैं।

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Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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