Betul News: शराब दुकानों पर क्या सिंडिकेट होगा हावी, महंगे ठेकों पर लाटरी टेंडरों का दांव

Betul News: Will syndicate dominate liquor shops, lottery tenders on expensive contracts?

प्रमुख ठेकेदारों के बीच आपसी सुलह की चर्चा तेज, सही बैठा दांव तो ठेकेदारों की चलेगी मोनोपल्ली

Betul News: बैतूल। जिले के 19 समूहों की 56 दुकानों की नीलामी के लिए चल रही रस्साकशी के बीच 14 समूह तो रिनिवल में चले गए, लेकिन बाकी के बचे 5 प्रमुख समूह अभी होल्ड पर हैं। इसके लिए लाटरी आवेदन की प्रक्रिया शनिवार से शुरू कर दी है। अन्य 14 समूहों को छोड़ दिया जाए तो यह 5 समूह काफी महंगे साबित हो रहे हैं। छोटे ठेकेदारों के इसमें हाथ डालना नामुमकिन जैसा प्रतीत हो रहा है। इससे साफ है कि पिछले लंबे समय से जिन ठेकेदारों की यहां तूती बोलती रही है। ठेकेदार इन समूहों पर काबिज होने की तैयारी कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं की इसके लिए ठेकेदारों के बीच आपसी सुलह, मशवरे भी चल रहे हैं। यदि ठेकेदारों के बीच आपसी मनमुटाव की स्थिति निर्मित नहीं होती है तो पांचों समूह 27 फरवरी को ही फाइनल हो जाएंगे। वो भी तब जब शासन का 80 फीसदी का टारगेट पूरा हो जाएगा। सूत्रों का दावा है कि सब कुछ ठीकठाक रहा तो बाकी बचे 5 समूहों पर ठेकेदारों की मोनोपल्ली जमकर चलेगी।

बगडोना , सारणी, प्रताप वार्ड, कोठीबाजार और गंज पर नजर

पिछले कुछ सालों में सारणी-बगडोना सहित शहरी समूहों पर जिले के बाहरी ठेकेदारों के दखल रहा है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि इस वित्तीय वर्ष में पुराने ठेकेदार किसी भी कीमत पर यह प्रमुख ठेके हाथ से जाने देना नहीं चाहते। सूत्र बताते हैं कि इन ठेकेदारों के बीच आपसी चर्चाओं का दौर चल रहा है। अभी तक प्रताप वार्ड समूह का संचालन करने वाले सोम ग्रुप का इस समूह से मोहभंग होने की जानकारी मिल रही है। सोम ग्रुप की नजर सारणी, बगडोना समूह पर होना बताया जा रहा है, लेकिन इसके ठीक विपरीत सारणी-बगडोना समूह सहित कोठीबाजार, गंज समूह पर सुनीता शिवहरे ग्रुप और हाल ही में मुलताई से विरक्त हो चुके, अज्जू ठाकुर ग्रुप का भी दखल सुनने को मिल रहा है। सूत्र बताते हैं कि ऐसे में सोम ग्रुप से टकराव की स्थिति बन सकती है। बताया जा रहा है कि ऐसी स्थिति से निपटने के लिए भी दोनों ठेकेदारों ने पार्टनर पहले से ही तैयार कर रखे हैं, ताकि पांचों समूहों पर एक ही बार में दांव लगाकर ठेके हासिल कर लिए जाएं, लेकिन सूत्रों का यह भी मानना है कि ऐसी स्थिति यदि बनती है तो सोम ग्रुप बना बनाया खेल बिगाड़ भी सकता है।

टारगेट पूरा नहीं तो करने होंगे टेंडर

250 करोड़ रुपए आरक्षित मूल्य के ठेकों की प्रक्रिया पूर्ण कराए जाने के लिए आबकारी विभाग जुटा हुआ है। इसे अधिकारियों की उपलब्धि ही कहा जाएगा कि 150 करोड़ आरक्षित मूल्य के 19 में से 14 समूहों को रिनिवल करवाने में अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन अब पूरी कहानी प्रमुख 5 समूहों पर जाकर अटक गई है। ठेकेदारों की सर्कस के बीच यदि 80 फीसदी का टारगेट यदि पूरा नहीं होता है तो विभाग को नियमसनुसार टेंडर प्रक्रिया के तरफ अपने कदम बढ़ाने पड़ेंगे, लेकिन इसकी संभावनाएं कम ही नजर आ रही हैं।

इनका कहना..

14 समूहों ने रिनिवल आवेदन किए हैं। 5 समूहों के लिए लाटरी आवेदन प्रक्रिया शनिवार से शुरू की गई है। 27 फरवरी तक यदि 80 फीसदी टारगेट पूर्ण हो जाता है। तो सभी समूह आवंटित कर दिए जाएंगे। नियम अनुसार समस्त रिनिवल आवेदन कैंसिल कर टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

अंशुमन चढार, जिला आबकारी अधिकारी, बैतूल 

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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