छात्रावास के वाशरूम के करीब सीसीटीवी कैमरे लगने से बवाल

थपोड़ा की छात्राओं की शिकायत के बाद अधीक्षिका और पुरूष भृत्य को हटाया, एसडीएम करेंगे जांच

बैतूल/भैंसदेही। आदिवासी अंचल भैंसदेही के महाराष्ट्र से सटे थपोड़ा के कन्या छात्रावास के वाशरूम की तरफ कैमरे लगाए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। छात्रावास की छात्राएं अपने पालकों के साथ शुक्रवार को दोपहर बाद भैंसदेही पहुंची थी, उन्होंने विधायक महेंद्र सिंह चौहान समेत अधिकारियों को अधीक्षिका की इस करतूत से अवगत कराया तो सब की सांसे फूल गई। आनन-फानन में अधिकारियों की टीम थपोड़ा रवाना हुई। प्रारंभिक जांच में कैमरा वाशरूम की जगह कारिडोर में लगना पाया गया। इसके बाद अधीक्षिका लक्ष्मी इवने और पुरूष भृत्य पवार को तत्काल हटा दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक कन्या आश्रम थपोड़ा की करीब तीन दर्जन से अधिक छात्राएं अपने पालकों के साथ शुक्रवार को भैंसदेही पहुंची थी। पहले यह मामला किसी के समझ नहंी आया कि छात्राएं बड़ी संख्या में वाहनों से एसडीएम शैलेंद्र हनोतिया और बीईओ के कार्यालय कैसे पहुंची। जब छात्राओं ने अपने परिजनों के साथ थपोड़ा छात्रावास की पोल खोली तो सभी के होश उड़ गए। दरअसल छात्राओं का आरोप था कि छात्रावास में अधीक्षिका लक्ष्मी इवने द्वारा वॉशरूम की ओर लगाए गए सारे कैमरे हमेशा चालू रखती है।

चूंकि अधीक्षिका अक्सर शराब के नशे में रहती है, इसलिए कैमरे चालू रहने से उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है। छात्राओं ने अपनी शिकायत में बताया कि अधीक्षिका का पुत्र भी कन्या छात्रावास होने के बावजूद बेरोकटोक यहां आते हैं। छात्राओं ने यह आरोप लगाकर सनसनी फैला दी की अधीक्षिका पुत्र यह कहता है कि यहां की लड़कियां अच्छी है, इन्हें यहां से भगाना है। छात्राओं ने दूसरा आरोप लगाया कि यहां का पुरूष भृत्य दिलीप पवार उन्हें वाशरूम में नहाते हुए चुपके से देखता है। इससे उन्हें कई दिनों से उन्हें परेशानियां हो रही है।

शिकायत के बाद अधिकारियों की थपाड़ा दौड़

पूरे मामले की गंभीरता इस बात से लगाया जा सकता है कि एसडीएम और बीईओ खुद छात्राओं की शिकायत और महेंद्र सिंह चौहान की नाराजगी के बाद तुरंत थपोड़ा पहुंच गए। उन्होंने यहां छात्राओं से भी चर्चा की। इस दौरान छात्राएं अपने आरोपों पर कायम रही। हालांकि एसडीएम को वाशरूम के अंदर कोई कैमरे नहीं मिले, लेकिन कारिडोर में जरूर कैमरे लगने की बात सामने आई है। छात्राओं के आरोप के बाद तत्काल वाशरूम की ओर लगे कैमरे हटा दिए गए हैं। शराब पीने के गंभीर आरोप और पुरूष भृत्य दिलीप पवार की लापरवाही पर दोनों को सहायक आयुक्त को हटाने के निर्देश दिए थे। एसडीएम के निर्देश पर दोनों को छात्रावास से हटा दिया गया है।

सवालों के घेरे में छात्रावास में लगे कैमरे

भले ही अधिकारी कह रहे हो कि सुरक्षा के लिए छात्रावास में कैमरे लगाए है, लेकिन छात्राओं के आरोप इसलिए सही कहे जा सकते हैं कि वाशरूम की ओर दो कैमरे लगाकर अधीक्षिका क्या संदेश देना चाह रही थी। दूसरा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि छात्रावास में पुरूष भृत्य लंबे समय से अधीक्षिका ने कैसे रखा। शासन की गाइडलाइन के अनुसार यहां पुरूष भृत्य रखने का प्रावधान नहीं था। दूसरी ओर कैमरे लगे हैं तो अधीक्षिका पुत्र बेरोक-टोक आने पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। एक और लापरवाही सामने आई है कि सीसीटीवी कैमरे क्लास रूम, कार्यालय के महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाए जाने की जगह वाशरूम और बाथरूम की ओर लगाए गए है। छात्राओं के पालकों ने भी छात्रावास की इस तरह की गतिविधियों पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि जांच के बाद मामले में और तथ्य सामने आ सकते हैं।

इनका कहना
मुझे इस बारे में जानकारी मिली है। भैंसदेही एसडीएम जांच के लिए छात्रावास गए थे। कैमरे वाशरूम के कारिडोर में लगने की जानकारी मिल रही है। फिलहाल हमने एसडीएम से जांच के लिए कहा है।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, कलेक्टर बैतूल।

विधायक और कलेक्टर साहब के निर्देश पर थपोड़ा छात्रावास का निरीक्षण किया। यहां से कैमरे हटाने के साथ अधीक्षिका और पुरूष भृत्य की लापरवाही सामने आई है। उन्हें भी हटा दिया गया है। अभी जांच जारी है, जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई तय की जाएगी।
शैलेंद्र हनोतिया, एसडीएम भैंसदेही

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

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