18 माह में नहीं हुई एकलव्य आवासीय विद्यालय की जिला स्तरीय बैठक

सहायक आयुक्त ने एमपीसरस के जारी बायलॉज को भी दरकिनार किया

बैतूल। इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है कि जिस एकलव्य आवासीय विद्यालय शाहपुर की जिला स्तरीय समिति के अध्यक्ष कलेक्टर होते हैं, उस समिति की बैठक यदि 18 माह में न हो तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि अंचलों के छात्र-छात्राओं के साथ किस तरह अन्याय किया जा रहा है। बैठक नहीं होने से छात्र-छात्राओं को मिलने वाली सुविधाएं भी सिर्फ कागजों में संचालित हो रही है। बायलॉज के नियम के अनुसार समिति की बैठक हर तीन माह में होना चाहिए, लेकिन बैतूल की सहायक आयुक्त और समिति की पदेन सचिव शिल्पा जैन की मनमानी के कारण यह बैठक 18 माह में भी आयोजित नहीं की गई। इससे समिति के गठन की औपचारिकता खत्म हो गई है।

हालांकि दावा यह है कि जा रहा है कि पंद्रह दिन पहले समिति की जिला स्तरीय बैठक लंबे समय बाद आहूत हुई, लेकिन बैठक की पंजी में कार्रवाई विवरण ही नहीं लिखा गया। इस बात की जानकारी समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर को भी नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि 18 माह बाद हुई बैठक केवल औपचारिकक बनकर रह गई।

सूत्र बताते हैं कि मप्र स्पेशल एंड रेसिडेंशियल एकेडमिक सोसायटी(एमपीसरस) 27 जुलाई 2020 को एक आदेश जारी कर एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के संचालन के लिए राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय और विद्यालियनी स्तरीय समिति का गठन किया है।

सोसायटी द्वारा बायलॉज की कंडिका 19 में प्रावधान है कि जिला स्तरीय बैठक का गठन कलेक्टर और सचिव पदेन सहायक आयुक्त जनजातीय कार्यविभाग और सदस्य भी निर्धारित किए गए हैं। सोसायटी ने आदेश भी जारी किए हैं कि प्रावधान के तहत जिला स्तरीय समिति की बैठक कलेक्टर की अध्यक्षता में हर तीन माह में आयोजित होना चाहिए। बैठक में एकलव्य आवासीय विद्यालय और छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं के अलावा समस्याओं पर चर्चा के लिए आहूत की जाती है।

सूत्रों की माने तो बैठक आयोजित करने के बाद उपस्थिति पंजी में जिला सतरीय समिति के हस्ताक्षर सहित प्रस्ताव दर्ज होते हैं। इस पंजी को बैठक होने के बाद एकलव्य आवासीय विद्यालय शाहपुर भेजना पड़ता है। सूत्र बताते हैं कि पंद्रह दिन पूर्व 18 माह बाद यह बैठक आनन-फानन में आहूत की गई, इसमें शाहपुर के अलावा भैंसदेही और चिचोली आवासीय विद्यालय के प्राचार्य भी शामिल हुए थे, लेकिन बैठक की पंजी में कार्रवाई विवरण नहीं लिखा गया। इससे बड़ी लापरवाही उजागर हो रही है।

सहायक आयुक्त की मनमानी से बैठक नहीं

सूत्र बताते हैं कि बैतूल की सहायक आयुक्त शिल्पा जैने की मनमानी का ही नतीजा है कि यहां पर 18 माह में जिला स्तरीय त्रैमासिक बैठक का आयोजन नहीं किया है। सूत्रों के अनुसार 1 अप्रैल 2023 के बाद से 26 अक्टूबर 2024 तक बैठक आयोजित करने संबंधित कोई निर्देश पदेन सचिव शिल्पा जैन ने नहीं जारी किए। जबकि कलेक्टर को बैतूल में आए हुए लगभग 10 माह का समय बीत गया है, लेकिन एक भी त्रैमासिक बैठक आहूत नहीं की गई। चूंकि बैठक में अध्यक्ष कलेक्टर के साथ सचिव खुद जनजातीय कार्यविभाग की सहायक आयुक्त शिल्पा जैन है।

समिति में सीईओ जिला पंचायत, जिला शिक्षा अधिकारी, ईई पीडब्ल्यूडी  डीपीओ, सीएमएचओ, प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रभात पट्टन, प्राचार्य नवोदय प्रभात पट्टन, कन्या शाला परिसर बैतूल, प्राचार्य एकलव्य विद्यालय भैंसदेही – चिचोली सदस्य बनाए गए हैं। सदस्यों को भी आज तक कोई बैठक होने की सूचना नहीं दी गई है।

मासिक बैठक का भी महीनों से ठिकाना नहीं

इधर आवासीय विद्यालय से जुड़े नियमों की बात करें तो एकलव्य आवासीय की एक समिति से अलग से होती है, इसमें क्षेत्र के एसडीएम अध्यक्ष होते हैं। शाहपुर आवासीय विद्यालय के प्राचार्य समिति के सचिव और समिति के छात्रावास के 5-5 छात्र-छात्राओं के परिजनों को सदस्य बनाया गया है। यहां पर भी चौकाने वाली यह है कि महीनों से एकलव्य आवासीय विद्यालय शाहपुर में समिति की बैठक आहूत नहीं की गई।

सूत्रों के अनुसार आवासीय विद्यालय आर्थिक अनियमितत्ता और विवादों में घिरा है। इससे  बैठक ही आहूत नहीं की गई। इससे छात्र-छात्राओं को मिलने वाली सुविधाएं और अन्य जानकारी ही सामने नहीं आ रही है। इस संबंध में चर्चा के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी को काल किया, लेकिन नंबर ब्लाक होने की वजह से चर्चा नहीं हो सकी।

इनका कहना…..

मुझे जहां तक जानकारी है कि 15 दिन पहले एकलव्य आवासीय विद्यालय के तीन प्राचार्य भैंसदेही, चिचोली, शाहपुर और भैंसदेही के साथ बैठक ली गई। बैठक कब कितने समय बाद हुई, इस संबंध में मुझे नहीं बताया गया। बैठक की पंजी में कार्रवाई विवरण नहीं लिखा है तो इस बारे में संबंधित से चर्चा करूंगा।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर बैतूल

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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