Betul News: रास नहीं आ रही एसडीएम की अदला-बदली
Betul News: Not liking the exchange of SDM

जिला मुख्यालय के एसडीएम में एसडीएम पद पर नियुक्ति को लेकर उठ रहे सवाल
Betul News: बैतूल। प्रशासनिक फेरबदल में बुधवार को कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने चौकाने वाला निर्णय लेते हुए बेहतर काम करने वाले बैतूल एसडीएम राजीव कहार को मुलताई भेंज दिया उनके स्थान पर मुलताई की एसडीएम अनिता पटेल को जिला मुख्यालय भेंजा गया है। हालाकि यह फेरबदल प्रशासनिक दृष्टि से किसी को रास नहीं आ रहा है। अंदरखाने की चर्चा है कि राजनैतिक दबाव के कारण दोनों एसडीएम के तबादले हुए है। दूसरा तर्क यह भी दिया जा रहा है कि एक ही क्षेत्र में लंबा समय होने के कारण फेरबदल किया गया है।
बैतूल में लंबे समय से राजीव कहार एसडीएम के रूप में पदस्थ रहे है उनकी वर्किंग ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर जैसी है। उनके एसडीएम रहते हुए जिला मुख्यालय के उनके कार्यालय में व्यवस्थाएं भी काफी सुधरी है। हमेशा आसानी से उपलब्ध रहने वाली कार्यप्रणाली से अधिवक्ता, आम नागरिक और अन्य लोग भी खासे खुश थे। बताया जा रहा है कि जिले के स्थानीय प्रतिनिधि भी उनके कार्यकाल को सामंजस्य स्थापित करने वाला बता रहे है। इसके बावजूद उन्हें प्रशासनिक फेरबदल में मुलताई एसडीएम बना दिया गया है। यह बात जनप्रतिनिधियों के गले भी नहीं उतर रही। हालाकि खबर है कि किसी ना किसी जनप्रतिनिधि की नाराजगी की वजह से बैतूल से मुलताई भेजा गया है।
जिन्हें मिली थी कुछ दिन पहले फटकार, उन्हें सम्मान
सूत्र बताते है कि मुलताई एसडीएम अनिता पटेल को बैतूल का नया एसडीएम बनाया गया है। उनके बारे में कहा जाता है कि पूर्व में बैतूल पदस्थापना के दौरान कई शिकायतों के कारण उन्हें यहां से हटाया गया था। उन्हें दौबारा बैतूल जैसे अनुविभाग का एसडीएम बनाया जाना किसी के गले नहीं उतर रहा। उनके पिछले कार्यकाल में फाईलों की पैंडेंसी बढ़ने का मुद्दा भी जोर-शोर से उठा था।
इसके बावजूद उन्हें यहां एसडीएम बनाए जाने से हर कोई सवाल उठा रहा है। कुछ दिन पहले ही मुलताई एसडीएम को एक मामले में मामलों का वर्षों से निराकरण ना करने पर जनसुनवाई में ही मोबाईल पर फटकार लगाई थी। फाईल निकलवाकर रखने के निर्देश दिए थे, खुद मुलताई पहुंचकर फाईल बुलवाई और फटकार लगाकर तुरंत मामले का निराकरण करवाया। इतना ही नहीं उनकी वर्किंग पर कलेक्टर ने सवाल भी उठाए थे। इन 10 दिनों के बीच ऐसा क्या हुआ कि मुलताई एसडीएम को जिला मुख्यालय भेज दिया गया।