टपरे में नपा का फायर रूम, सुरक्षा कैमरों में भी दृष्टि दोष भी

करोड़ों की नपा के बुरे हाल, अंधा बांट रहा रेवड़ी, नपा की उल्टी चाल

बैतूल। करोड़ों रुपए राजस्व की आवक वाली नपा के खुद के हाल जहां बेहाल हैं, वहीं जन प्रतिनिधियों के कक्षों को चमकाने के लिए लाखों का खर्च सवाल खड़े कर रहा है। जनप्रतिनिधि तो 5 वर्ष के लिए ही जनता द्वारा चुने गए हैं, लेकिन खुद नपा में स्थाई सेवा देने वाले कर्मचारी टपरों में बैठकर सेवाएं देने के लिए मजबूर हैं। कहा जा रहा है कि अपने कर्मचारियों की दिशा और दशा सुधारने के लिए न जनप्रतिनिधि दिलचस्पी दिखा रहे और न ही अधिकारी। ऐसे में कर्मचारी भी इसे अपनी नियति समझ सब कुछ बर्दाश्त कर रहे हैं।

टपरे में संचालित हो रहा फायर रूम

नगरपालिका के लिए सबसे ज्यादा शर्मनाक यह है कि उनका खुद का फायर रूप टपरे में संचालित हो रहा है। तत्कालीन सीएमओ प्रियंका पटेल के समय नपा के कार्नर पर पुराने फ्लेक्स आदि लगाकर अस्थाई रूम बना दिया गया था। वर्तमान में नपा बैतूल में तीसरे सीएमओ की आमद हो चुकी है। फायर रूम में दीवारों के रूप में लगे फ्लैक्स जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होकर लटक रहे हैं। और इसी टपरे में फायर कर्मियों को ड्यूटी देनी पड़ रही है।

जैसे ही आगजनी की जानकारी मिलती है, फायरकर्मी तुरन्त अपनी जान जोखिम में डालकर अपने फर्ज को अंजाम देने निकल पड़ते हैं। फायर कर्मियों के लिए टपरे में एक टूटी कुर्सी पर टेलीफोन रखा हुआ है, तो सीमेंट और टीन के दो बेंच पड़ी हुई हैं। इसी टपरे में बैठकर कर्मचारी अपना फर्ज निभा रहे हैं।

ऐसे में नपा के अधिकारी जनप्रतिनिधियों पर तो मेहरबान दिख रहे हैं, लेकिन खुद के कर्मचारियों को सुविधा देने में नाकाम साबित हो रहे है जो कर्मचारियों के हित मे सही नहीं है।

स्वास्थ्य शाखा में तार के सहारे लटक रहे कैमरे

नपा की शाखाओं की हो रही बत्तर हालत की कड़ी में स्वास्थ्य शाखा के भी बुरे हाल हैं। छोटे से कमरे में फाइलों के बीच दबे कर्मचारी किस हाल में ड्यूटी निभा रहे हैं यह प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है। सुरक्षा की दृष्टि से यहां सीसी टीवी कैमरे लगाए जरूर गए थे, लेकिन यह कैमरे अपनी जगह से उखड़कर तारों के सहारे नीचे लटक रहे हैं। अधिकांश कैमरों के बन्द रहने की भी जानकारी सामने आई है।

सवाल यह हैं कि क्या वजह है की नपा के अधिकारी अपने खुद के कर्मचारियों के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखा पा रहे हैं और महज 5 साल राजनीति करने वाले जनप्रतिनिधियों को रेवड़ी बांटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

इनका कहना…..
मेरे संज्ञान में यह मामला आया है, फायर कर्मियों के लिए बेहतर व्यवस्था कर कैमरे भी दुरुस्त कराएं जाएंगे।
सतीश मटसेनिया, सीएमओ नपा बैतूल

Ankit Suryawanshi

मैं www.snewstimes.com का एडिटर हूं। मैं 2021 से लगातार ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर काम कर रहा हूं। मुझे कई बड़ी वेबसाइट पर कंटेंट लिखकर गूगल पर रैंक कराए हैं। मैने 2021 में सबसे पहले khabarwani.com, फिर betulupdate.com, sanjhveer.com, taptidarshan.com, betulvarta.com, yatharthyoddha.com पर काम करने का अनुभव प्राप्त हैं।इसके अलावा मैं 2012 से पत्रकारिता/मीडिया से जुड़ा हुआ हूं। प्रदेश टुडे के बाद लोकमत समाचार में लगभग 6 साल सेवाएं दीं। इसके साथ ही बैतूल जिले के खबरवानी, प्रादेशिक जनमत के लिए काम किया।

Related Articles

Back to top button