Politics: राजनीतिक हलचल: स्वजातीय बंधुओं के क्या निकल रहे मायने?? खेल में राजनीति हावी होने से क्यों बढ़ी हलचल??? महिला अध्यक्ष की सक्रियता से क्यों मची है हलचल???? विस्तार से पढ़िए हमारे चर्चित कॉलम राजनीतिक हलचल में…..
Politics: Political turmoil: What is the meaning of the caste brothers??

स्वजातीय बंधुओं के भोज के मायने
एक माननीय एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वे अपने स्वजातीय बंधुओं के लिए 9 फरवरी को विशाल सहभोज का आयोजन कर रहे हैं। हालांकि अभी चुनाव में काफी समय है, लेकिन उनके इस भोज को लेकर राजनैतिक गलियारों में जमकर चर्चा है। खबर है कि माननीय के भोज के लिए लंबे समय से तैयारियां की जा रही है।
भोज के बहाने अपने स्वजातीय बंधुओं को साधने की तैयारियां कर रहे हैं। सहभोज के लिए सामाजिक बंधुओं को निमंत्रण भेजने का काम भी लंबे समय से किया जा रहा है। प्रयास यह भी हो रहा है कि कोई भी सामाजिक बंधु इस सहभोज में न छूटे। अब देखना यह है कि स्वजातीय बंधुओं को भोज देकर वे उन्हें कैसे साधने का प्रयास करेंगे।
खेल में हुई राजनीति हावी
एक विपक्षी पार्टी के युवा नेता एक प्रतियोगिता का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने अपने गुरू के नाम पर प्रतियोगिता का आयोजन करने के लिए पूरी तैयारी कर ली। प्रतियोगिता में लंबे समय बाद प्रदेश ही नहीं वरन पूरे देश की नामी टीमों के आने की संभावना है। इस बीच अचानक प्रतियोगिता का नाम बदलने से सभी हतप्रद है।
पहले अपने गुरू के नाम से यह प्रतियोगिता आयोजित करा रहे थे, लेकिन इसका नाम बदल दिया। राजनैतिक गलियारों में प्रतियोगिता का नाम बदलने पर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। इससे खेल में भी राजनीति होने के कारण खेल प्रेमी भी खासे हताश देखे जा रहे हैं।
महिला जनपद अध्यक्ष अचानक सक्रिय
एक प्रमुख विधानसभा क्षेत्र की युवा महिला जनपद अध्यक्ष सोशल मीडिया से लेकर अन्य गतिविधियों में जमकर सुर्खियां बटोर रही है। वे सुरक्षित क्षेत्र से राजनीति का आगाज करने के बाद पहले लो प्रोफाइल में रही, लेकिन जैसे परिपक्व हुई, उन्होंने फ्रंट फुट परा बेटिंग करना शुरू कर दिया है। वे सोशल मीडिया पर पूरे क्षेत्र में सबसे अधिक सक्रिय बताई जाती है।
इसके अलावा कार्यक्रमों में शामिल होकर सभी को टैग कर अपनी सक्रियता के बारे में बताना नहीं भूलती। उनकी सक्रियता का ही नतीजा है कि पड़ोसी क्षेत्र से टिकट की दावेदारी करने वालों की भौहे अभी से तन गई है। उन्हें डर लग रहा है कि यह नेत्री इसी तरह से सक्रिय रही तो राजनीति में बहुत आगे जा सकती है।