Betul Ki Khabar: बैतूल के भी दो टोल नाकों पर लाखों का फर्जीवाड़ा!
Betul Ki Khabar: Fraud worth lakhs at two toll points of Betul too!

बिना फास्टैग लगे वाहनों से वसूली जा रही थी राशि, एनएचएआई की जांच में होगा बड़ा खुलासा
Betul Ki Khabar: बैतूल। यूपी एसटीएफ द्वारा देश के करीब 200 टोल नाकों पर निजी साफ्टवेयर के जरिए टोल की चोरी किए जाने का मामला सामने आया है। इन टोल नाकों में बैतूल जिले में संचालित दो टोल नाके एसटीएफ की रडार पर आए हैं। इनमें बैतूल मुलताई रोड पर स्थित टोल और चिचोली मार्ग पर गढ़ा के पास स्थित टोल नाका शामिल है। गढ़ा टोल नाका बंसल पाथवे और चिखलीकला टोल नाका मेसर्स वंशिका कंस्ट्रक्शन संचालित कर रहा है।
इन टोल नाकों पर बिना फास्टैग लगे वाहनों से जो वसूली की जा रही थी। वह पूरी की पूरी राशि ठेकेदारों की तिजोरी भर रही थी। इसके लिए टोल नाके पर अलग से सॉफ्टवेयर अपलोड किए गए थे। शिकायत के बाद जब यूपी एसटीएफ सक्रिय हुई तो देश भर के करीब 200 टोल नाकों पर यह फर्जी वाड़ा सामने आ गया।
डबल राशि पर कम्पनी का कब्जा, लाखों की हो चुकी वसूली
दरअसल इस पूरे फर्जीवाड़े में प्रदेश के 6 टोल नाके एसटीएफ की रडार पर आ चुके हैं। चूंकि एनएचएआई बिना फास्टैग लगे वाहनों से टोल की दोगुनी राशि वसूल करता है। इसी डबल राशि को डकारे जाने के लिए पूरी रचना रची गई। ऐसे वाहनों से वसूल की गई।
राशि डकारे जाने के लिए टोल नाकों पर अलग से सॉफ्टवेयर अपलोड किया गया था।इस सॉफटवेयर के जरिए वसूली की राशि एनएचएआई के खाते में नहीं बल्कि ठेकेदारों के खाते में जा रही थी। यही खेल गढ़ा स्थित बंसल पाथवे और चिखलिकला स्थित मेसर्स वंशिका कंस्ट्रक्शन के टोल नाकों पर चलाया जा रहा था। जानकारी मिली है कि टोल पर वसूली जाने वाली राशि का 50 प्रतिशत हिस्सा एनएचएआई और 50 प्रतिशत हिस्सा ठेकेदार को दिया जाता है, लेकिन बिना फास्टैग लगे वाहनों से वसूले जाने वाली पूरी राशि ठेकेदार के हिस्से में जा रही थी।
दोनो ही टोल राजस्व की दृष्टि से शासन के लिए काफी फायदेमंद हैं।,क्योंकि दोनों ही टोल नाकों से होकर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। इनमें बिना फास्टैग लगे वाहनों की संख्या भी ज्यादा बताई जा रही है। फिलहाल अब गेंद एनएचएआई के खाते में है देखना है कि केंद्र सरकार के अधीन एनएचएआई के अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं।